ग्रामीणों ने उदयसागर के पानी को मावली के बागोलिया बांध ले जाने का किया विरोध

ग्रामीणों का कहना है की ओवरफ्लो होने के बाद ही उदयसागर का पानी बागोलिया को दिया जाए

 
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यदि हिंदुस्तान जिंक को पानी नहीं दिया जाएगा तो इससे प्लांट के कार्य में भी कमी अथवा असर आएगा जिसका सीधा प्रभाव आसपास के कार्य करने वाले मजदूरों पर पड़ेगा

उदयपुर 21 सितंबर 2021। जिल के उदयसागर क्षेत्र के ग्रामीणों ने उदयसागर बांध के पानी को मावली के बागोलिया बांध ले जाने के विरोध जताते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। समस्त ग्रामपंचायतों एंव किसान द्वारा मावली विधायक धर्मनारायण जोशी द्वारा उदय सागर का पानी बागोलिया बांध मावली तक पहुंचाने तथा हिंदुस्तान जिंक के देबारी प्लांट का पानी रोकने के प्रस्ताव के संबंध में समस्त ग्रामवासियो एंव किसानो के जनहित में, उदयसागर का पानी अगर बागोलिया बांध मावली तक पहुंचाने का विरोध जताते हुए कहा की बागोलिया बांध में पानी पहुँचाने में हमे कोई आपति नहीं है लेकिन यह पानी उदयसागर बांध के ओवर फ्लो का बाद पहुंचाया जाए जोकि वल्लभनगर तालाब में जा रहा है उसी में से कोई रास्ता निकाल कर बागोलिया बांध तक पानी पहुंचाया जाए।

ग्रामीणों के अनुसार यदि उदय सागर का पानी नहर के माध्यम से मावली के बागोलिया बांध तक पहुंचाया जाता है तथा हिंदुस्तान जिंक को पानी नहीं दिया जाता है तो उदयसागर के आसपास की ग्राम पंचायतों एवं किसानों के लिए उत्पन्न होने वाली सिंचाई एवं पानी की समस्या हो सकती है। यदि हिंदुस्तान जिंक को पानी नहीं दिया जाएगा तो इससे प्लांट के कार्य में भी कमी अथवा असर आएगा जिसका सीधा प्रभाव आसपास के कार्य करने वाले मजदूरों पर पड़ेगा।  

हिंदुस्तान जिंक से इस क्षेत्र के सैकड़ों परिवारों को रोजगार मिला हुआ है और आगे भी इसका फायदा मिलता रहेगा। वहीँ यदि हिंदुस्तान जिंक में जाने वाला पानी रोक दिया जाता है तो आसपास की पंचायतों में हिंदुस्तान जिंक द्वारा सप्लाई किए जाने वाले टैकरों के माध्यम से पानी में भी रुकावट आएगी तथा
आसपास की पंचायतों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाएगी जो व्यवस्था अभी हिंदुस्तान जिंक द्वारा टैकरों के माध्यम से आस-पास के गांव में की जा रही है। तथा हिंदुस्तान जिंक में किए जाने वाले पानी की रुकावट से इनके उत्पादन में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है जिसका सीधा असर हिंदुस्तान जिंक द्वारा कराए जा रहे हैं सामाजिक विकास कार्यो पर पड़ेगा जोकि आसपास की ग्राम पंचायतों बहुत ही उच्च स्तर पर करवाए जा रहे है।