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हॉल आफ एक्सलेन्स में झलकेगी विद्यापीठ की विकास यात्रा

जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के प्रताप नगर स्थित परिसर में हॉल ऑफ एक्सलेन्स बनने जा रहा है। गौरतलब है कि इस हॉल आफ एक्सेलेन्स में 21 अगस्त 1937 से वर्तमान तक की विद्यापीठ की विकास यात्रा को क्रमबद्ध चरणों में चित्रों , चार्ट, विडियों क्लीप तथा अन्य महत्वपूर्ण उपलब्ध दस्तावेजों और भौतिक सामग्री के माध्यम से प्रदर्शित किया जायेगा।

 

जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के प्रताप नगर स्थित परिसर में हॉल ऑफ एक्सलेन्स बनने जा रहा है। गौरतलब है कि इस हॉल आफ एक्सेलेन्स में 21 अगस्त 1937 से वर्तमान तक की विद्यापीठ की विकास यात्रा को क्रमबद्ध चरणों में चित्रों , चार्ट, विडियों क्लीप तथा अन्य महत्वपूर्ण उपलब्ध दस्तावेजों और भौतिक सामग्री के माध्यम से प्रदर्शित किया जायेगा।

विद्यापीठ के चांसलर प्रो. भवानी शंकर गर्ग ने बताया कि इस पर लगभग साठ लाख की राशि व्यय होने का अनुमान है। जैसा कि विदित है कि जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय उदयपुर 75 वर्ष पुराना शैक्षिक संस्थान है जिसकी स्थापना 21 अगस्त 1937 को अस्थल मन्दिर में द्वीप प्रज्वलित कर मनीषी पण्डित जर्नादन राय नागर एवं उनके सहयोगी साथियों ने शुरू की ।

प्रो. गर्ग ने बताया कि उक्त हॉल का उद्देश्य यह भी प्रदर्शित करना है कि किस प्रकार राजस्थान विद्यापीठ अपनी स्थापना से ही शिक्षा के विभिन्न आयामों के साथ जन शिक्षण के माध्यम से सामाजिक सरोकारों के प्रति प्रतिबद्ध है और सामाजिक उन्नयन का कार्य कर रही है।

प्रो. गर्ग की यह मान्यता है कि शिक्षा जब तक श्रम के महत्व को स्थापित नहीं करे तब तक वह अधूरी है। इस भवन में विद्यापीठ के उन्हीं क्रिया कलापों को संग्रहालय विज्ञान की नवीनतम तकनीकों के माध्यम से प्रदर्शित करने का भी प्रयत्न किया जायेगा।

विद्यापीठ के वाईस चांसलर प्रो. एस.एस सारंगदेवोत की मान्यता है कि यह हॉल छात्रों, अध्यापकों, शोधार्थियों, सामान्य जनों और भावी पिढियों के लिये एक मार्ग दर्शक का काम करेगा। प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि इस हॉल में पण्डित नागर से जुडी समस्त जानकारी को भी प्रदर्शित किया जायेगा।