गिट्स के प्रबन्धन संकाय के तत्वाधान में एच.आर. समागम ‘‘एच आर समिट 2020 का आयोजन
गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर में प्रबन्धन संकाय के तत्वाधान में ‘‘एच.आर. समागम एच.आर. सब्मिट 2020 एम्पावरिंग यूथ - रिस्कलिंग एवं अपस्कलिंग का आयोजन किया गया। इस एच.आर. समागम का मुख्य उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों एवं औद्योगिक इकाइयों के बीच रोडमेप तैयार करना था। जिससे शैक्षणिक संस्थान एवं औद्योगिक इकाइयों की बीच की दूरी को कम किया जा सके। साथ ही इण्डस्ट्री में हो रहें लगातार बदलाव, डिजीटलीकरण एवं समय प्रबन्धन पर वार्तालाप कर खामियों को दूर करने के लिए एक प्लेटफोर्म मुहैया कराना था।
संस्थान के निदेशक डाॅ. विकास मिश्र ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज का समय बहुआयामी व्यक्तियों का समय हैं। यदि समय पर हम अपनी प्रतिभा को शार्प नहीं करेंगे तो हमारी प्रतिभा की धार कम हो जायेगी। क्योकि समय किसी का मित्र नहीं हैं इसलिए हमें समय के साथ अपने आप में सुधार लाना ही पडेगा। नही तो हम इतिहास के पन्नों में सिमट जायेंगे।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गीतांजली ग्रुप के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अंकित अग्रवाल एवं डायरेक्टर श्रीमती श्रुति अग्रवाल ने आरटीफिशियल इन्टलीजेंस के इण्डस्ट्री पर बढते प्रभाव को सकारात्मक रूप से प्रयोग में लाने का सुझाव व्यक्त किया।
गेस्ट ऑफ़ ऑनर प्रो. राजेश्वरी नरेन्द्रन ने कार्यक्रम में समा बांधते हुए कहा कि खुद को पहचानना ही स्किल अपग्रेडिंग हैं 99 प्रतिशत लोग अपनी स्किल के बारे में ही नहीं जानते हैं। आज के यूथ को केल्कूलेटिव रिस्क लेना ही चाहिए। बिना केल्कूलेटिव रिस्क के आज युवा पीढी आगे नहीं बढ सकते हैं। साथ ही हमें देश के लिए कुछ करते रहना चाहिए। पेनलिस्ट के रूप में वंडर सिमेंट के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट अरजित वासु ने वास्तविक रूप से औद्योगिक इकाइयां आज के युवा से क्या चाहती हैं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज की युवा में ज्ञान के साथ आत्मविश्वास एवं भविष्य के प्रति लक्ष्य रखना जरूरी हैं। तभी वह इण्डस्ट्री में सफल हो पायेगा। गीतांजली मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पीटल के सीइओ श्री प्रतीम तम्बोली ने कहा कि युवाओं को इण्डस्ट्री में रोजगार तभी मिल पायेगा जब वह अपने आप को इण्डस्ट्री के अनुरूप ढालेंगे।
कार्यक्रम के संयोजक अरविन्द सिंह के अनुसार आई.ई.एम. उदयपुर के असिस्टेंट प्रो. डाॅ. कीर्ती मिश्रा ने कहा कि आज के समय में स्किल की कमी के कारण समाज में पढे लिखे हुये होने के बावजूद औद्योगिक इकाइयों को ह्यूमन रिसोर्स की कमी के कारण जुझना पढ रहा हैं। गीतांजली मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पीटल के जी.एम. (एच. आर.) श्री राजीव पण्ड्या ने कहा कि स्कील अपग्रेडिंग नहीं होने के कारण किसी भी संस्थान में 30 प्रतिशत लोग ही इनोवेटिव होते हैं बाकी 70 प्रतिशत लोग लाइब्रेरी की तरह काम करते हैं।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. धर्मेश मोटवानी द्वारा किया गया। इस अवसर पर संस्थान के वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड सहित सभी विभाग के विभागाध्यक्ष एवं पूरा गीतांजली परिवार उपस्थित था।