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विरासत एवं संस्कृति के पर्व राजस्थान दिवस पर बिखरे रंग

कमिश्नर-कलक्टर ने सूचना केन्द्र में किया बहुरंगी प्रदर्शनी का शुभारंभ

 
कोरोना के बाद अब उत्सवी फिज़ा: संभागीय आयुक्त
 

उदयपुर, 30 मार्च। 73वें राजस्थान दिवस के अवसर पर बुधवार को उदयपुर जिला मुख्यालय पर विरासत एवं संस्कृति का पर्व राजस्थान दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान राजस्थान की बहुरंगी कला, संस्कृति, इतिहास और निसर्ग के विविध रंग बिखरे, जिनका बड़ी संख्या में लोगों ने लुत्फ उठाया।

आज सुबह संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट एवं ज़िला कलक्टर ताराचंद मीणा ने सूचना केंद्र कलादीर्घा में राजस्थान दिवस प्रदर्शनी का विधिवत मौली बंधन खोलकर शुभारंभ किया और प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जनसम्पर्क उपनिदेशक डॉ. कमलेश शर्मा और वरिष्ठ फोटोग्राफर प्रो. महेश शर्मा ने बहुरंगी राजस्थान की कला, संस्कृति और प्राकृतिक संपदा पर आधारित रंगीन छायाचित्रों के बारे में अतिथियों को जानकारी दी। संभागीय आयुक्त व कलक्टर प्रदर्शनी की विषयवस्तु से अभिभूत दिखे और उन्होंने तसल्ली के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कला-संस्कृति और नैसर्गिक संपदा की छटा बिखेरते फोटोग्राफ का लुत्फ उठाया।
 

इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ, पर्यटन उपनिदेशक शिखा सक्सेना, सेव द गर्ल चाइल्ड की ब्रांड एंबेसडर डॉ. दिव्यानी कटारा, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सेवानिवृत संयुक्त निदेशक पन्नालाल मेघवाल, सहायक लेखाधिकारी दिनकर खमेसरा सहित अन्य विभागीय अधिकारी, गणमान्य लोग, मीडियाकर्मी एवं सूचना केन्द्र के स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
 

कोरोना के बाद अब उत्सवी फिज़ा: संभागीय आयुक्त
संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट घोषणा में जनजाति क्षेत्र यथा डूंगरपुर-बांसवाड़ा में पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से 10 करोड रुपये दिये है। उन्होंने कहा कि दो वर्ष से कोरोना महामारी की वजह से बंद फेस्टिवल अब प्रारंभ हो चुके है हाल ही में कुंभलगढ़ फेस्टिवल हुआ है और कुछ दिनों में मेवाड़ फेस्टिवल होगा, इसमें देश-विदेश के पर्यटक भाग लेंगे। उन्होंने पर्यटन के क्षेत्रों में नवीन स्थलों को विकसित करने एवं विभिन्न पर्यटक स्थलों का विकास करने, हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संभालकर रखने पर जोर दिया।

 

नवाचारों से बढ़ेगा लेकसिटी का पर्यटन:
प्रदर्शनी अवलोकन उपरांत जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार इस बार राजस्थान दिवस उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इसके तहत सूचना केन्द्र में आयोजित इस प्रदर्शनी में उदयपुर संभाग एवं मेवाड़ के प्राकृतिक सौंदर्य, वाइडलाइफ, बर्ड्स, ऐतिहासिक परिदृश्यों आदि का सुंदर चित्रण किया गया है।

उन्होंने कहा कि उदयपुर झीलों की नगरी है और प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार है। पर्यटन के क्षेत्र में नवाचार के लिए प्रभावी प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इको टूरिज्म पॉलिसी के तहत उदयपुर जिलें का इको टूरिज्म मैनेजमेंट प्लान बनाया जा रहा है, वहीं शहर के समीप इको सेंसेटिव जोन विकसित करने को लेकर भी कार्ययोजना बनाई जा रही है। कलक्टर ने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों एवं आदिवासी अंचल में पर्यटन विकास को लेकर कार्य किए जा रहे है जिससे स्थानीय लोगों को बढ़ावा मिले।