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छोगालाल भोई ने नगर निगम आयुक्त पर लगाए गंभीर आरोप

निगम आयुक्त बारहठ से खफा है अतिक्रमण निरोधी समिति के अध्यक्ष छोगालाल भोई 

 

उदयपुर में पिछले दिनों सिटी रेलवे स्टेशन के सामने बसी कच्ची बस्ती से हटाए गए अतिक्रमण की कार्रवाई के बाद इन दिनों नगर निगम के अतिक्रमण निरोधी समिति के अध्यक्ष छोगालाल भोई नगर निगम के आयुक्त से खासे खफा नज़र आ रहे है। 

इस मुद्दे पर उदयपुर टाइम्स से बातचीत करते हुए छोगालाल भोई ने बताया पिछले डेढ़ साल से निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए एक प्रक्रिया अपनाई थी जिसमे शहर के उदियापोल चौराहे से लेकर रेलवे स्टेशन के सामने सड़क पर किये गए अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए निर्णय लिया जा रहा था क्यूंकि लोगो ने 70 से 80 फिट सड़क पर अतिक्रमण कर सिर्फ 30 फिट ही छोड़ दिया था। कुछ लोगो ने वहां पर मिटटी के ढेर लगा दिए थे तो कुछ लोगो ने सड़क पर ही सामान बेचना शुरू कर दिया था जिससे लोग करीब 10 से 15 साल से परेशान थे। 

छोगालाल भोई ने कहा की यह शहर की एक मह्त्वपूर्ण सड़क है क्यूंकि यहाँ से मुंबई, अहमदाबाद, खेरवाड़ा, डूंगरपुर से आने वाले वाहन इसी सड़क से होकर गुज़रती है। 

छोगालाल भोई का कहना है की पहले निगम के आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ को पर्याप्त जाब्ता नहीं मिला है। और अब इतने लम्बे समय के बाद जाब्ता मिलने पर एसपी और एडीएसपी की मौजूदगी में इस कार्रवाही को अंजाम दिया गया और खुद निगम के आयुक्त बारहठ साहब भी इस कार्रवाही में मौजद थे लेकिन अतिक्रमण हटाने की करवाई के नाम पर सिर्फ वहां पड़े मिटटी के ढेर और इलेक्ट्रिक पोल्स ही हटाए गए।  

छोगालाल भोई ने आरोप लगाया की जब वहां बनी सात से आठ अवैध झोंपड़ियों को हटाने की बात आई आयुक्त साहब ने इन अवैध झोंपड़ियों को जिनको बनाने वालो को पूर्व में नोटिस भी दिए थे उन्हें हाथ भी नहीं लगाने दिया। और सिर्फ मिटटी ही हटाई। 

छोगालाल भोई ने कहा की दूसरी तरफ आयुक्त ने अपने कर्मचारियों को डिवाइडर के पास नींव खोद कर दीवार बनाने का आदेश भी दे दिया। जिसका मैंने विरोध भी जताया।  साथ भोई ने आयुक्त को महापौर को भी भ्रमित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा की 10 अक्टूबर को आयुक्त ने अचानक से यूआईटी को एक पत्र लिखकर इस ज़मीन को यूआईटी की ज़मीन बताया और यूआईटी द्वारा ही दीवार बनाने का भी अनुरोध किया। जब उन्होंने उनसे सम्पर्क किया तो आयुक्त ने कहा कि आप की जो इच्छा हो वो कर लो। 

छोगालाल भोई ने आयुक्त बारहठ पर न सिर्फ अतिक्रमण निरोधी समिति के सदस्यों बल्कि जनता को भी बेवक़ूफ़ बनाया। अब इस मुद्दे को लेकर उन्होंने जल्द ही जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा से मुलाकात करने की बात कही है।       

ऐसे में शहरके अब तक की एक बड़ी अतिक्रमण निरोधी कार्रवाई से नगर निगम के अतिक्रमण निरोधी समिति के अध्यक्ष निगम के ही आयुक्त पर मनमानी के आरोप लगाने पर आगे क्या कार्यवाही होगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा।  गौरतलब है की पिछले दिनों उपमहापौर पर भी चाहे गेराज समिति के अध्यक्ष मनोहर चौधरी हो या अतिक्रमण निरोधी समिति के अध्यक्ष छोगालाल भोई पर दबाव बनाये जाने के आरोप से नगर निगम की आपसी सर फुटौवल सामने आ रही है जिसका खामियाज़ा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।