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सीएमएचओ ने परखी प्राइवेट अस्पतालों में चिरंजीवी योजना की स्थिति 

निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से राशि लेने पर की जाएगी कार्रवाई 

 

उदयपुर 13 जुलाई, आमजन को निशुल्क उपचार का फायदा पहुंचाने वाली एवम् राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत निजी अस्पतालों में दी जा रही सुविधाओ की समीक्षा करने हेतु सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी ने योजना में अधिकृत पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस उमरडा एवम् गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एकलिंगपुरा का दौरा कर वस्तुस्थिति के बारे में जानकारी ली।
 

योजना संबंधित आईईसी का हो उचित जगह प्रदर्शन
निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवम् स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने गीतांजलि एवम् पेसिफिक अस्पताल में योजना से जुड़ी खामियों पर निर्देशित करते हुए कहा की अस्पताल के मुख्य द्वार के साथ साथ चिरंजीवी योजना एवम् आरजीएचएस योजना से संबंधित जानकारी एवम् अस्पताल में दी जा रही सेवाओं का प्रदर्शन अस्पताल के स्वागत कक्ष एवम् आपातकालीन द्वार पर भी किया जाए ताकी आपातकालीन अवस्था में भर्ती होने वाले मरीजों को योजना की जानकारी मिल सके एवम् निर्धारित समयावधि में मरीज आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध करवा योजना का लाभ ले सके।
गीतांजलि अस्पताल में निरीक्षण के दौरान अस्पताल के रिसेप्शन काउंटर पर आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के साइनेज बोर्ड पाए गए जिसे सीएमएचओ ने तुरंत बदलवाकर मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के लगवाने हेतु निर्देशित किया। 
डॉ खराड़ी ने कहा की  विभाग द्वारा योजना के तहत उपलब्ध पैकेज की बुकलेट तैयार करवाई जा रही है जिसे अस्पताल में रिसेप्शन, इमरजेंसी एवम् पंजीकरण काउंटर पर रखवाया जाए ताकी अस्पताल में आए किसी भी मरीज को पैकेज के बारे में जानकारी दी जा सके। 

हर अस्पताल में मौजूद हो चिरंजीवी शिकायत पेटिका

सीएमएचओ डॉ खराड़ी ने अस्पताल में चिरंजीवी योजना से संबंधित किसी भी शिकायत के लिए अलग से शिकायत पेटिका लगवाने हेतु निर्देशित किया। जिसमें कोई भी व्यक्ति द्वारा योजना से संबंधित शिकायत डालने पर अस्पताल प्रशासन द्वारा प्राथमिकता से उसका निस्तारण किया जाए। इसके साथ ही वहां पर सीएमएचओ कार्यालय के योजना समन्वयक के भी नंबर अंकित किए जाए जिससे अस्पताल द्वारा सुनवाई नहीं करने पर परिवादी द्वारा कार्यालय को इसकी शिकायत की जा सके।

योजना के लाभार्थियों से संवाद कर जानी हकीकत

डॉ खराड़ी ने पेसिफिक एवम् गीतांजलि अस्पताल में निरीक्षण के दौरान अस्पताल में ऑर्थोपेडिक वार्ड में भर्ती मरीजों से सवांद कर इलाज एवम् सुविधाओ के बारे में पूछताछ की। उन्होंने पूछा की योजना में भर्ती करने के बाद भी पैसे तो नही लिए जा रहे। सभी मरीजों ने चिरंजीवी योजना के तहत निशुल्क उपचार के बारे में जानकारी देते हुए राज्य सरकार का इस योजना हेतु आभार जताया।

इस दौरान डॉ खराड़ी ने मरीजों के परिजनों को योजना की जानकारी देते हुए अन्य लोगो को भी इस योजना से जोड़ने हेतु प्रेरित किया। निरीक्षण के दौरान पेसिफिक अस्पताल में जननी सुरक्षा योजना के तहत भर्ती मरीजों से भी संवाद किया गया जिसमे मरीजों ने अस्पताल द्वारा पूर्णतः निशुल्क इलाज किए जाने के बारे में जानकारी दी।
निरीक्षण के दौरान गीतांजलि अस्पताल द्वारा कुछ मरीजों से भर्ती से पूर्व ओपीडी में परामर्श एवम् जांच हेतु राशि लेना पाया गया जबकि योजना में नियमानुसार भर्ती होने के बाद मरीज को उक्त राशि लौटाए जाने का प्रावधान है। इस पर डॉ खराड़ी ने अस्पताल प्रशासन को तुरंत राशि लौटाने हेतु निर्देशित करते हुए भविष्य में ऐसी शिकायत दुबारा प्राप्त न हो इस हेतु पाबंद किया।
डॉ खराड़ी ने बताया इस संबध में आज एक शिकायत पेसिफिक मेडिकल कॉलेज भीलों का बेदला की भी प्राप्त हुई थी जिसमे डीपीसी शरद पाटीदार द्वारा अस्पताल प्रशासन से दूरभाष पर संवाद कर मरीज से लिए 6300 रुपए की राशि वापिस लोटाई गई है एवम् अस्पताल प्रशासन को इस संबध में नोटिस जारी कर जवाब तलब भी किया गया है।