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बॉलीवुड गायक देव राठौर की गज़ल एवं सांस्कृतिक संध्या में बंधा समां 

अमन ओ चैन के राज को सुन, अन्दर की आवाज को सुन हम तो चलें....

 

उदयपुर। सृजन द स्पार्क संस्था को ओर से आज शाम बॉलीवुड गायक देव राठौर की राजस्थान कृषि महाविद्यालय सभागार में आयोजित गज़ल एवं सांस्कृतिक संध्या में श्रोता झूम उठें।  

गज़ल संध्या का आगाज़ गायक देव राठौर ने राग यमन में गायक मेंहदी हसन की गायी गज़ल को अपनी कम्पोजशिन में तैयार की गज़ल ...रंजिशे ही सही दिल दुखानें के लिये आ...,के साथ अपने कार्यक्रम की शुरूआत की तो श्रोता झूम उठें। तत्पश्चात उन्होंने शायर अरूण मखमूर की लिखी गज़ल अमन ओ चैन के राज को सुन,अन्दर की आवाज को सुन हम तो चलें...को अपनी कम्पोजिशन में आवाज दी तो उसी में खो गये।  

तत्पश्चात् राठौर ने गायक यशुदास के गाये गीत जब दीप जले आना...को सुन्दर आवाज ने श्रोताओं को उस दौर की याद दिला दी।  

राठौर ने खुद की कम्पोजिशन में तैयार की अपनी अन्य गज़ल ....बेहद हंसी है आप जवानी में देखियें...जगजीत सिंह की गायी प्रसिद्ध गज़ल...तुम को देख तो ये खयाल आया....,के पश्चात गज़ल गायक पंकज उधास की गायी गज़ल ...मोहे आए न जग से लाज मैं,इतनी जोर से नाची आज की घूंघरू टूट गये.... को जब राठौर ने अपनी सुरीली अवाज दी तो श्रोताओं ने तालियों की भरपूर दाद दे कर उनका अभिवादन किया।  राठौर के साथ तबले पर ओम कुमावत,सारंगी पर विजय दादरा,की बोर्ड पर नरेश,गिटार पर सुरेश दहलवी व ढोलक पर गिरीश ने संगत की।

इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष राजेश खमेसरा, सचिव किशोर पाहुजा,राजेन्द्र शर्मा, श्याम एस. सिंघवी, जे.आर.लोढ़ा, पी.एस.तलेसरा ने समारोह के मुख्य अतिथि शायर अरूण मखमूर, इन्दिरा आईवीएफ के चेयरमैन डॉ. अजय मुर्डिया, इन्दिरा मुर्डिया, जितेन्द्र पाण्डे, कवित्रियी आशा ओझा पाण्डे का उपरना ओढ़ाकर एवं स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। एक बालक की जान बचानें वाले सुरेश चोर्डिया को समारोह में विशेष सम्मान से सम्मानित किया गया।  

सचिव किशोर पाहुजा ने बताया कि देव राठोड ने टीवी सीरियल दूर किनारे मिलते हैं, कैसी है ज़िंदगानी, शायराने वतन आदि के लिए ग़ज़ल, भजन एवं गीत गाये हैं। राठौर ने प्रसिद्द ग़ज़ल गायक जगजीत सिंह के लिए काव्यांजलि मिलकर जुदा हुए भी रिकॉर्ड की। कार्यक्रम का संचालन दिनेश कटारिया ने किया।