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युवाओ पर रहा फोकस, राइट टू जॉब और 50 फीसदी युवाओ को मौका देने पर हो रहा चिंतन

कांग्रेस में 50 फीसदी युवाओं को मिलेगा मौका, एक परिवार से एक ही टिकट

 

जिलाध्यक्ष और राज्य कार्यकारिणी का टर्म फिक्स रहेगा

5 साल तक पद पर रहने के बाद अगले 3 साल तक कोई पद नहीं मिलेगा 

उदयपुर 13 मई 2022। उदयपुर के ताज अरावली रिसोर्ट में चल रहे कांग्रेस के तीन दिवसीय नव संकल्प चिंतन शिविर में युवाओ पर जमकर फोकस किया जा रहा है। जिसमे युवाओ (50 की उम्र से नीचे) को 50 फीसदी मौका देने की और युवाओ के रोज़गार हेतु राइट टू जॉब के प्रस्ताव की बात सामने आई है। ताकि युवाओ को अधिक से अधिक कांग्रेस से जोड़ा जा सके। वहीँ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने अपने स्वागत उद्बोधन में बड़े नेताओ को त्याग करके पार्टी हित में काम करने की नसीहत दी है। 

नव संकल्प चिंतन शिविर में कांग्रेस में बदलाव के साथ सभी नए मॉडल भी लागू किए जाएंगे। 50 से कम उम्र के युवाओ को 50 फीसदी टिकट देने, एक परिवार से एक टिकिट देने से लेकर पद पर लंबे समय तक पद पर बने रहने वाले फॉर्मूला को बदलने की भी बात की जा रही है। इसके तहत पार्टी में जिलाध्यक्ष और राज्य कार्यकारिणी का टर्म फिक्स रहेगा, 5 साल तक पद पर रहने के बाद अगले 3 साल तक कोई पद नहीं मिलेगा। लगातार किसी को 5 साल के बाद पद नहीं दिया जाए, कम से कम 3 साल का गैप रहे। तीन साल के गैप के बाद ही आगे कोई पद दिया जाए। हालाँकि गाँधी परिवार को इस फॉर्मूले से बाहर रखा गया है। 

वहीँ प्रवक्ताओ ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया की कांग्रेस RTI (सूचना का अधिकार), RTE (शिक्षा का अधिकार), RTF (राइट टू फ़ूड अधिकार) की तर्ज़ पर युवाओ के लिए राइट टू जॉब या राइट टू एम्प्लॉयमेंट के प्रस्ताव पर विचार किया जायेगा। कांग्रेस शासित राजस्थान और छत्तीसगढ़ में राइट टू जॉब का फार्मूला अपनाने पर भी चिंतन किया जाएगा।    

सोनिया ने कहा की वह न तो विफलताओं से बेखबर हैं न ही लोगों की अपेक्षाओं से अनजान है। उन्होंने कहा की हमें यह प्रण लेने इकट्ठा हुए हैं, हम देश की राजनीति में अपनी पार्टी को उसी भूमिका में लाएंगे जिसकी उम्मीद इस बिगड़ते समय में देश की जनता करती है। हम आत्मनिरीक्षण कर रहे हैं। यह तय करें कि यहां से निकलें तो एक नए आत्मविश्वास और प्रतिबद्धता से प्रेरित होकर निकलेंगे।

सोनिया ने स्वीकार किया की आज पार्टी के सामने असाधारण परिस्थितियां हैं। असाधारण परिस्थितियों का मुकाबला असाधारण तरीके से ही किया जा सकता है। हमें सुधारों की सख्त जरूरत है। हमें रणनीतिक बदलाव, ढांचागत सुधार और रोजाना काम करने के तरीके में बदलाव सबसे बुनियादी जरूरी मुद्दा है। हमारा उत्थान सामूहिक प्रयासों से ही हो पाएगा। यह प्रयास टाले नहीं जा सकते। 

राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि देश 70 साल में कहां से कहां पहुंच गया। कांग्रेस के सिद्धांत, नीतियां देश के डीएनए की तरह हैं। हमारी कमजोरी है कि हम काम करते हैं, लेकिन मार्केटिंग नहीं करते। भाजपा पर निशाना लगाते हुए कहा की यह झूठे फरेबी लोग हैं, काम कम करते हैं, मार्केटिंग ज्यादा करते हैं।