×

बार एसोसिएशन उदयपुर 2023 चुनाव-अध्यक्ष पद के लिए 3 प्रयाशी मैदान में 

दोनों मुख्य प्रत्याशियों से उदयपुर टाइम्स की मुलाकात

 

उदयपुर 18 जनवरी 2023 । बार एसोसिएशन उदयपुर 2023 के चुनाव 22 जनवरी को होंगे जिसके विभिन्न पदों के लिए नामांकन कर दिए गए है और मतदान 22 जनवरी को किया जाएगा। इस बार सभी अध्यक्ष पद पर चुने जाने वाले प्रत्याशी से पार्किंग की समस्याओ सहित अन्य समस्याओं के समाधान की उम्मीद कर रहे है। इस वर्ष मैदान में अध्यक्ष पद के लिए 3 दावेदार है,जिसमे मनीष शर्मा और राकेश मोगरा और डमी प्रत्याशी के रूप में विवेक व्यास शामिल हैं। 

2300 से अधिक वोटर करेंगे वोटिंग 

इस साल लग भग 2300 वोटर्स है जो मतदान करेंगे.लेकिन इस बार प्रचार प्रसार पर रोक लगने के बाद इस बार न तो कोई पोस्टर्स, बेनर्स लगाए गए और न ही कोर्ट परिसर में कोई खाने का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन इसके आलवा वोटर्स को लुभाने के लिए कई सारे जतन किये जा रहे है। 

गौरतलब है की अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मनीष श्रीमाली पूर्व में नगर निगम उदयपुर में विपक्ष के नेता और वार्ड पार्षद भी रहे है। इसी के साथ उपाध्यक्ष पद के लिए अशोक सोनी, बंशीलाल गवारिया और योगेन्द्र दशोरा चुनाव लड़ रहे है तो वही महासचिव के पद के लिए खुशबू नैणावा, नवीन कुमार वसीटा, राजेश शर्मा, शिव कुमार सचिव पद के लिए अक्षय शर्मा, चेतन प्रकाश पालीवाल और वित्त सचिव पद के लिए अनिता गोस्वामी, हरीश सेन, पंकज तम्बोली और पुस्तकालय सचिव पद के लिए राकेश आचार्य चुनाव लड़ रहे रहे है।   

इस मोके पर अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मनीष श्रीमाली ने उदयपुर टाइम्स की टीम से बात करते हुए अपनी प्राथमिकताए बताते हुए कहा की पार्किंग की समस्या वास्तव में बड़ी समस्या है, कोर्ट परिसर में गाड़ियाँ ववस्थित रूप से नहीं रख पाते है, इसको लेकर शहर के सूरजपोल चौराहे पर बनी हाइड्रोलिक पार्किंग की तरह कोर्ट के लिए भी एक हाइड्रोलिक पार्किंग बनवाई जाएगी। उन्होंने कहा की विकास के विभिन मुद्दों को हल करने में सरकार भी मदद करेगी। नए अधिवक्ताओं के हितों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा की जितने भी यंगस्टर्स इस फील्ड में आ रहे है उनके लिए कोशिश की जाएगी की उन्हें लीगल लिटरेचर पूरा मिले और साथ ही जो भी आधुनिक सुविधा उन्हें चाहिए उन्हें उपलब्ध करवाने के भी प्रयास किये जाएंगे ताकि विधि व्यवसाय से उनका लगाव बना रहे और वो इस व्यवसाय से जुड़े रहें। एक जिम्मेदारी को समझें और उनके मार्फ़त से एक सकारात्मक सन्देश उन तक समाज में पहुंचे। 

वहीँ जब अध्यक्ष पद के दुसरे प्रत्याशी राकेश मोगरा से उदयपुर टाइम्स की टीम ने बात की तो उन्होंने कहा की वह पिछले 22 वर्षों से उदयपुर न्यायालय में वकालत कर रहें है, उन्होंने कहा की किसी भी तरह का ख्याली पुलाव न पकाते हुए उनकी मुक्य प्राथमिकता रहेगी की की कोर्ट में अधिवक्ताओं को मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जाएँ, हाई कोर्ट बेंच की मांग को लेकर चलाए जा रहे अभियान को और प्रभावी बनाने प्रयास किया जाएगा और इसके लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं की एक कमेटी बने जाएगी जो इस अभियान को और मजबूत बनाने का काम करेंगी और जनता को इस से जुड़ने का कार्य किया जाएगा। 

मोगरा ने भी कोर्ट में हो रही पार्किंग की परेशानी के उपाय करने और यहाँ आने वाले अधिवक्ताओं और लोगों को रहत दिलाने की बात कही। इसी के साथ महिला अधिवक्ताओं के लिए बड़े रेस्ट रूम की सुवीधा करने, न्यायलय में खाली पड़ी हुई जगह को इस्तेमाल में लेकर नए चेम्बर निर्माण का काम करने और नए अधिवक्ताओं की इनकम बढ़ाने के लिए एक वेल्फेयर फण्ड का निर्माण करने की बात कही। 

कंटेम्प्ट चार्ज पर साफ़ की स्थिति

मोगरा ने उनपर लगे कंटेम्प्ट के बारे में बात करते हुए साफ़ किया की इस मामले को लेकर न्यायालय से उन्हें शो कोज नोटिस मिला थे जिसको लेकर सभी अधिवक्ता न्यायालय में उपस्थित हुए और सारी वस्तु स्थिति न्यायालय के सामने रखी और न्यायालय ने उसका निस्तारण करते हुए उन्हें रुल ऑफ़ डिस्चार्ज दिया। 

मोगरा ने कहा की अगर वो अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करते हैं तो वह अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट को प्रभावी रूप से लागु करवाने का भी प्रयास करेंगे ताकि एक्ट के तहत हर अधिवक्ता खुद को सुरक्षित महसूस करे।