15 वर्षीय बालिका का बाल विवाह हुआ निरस्त
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर उदयपुर से आई उम्मीद की किरण
उदयपुर 11 अक्टूबर 2025। अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आज उदयपुर ज़िले से प्रेरणादायक एवं ऐतिहासिक निर्णय सामने आया है | जहाँ एक और ज़िले की 15 वर्षीय बालिका का बाल विवाह निरस्त करवाने के लिए गायत्री सेवा संस्थान, उदयपुर द्वारा किए गए लम्बे संघर्ष के बाद पारिवारिक न्यायालय उदयपुर से डिग्री जारी हुई हैं तो वही संस्थान ने आज से 26 जनवरी 2026 तक बाल विवाह के ख़िलाफ़ सघन और व्यापक अभियान जिला प्रशासन एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से संचालित करने का आगाज किया हैं।
इस अवसर पर गायत्री सेवा संस्थान के निदेशक एवं बाल अधिकार विशेषज्ञ डॉ. शैलेन्द्र पंड्या ने बताया कि संस्थान बाल विवाह मुक्त भारत हेतु प्रयासरत सबसे बड़े नेटवर्क जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन (जे.आर.सी.) की सहयोगी हैं जिसने सरकार एवं प्रशासन के सहयोग से पिछले दो सालों में देश भर में चार लाख बाल विवाह रोके हैं। अब इसी दिशा में संस्थान आगामी 26 जनवरी 2026 तक विशेष अभियान संचालित कर धर्मगुरुओं एवं सामाजिक जन-जागरूकता हेतु बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान संचालित करेगा। कहीं भी बाल विवाह होने की सूचना पर सख़्त कार्यवाही करवाई जाएगी।
इस अवसर पर संस्थान के जिला समन्वयक नितिन पालीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान द्वारा आज ज़िले के भेसडा खुर्द ग्राम पंचायत, खेरोदा ग्राम पंचायत एवं झाडोल पंचायत समिति में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत विद्यालयों में शपथ, जागरूकता रेली आदि कार्यक्रमों द्वारा समाज को बाल विवाह के दुष्परिणामो से अवगत करवाया गया।
इस अवसर पर संबधित ग्राम पंचायतो के जनप्रतिनिधि, स्थानीय विद्यालयों के शिक्षक, बालिकाए एवं गायत्री सेवा संस्थान के विवेक पालीवाल, मुकेश कुलम्बी एवं सूरजमल मेनारिया आदि उपस्थित थे।