लेकसिटी में 20.85 मेगावॉट बिजली सोलर प्लांट से मिल रही
घरों में इससे लोगों को भारी- भरकम बिलों से राहत, बेचकर कमाई भी कर रहे लोग
पिछले 3 साल में 1361 सोलर प्लांट लगे, 120 मेगावॉट की रोज है जरूरत
उदयपुर | लेकसिटी में भी लोगों का सोलर एनर्जी की तरफ रुझान बढ़ रहा है। इससे लोगों को भारी- भरकम बिलों से राहत मिल रही है। लोग घर की छत पर रूफटॉप सोलर प्लांट लगाकर खुद ही बिजली उत्पादित कर रहे हैं। इससे अपनी जरूरत पूरी करने के साथ बिजली बेचकर कमाई भी की जा रही है। बिजली निगम के अनुसार पिछले तीन साल में शहर में 1361 सोलर प्लॉट लगे हैं। इनसे 20.85 मेगावॉट बिजली उत्पादित हो रही है। इन प्लांटों में 80% घरों में लगे है, जिनसे करीब 16 मेगावॉट बिजली उत्पादित हो रही है। जिले में रोजाना 120 मेगावॉट बिजली की खपत होती है। यानी डिमांड के मुकाबले करीब 17 प्रतिशत बिजली हम खुद उत्पादित कर रहे हैं।
वर्ष 2022-23 में 707 प्लांट लगे
| वित्तीय वर्ष | प्लांट | क्षमता(किलोवॉट) |
| 2023-2024 | 198 | 1575.35 |
| 2022-2023 | 707 | 5388.095 |
| 2021-2022 | 456 | 13182 |
| कुल | 1361 | 20085.44 |
एसई गिरीश जोशी ने बताया कि महंगी होती बिजली के कारण घरों में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने में बढ़ोतरी हुई है। उपभोक्ता अतिरिक्त बिजली को निगम को बेचते हैं, जिससे उन्हें अतिरिक्त आय होती है। अभी उन्हें प्रति यूनिट 2.65 रुपए का भुगतान किया जा रहा है। जिले में वन क्षेत्रों में ग्रामीणों ने कई सोलर प्लांट लगा रखे हैं। इसके साथ वन विभाग ने भी अपनी नर्सरी, कार्यालय में कई जगह सोलर प्लांट लगाए हैं। एक किलोवॉट का सोलर प्लांट लगाने पर करीब 40 हजार रुपए का खर्चा आता है। इससे रोजाना 3 से 4 यूनिट उत्पादन होता है।