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उदयपुर के 5 भाजपा विधायक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठे

डिस्ट्रिक्‍ट मिनरल फाउंडेशनल ट्रस्ट (डीएमएफटी) से अपने विधानसभा क्षेत्र में पैसा जारी नहीं किए जाने से है नाराज

 

उदयपुर 21 अक्टूबर 2022 । डिस्ट्रिक्‍ट मिनरल फाउंडेशनल ट्रस्ट (डीएमएफटी) से अपने विधानसभा क्षेत्र में पैसा जारी नहीं किए जाने से नाराज उदयपुर ज़िले के पांच भाजपा विधायक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए। 

धरने में भाजपा के मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, सलूंबर विधायक अमृतलाल मीणा, झाड़ोल से बाबूलाल खराड़ी और गोगुंदा विधायक प्रताप गमेती थे। उन्होंने खुलकर कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि जहां भाजपा विधायक है, वहां काम नहीं हो रहे। जबकि उदयपुर में ही कांग्रेस के विधायकों के विधानसभा क्षेत्र में विकास कामों के लिए पैसा जारी किया गया है। 

पांचों विधायक डेढ़ घंटे कलेक्टर ऑफिस के ठीक बाहर धरने पर बैठे रहे। इसके बाद विधानसभा नेता प्रतिपक्ष और शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया वहां पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर ताराचंद मीणा से बात की। फिर खान विभाग के शासन सचिव रोहित गुप्ता से फोन पर बात की।

कटारिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार में दुर्भाग्य से (डीएमएफटी) की एक मीटिंग उदयपुर में प्रभारी मंत्री रहे प्रताप खाचरियावास ने ली थी। जिसमें हम सभी ने अपने विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्यों के प्रस्ताव बनाकर दिए थे, लेकिन उन पर एक भी रुपया खर्च नहीं हुआ। इस बारे में जब शासन सचिव से लेकर मंत्री को पूछा गया तो वे बोलते हैं कि हमने पैसा नहीं रोका। कलेक्टर इस मामले में स्वतंत्र है। 

कटारिया बोले, मैं ये पूछना चाहता हूं कि वल्लभनगर में किस खुशी में 13 करोड़ रुपए जारी किए गए। बता दें, वल्लभनगर में प्रीति गजेन्द्रसिंह शक्तावत कांग्रेस से हैं।

जिला परिषद की बैठक में मुझे नहीं बुलाते: कटारिया

कटारिया ने कहा कि आज जिला परिषद की मीटिंग चल रही है। आजकल मुझे इस मीटिंग में नहीं बुलाया जाता। क्यों नहीं बुलाते, ये वो ही जाने। मैं 35 साल से देख रहा हूं कि चाहे भाजपा या कांग्रेस जिला प्रमुख रहे हो। मुझे बराबर बुलाया जाता रहा। अब इन्होंने कोई कलाकारी की है। क्योंकि मैं तैयारी से आता हूं, सवाल पूछता हूं। अब तो ये बैठक में एनवक्त पुलिंदा पकड़ा देते हैं।

जोशी बोले, नवंबर 2021 से स्वीकृत पैसा कलेक्टर के पास पड़ा है

मावली विधायक धर्मनारायण जोशी ने कहा कि डीएमएफटी की पिछले चार साल से कोई मीटिंग नहीं हुई। पहले जिला प्रमुख अध्यक्ष होते थे, लेकिन गहलोत सरकार में प्रभारी मंत्री को अध्यक्ष बना दिया। विधानसभा क्षेत्र में विकास के पैसे नवंबर 2021 से स्वीकृत होकर कलेक्टर के पास पड़े हैं लेकिन जारी नहीं किए। जबकि वल्लभनगर, धरियावद और खेरवाड़ा विधानसभा क्षेत्रों में पैसा कैसे जारी हुए। अगर हमारे विधानसभा के लिए 31 अक्टूबर के बाद भी पैसा जारी नहीं किया तो हम विरोध का सख्त कदम उठाएंगे।