खबर का असर-असमी युवती को बंधक बनाकर रखने के मामले में एफआईर दर्ज
पीड़िता में अपनी रिपोर्ट में बंधक बनाने वाले आरोपी के खिलाफ बलात्कार जैसे गंभीर आरोप लगाए है।
उदयपुर 15 सितंबर 2022 । उदयपुर में गत दिनों असम से खरीदकर लाइ गई 17 वर्षीय बालिका को चूरू निवासी व्यक्ति द्वारा उदयपुर में बंधक बनाकर रखने के मामले में मीडिया में छपी खबरों के बाद सुखेर थाना पुलिस ने युवती की एफआईर दर्ज मामले का अनुसन्धान शुरू कर दिया।
पीड़िता में अपनी रिपोर्ट में बंधक बनाने वाले आरोपी के खिलाफ बलात्कार जैसे गंभीर आरोप लगाए है। पुलिस को दी रिपोर्ट में युवती ने असम में अपने पड़ौस में रहने वाले दम्पति पिंकी और आर्यन सिंह पर भी लगाया की वह उन्हें घुमाने के बहाने गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से ट्रैन में बिठाकर पहले दिल्ली फिर लालगढ़ बीकानेर ले कर आये जहाँ पिंकी ने उसे शादी कराने की बात कहते हुए चूरू निवासी ईश्वर मेघवाल से मिलवाया। वह लोग उनको चूरू लेकर गए जहाँ उनकी ईश्वर मेघवाल से जबरन शादी करवाई और ईश्वर से उसकी एवज़ में पिंकी और आर्यन सिंह ने दो लाख रूपये ले लिए।
ईश्वर मेघवाल 4 सितंबर 2022 को पीड़िता को लेकर उदयपुर आ गया, जहाँ सुखेर थाना क्षेत्र में स्थित नीलम मार्बल फैक्ट्री में पीड़िता को लेकर गया जहाँ पर ईश्वर के माता पिता और भाई भी मौजूद थे। पीड़िता ने आरोप लगाया की 6 सितंबर को आरोपी ईश्वर ने उसके साथ दुष्कर्म किया। 6 सितंबर को ही पीड़िता ईश्वर के चंगुल से निकल भागी और सुखेर पुलिस थाना पहुंची जहाँ से पुलिस ने उसे सखी वन स्टॉप सेंटर भेज दिया लेकिन उस समय एफआईआर दर्ज नहीं की।
पीड़िता ने एफआईआर दर्ज होने के बाद अपने घर जाने की इच्छा जताई है और आरोपी ईश्वर के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाया है उसके सहित अन्य सभी आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।
यह था मामला
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव एवं एडीजे कुलदीप शर्मा मंगलवार को सखी वन स्टोप सेंटर पहुंचे। प्रभारी किरण पटेल ने उन्हें किशोरी के साथ हुए वाकये की जानकारी दी। बताया कि 6 सितम्बर को शहरी थाना पुलिस ने 17 वर्षीय किशोरी को केंद्र पहुंचाया था। बालिका ने जबरन शादी करवाने और खरीद फरोख्त की जानकारी दी। किशोरी ने बताया कि उसे उत्तर-पूर्वी राज्य से एक महिला और एक पुरुष दो दलालों के माध्यम से राजस्थान में लाए थे। जहां उसे नशीला पदार्थ पिलाया, जिससे वह दो-तीन दिन तक बेहोशी की हालत में रही। इसके बाद 2 लाख रुपए लेकर उसकी जबरन शादी करवाई गई।
शादी के बाद जब उसे अपने साथ हुई घटना के बारे में पता चला तो उसने घर जाने की जिद की। इस पर किशोरी के खरीददारों ने दलालों से बात की। उस पर दबाव डाला गया कि यदि उसे पति के साथ रहने के बजाय वापस गांव जाना है तो 4 लाख रुपए देने होंगे। इसके चलते किशोरी के साथ मारपीट की गई। उसे शहर के एक थाना क्षेत्र में लाकर बंधक बनाकर रखा गया, जहां से मौका पाकर भाग निकली। किसी महिला की मदद से वह थाने पहुंची, जहां से मामूली कार्रवाई कर सखी वन सेंटर भेज दिया। केंद्र प्रभारी ने कार्रवाई के लिए थाने में संपर्क किया, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाई।