हाड़ी रानी की भाव पूर्ण प्रस्तुति
मेवाड़ की वीरांगना हाडी रानी पर आधारित नृत्य नाटिका का भाव पूर्ण मंचन हुआ
उदयपुर। भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर एवं विरासत असेंबल के संयुक्त त्वावधान में कल दिनांक 12 दिसम्बर 2021 को संस्था के मुक्ताकाशी रंगमंच पर मेंवाड़ की प्रसिद्ध वीरांगना हाडी रानी पर आधारित नृत्य नाटिका का भाव पूर्ण मंचन हुआ।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में कलाकरों ने मुख्य अतिथि महाराज कुंवरानी साहिबा श्रीमती निवृति कुमारी मेवाड़, ब्रिगेडियर शेखर, डॉ. प्रेम भण्डारी, प. चन्द्र प्रकाश कुमावत एवं नरेश व्ययर को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
उन्होंने बताया कि श्रीमती शैली श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित हाडीरानी नृत्य नाटिका में यह बताने का प्रयास किया गया कि भारतीय इतिहास में राजपूताने का गौरवपूर्ण स्थान रहा है। यहाँ के रणबांकुरों ने देश, जाति धर्म तथा स्वाधीनता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने में कभी संकोंच नहीं किया है।
इसी परम्परा में मेवाड़ का स्थान अति विशष्ट रहा है। यहां के राजा स्वयं भगवान एकलिंग नाथ जी है और जब कभी भी मेवाड़ की भूमि पर युद्ध या किसी भी आपदा के बादल मांडराएँ हैं तब स्वयं भगवान एकलिनाथ जी ने महाराणों एवं सरदारों के रूप में शस्त्र उठाया है। इसी प्रकार हाड़ी रानी ने अपने पति चूंडावत सरदार को अपने कर्तव्य से विचलित होते देखकर निशानी के रूप में अपना शीश सौंप दिया ताकि उनका पति रण भूमि में किसी प्रकार का संकोच किये बिना अपनी वीरता का प्रदर्शन करे और ऐसा ही हुआ भी। इस नृत्य नाटिका में श्रीमती शैली श्रीवास्तव ने सभी घटनाक्रम को अपने औज पूर्ण एवं भाव पूर्ण नृत्य से साक्षात करने का प्रयास किया।