मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर में लगेंगे 28 भूकंपमापी
भारत में पहली बार: झटकों का पता चलते ही रूक जाएगी ट्रेन
उदयपुर, 30 जनवरी। अब बुलेट ट्रेन के सफर को भी भूकंप जैसी आपदा से सुरक्षित रखने के उपाय किए जा रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर) में भूकंप का पता लगाने के लिए 28 सिस्मोमीटर लगाए जाएंगे। ये सिस्मोमीटर बिजली सप्लाय करने वाले सब स्टेशन के साथ जुड़े होंगे। भूकंप के झटकों का पता लगते ही ऑटोमैटिक पावर सप्लाई बंद हो जाएगी और इमरजेंसी ब्रेक के साथ बुलेट ट्रेन रुक जाएगी।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन (NHSRCL) ने सोमवार को बताया कि पैंसेंजर्स और इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा करने के लिए जापानी शिंकानसेन तकनीक पर आधारित भूकंप का पता लगाने वाला सिस्टम लगाया जाएगा। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने x पर पोस्ट में सिस्टम लगाए जाने की जानकारी दी है।
14 गुजरात, 8 महराष्ट्र में लगेंगे
28 सिस्मोमीटर में से 22 को अलाइनमेंट के साथ स्थापित किया जाएगा। इनमें से 14 गुजरात के वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, महेम्दावाद और अहमदाबाद में लगाए जाएंगे। और 8 महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे, विरार और बोइसर में लगेंगे। बाकी 6 सिस्मोमीटर भूकंप की आशंका वाले इलाकों महाराष्ट्र के खेड़, रत्नागिरी, लातूर और पंगरी, गुजरात के अडेसर और पुराने भुज में स्थापित किए जाएंगे।
अहमदाबाद और मुंबई के बीच 508 किलोमीटर में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम तेज़ गति से जारी है। ट्रैक्शन सब-स्टेशनों में सिस्मोमीटर शुरुआती तरंगों से भूकंप के झटकों का पता लगाएंगे। भूकंप का पता लगते कि ऑटोमैटिक बिजली बंद हो जाएगी।