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सफाई व्यवस्था से खिन्न हुए वार्ड पार्षद ने सेल्फॉस की गोली खाने तक की धमकी दे डाली

वार्ड 69 में लगा है गंदगी का अंबार

 

उदयपुर 29 मार्च 2022 । स्मार्ट सिटी, पर्यटन नगरी और झीलों की नगरी कही जाने वाली उदयपुर नगरी की सफाई व्यवस्था की पोल खोलता उदयपुर शहर के वार्ड 69 (फतेहपुरा -खारोल कॉलोनी) की कुछ तस्वीरे आज हम आपको दिखाने जा रह है। यह तस्वीरें हमें वार्ड पार्षद अली असगर ने भेजी है। वार्ड 69 के पार्षद अली असगर सनवाड़ी ने अपने वार्ड की सफाई समस्या से इतने परेशान हो चुके है उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारी को सेल्फॉस की गोली खा लेने तक की धमकी दे डाली। 

शहर के वार्ड 69 के कांग्रेसी पार्षद अली असगर ने वार्ड में लंबे समय से सफाई नहीं होने पर स्वास्थ्य शाखा के अधिकारी सत्यनारायण शर्मा को फोन किया और उनके आफिस के बाहर ही सेल्फोस की गोलियां खाने की बात कह दी। इस धमकी पर निगम के अधिकारी ने पहले तो उसे हल्के में लिया। हालांकि बाद उन्होंने 2 दिनों में सफाई करवाने का आश्वासन दिया। 

नगर निगम के वार्ड नंबर 69 से पार्षद अली असगर ने बताया कि वे नगर निगम के अधिकारी से लेकर उप महापौर तक को लिखित में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन वार्ड में जमादार की लापरवाही से सब परेशान हैं। जनता ने उन्हें पार्षद चुना है सफाई की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही से वार्ड में सफाई नहीं हो पा रही। कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई हल नहीं निकला तब जाकर उसने जान देने बात कही हैं।

पार्षद अली अजगर सनवाडी का कहना है कि बीतें 2 महीनों में आधा दर्जन से ज्यादा शिकायतों के बावजूद निगम के निरीक्षक या स्वास्थ्य अधिकारी उनके वार्ड में नहीं पहुंचा। पिछले कई दिनों से नालियों की सफाई नहीं होने से गंदा पानी घर में घुसने तक की नौबत आ गई। इस पर वार्डवासियों से समस्याओं के समाधान नहीं करवाने के रोज़ ताने सुनने पड़ रहे है। जिससे वह आहत हो चुके और मानसिक रूप से तंग आ चुके हैं। 

बता दें कि उदयपुर नगर निगम में पिछले 27 सालों से भारतीय जनता पार्टी का बोर्ड है। ऐसे में कांग्रेसी पार्षदों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जहाँ तक सफाई व्यवस्था का सवाल है की नगर निगम की कार्यशैली से शहरवासी वाकिफ है। सिर्फ वार्ड 69 ही नहीं अन्य कई वार्ड भी इस समस्या से जूझ रहे है।  स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का कार्य जहाँ चल रहा है वहां की सफाई व्यवस्था में व्यवधान होना लाज़िमी है लेकिन जहाँ स्मार्ट सिटी के तहत कार्य नहीं चल रहा है वहां भी आमजन त्रस्त है।  नगर निगम का बोर्ड सफाई व्यवस्था पर ध्यान नहीं दे रहा है।