राजसमंद के 76 युवाओं का हुआ विभिन्न्न प्रतिष्ठित संस्थानों में प्लेसमेंट
जिंक कौशल केंद्र से कुशल होकर, रोजगार से जुड़ रहे युवा
हिंदुस्तान जिंक संचालन आस पास के क्षेत्र के युवा जिंक कौशल केंद्र कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर, कुशल होकर रोजगार से जुड़ रहे है। हाल ही में राजसमंद जिले में संचालित जिंक कौशल केंद्र से प्रशिक्षित 76 युवाओं का एयरपोर्ट, बैंक, खाद्य और पेय पदार्थ, सुरक्षा, खुदरा, आतिथ्य और सामान्य प्रशासन के क्षेत्र में प्रतिष्ठित संस्थानों में प्लेसमेंट हुआ है। जिंक कौशल केंद्र कार्यक्रम बेरोजगार युवाओं को कौशल विकास और स्थिर आजीविका के अवसर के साथ सक्षम बनाने पर केंद्रित है।
76 में से 59 प्रशिक्षुओं को मेस्काॅट प्रा. लिमिटेड, के डी हॉस्पिटल, अहमदाबाद, जीबीएच जनरल हॉस्पिटल और जीबीएच मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल उदयपुर, लाखू टेली सर्विस, टाटा मोटर लिमिटेड, क्षेत्रपाल हॉस्पिटल अजमेर, ए राजेंद्र टोयोटा कमल फिनकैप प्राइवेट लिमिटेड राजसमंद, ए टू जेड फिनसोल एंड कंसल्टेंसी, अन्नपूर्णा फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड उदयपुर, ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक ,उदयपुर, जीएमआर रक्सा सिक्योरिटी हैदराबाद एयरपोर्ट एवं स्पाई बोट- खाटूश्याम जी में रोजगार का अवसर मिला है। 17 युवाओं ने स्वरोजगार से जुड़कर स्वयं आत्मनिर्भर बन परिवार को संबल प्रदान किया है।
इस ग्रुप प्लेसमेंट के अलावा कार्यक्रम से अब तक जावर, दरीबा, कायड, चंदेरिया, देबारी, पंतनगर और आगुचा से 7 हजार से अधिक प्रशिक्षुओं को आत्मनिर्भर और स्वतंत्र बनने के अवसर प्रदान कर लाभान्वित किया है और उन्हें उद्योग प्रासंगिक कौशल विकसित करने में सहायता प्रदान की है। जिं़क कौशल केंद्र से प्रशिक्षित 6 हजार से अधिक युवाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों में सफलतापूर्वक नियुक्ति मिली है और अन्य युवा स्वरोजगार से जुडे़ है।
हैदराबाद एयरपोर्ट पर रक्सा सुरक्षा कंपनी में कार्यरत मदन जटिया ने जिंक कौशल केंद्र द्वारा मिलें प्रशिक्षण एवं सहयोग को धन्यवाद देते हुए कहा कि व्यक्तित्व विकास एवं व्यवहारिक ज्ञान से उन्हें लाभ मिला और आज वह एयरपोर्ट पर कार्यरत है जो कि किसी सपने के सच होने जैसा है।
दीपक साल्वी ने कहा कि मैं जिंक कौशल द्वारा प्रदान किए गए अवसर के लिए आभारी हूं। हैदराबाद एयरपोर्ट पर काम करते हुए, मैं वर्तमान में पर्याप्त वेतन प्राप्त कर रहा हूं, जो कि मेरी उपलब्धियों के साथ साथ परिवार को संबल प्रदान कर रहा है।
दरीबा क्षेत्र में जिंक कौशल केंद्र की स्थापना पांच वर्ष पूर्व की गई थी जिसका उद्देशय, आस पास के उच्च शिक्षा से वंचित बेरोजगार युवाओं को कौशल विकास में प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ना इस केन्द्र में निहत्थे सुरक्षा गार्ड, जनरल ड्यूटी सहायक, सहायक इलेक्ट्रीशियन और खुदरा बिक्री जैसे व्यापार में प्रशिक्षण दिया जाता है अब तक कुल 2013 योवाओ को इस केंद्र से प्रशिक्षण दिया गया है एवं 1775 प्रशिक्षित युवाओ को रोजगार प्रदान किया जा चूका है।
जिंक कौशल केंद्र की पहल के माध्यम से वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक, 18-35 वर्ष की आयु के युवाओं को रोजगार से जोडने हेतु प्रशिक्षित करता है, जिसमें विद्यालय में अध्ययन पूर्ण नहीं करने वाले बेरोजगार युवा, अपने कौशल को उन्नत करने वाले स्थानीय युवा शामिल हैं। उद्यम स्थापित करने में तकनीकी सहायता और गैर-वित्तीय सुविधा के साथ यह कार्यक्रम युवाओं को आत्मनिर्भर और स्व-उद्यमी बनने के लिए कौशल प्रदान कर रहा है और इनमें से कई युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करने में सफलतापूर्वक कामयाब रहा है।