×

राजस्थान के दुर्ग ऐतिहासिक महत्व एवं शिल्प सौंदर्य पुस्तक का विमोचन

इस पुस्तक में प्रसिद्ध 39 दुर्गों की स्थापत्य एवं ऐतिहासिक महत्व की जानकारी उपलब्ध कराकर सराहनीय कार्य किया है

 

उदयपुर, 30 मार्च। संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट व ज़िला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बुधवार को सूचना केंद्र में आयोजित समारोह में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक पन्नालाल मेघवाल द्वारा लिखित ‘राजस्थान के दुर्ग ऐतिहासिक महत्व एवं शिल्प सौंदर्य’ पुस्तक का विमोचन किया।

संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने कहा कि पुस्तक के लेखक पन्नालाल मेघवाल ने इस पुस्तक में प्रसिद्ध 39 दुर्गों की स्थापत्य एवं ऐतिहासिक महत्व की जानकारी उपलब्ध कराकर सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने पुस्तक के लेखक से बदनोर जैसे अन्य दुर्गों की जानकारी उपलब्ध कराने का भी सुझाव दिया। लेखक ने बताया कि उन्होंने बदनोर सहित अन्य बारह दुर्गों पर लेखन कार्य पूरा कर लिया है। इन दुर्गों की जानकारी पुस्तक के आगामी द्वितीय अंक में प्रकाशित की जाएगी।

ताराचंद मीणा ने कहा कि राजस्थान के दुर्ग ऐतिहासिक महत्व एवं शिल्प सौंदर्य पुस्तक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए उपयोगी है। उन्होंने मेघवाल को उत्कृष्ट लेखन कार्य के लिए बधाई दी। इस अवसर पर जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. कमलेश शर्मा, नगर नियोजन विभाग के पूर्व अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक एस. के. श्रीमाली, खान एवं भूविज्ञान विभाग के अतिरिक्त निदेशक एस.डी. डोडिया एवं इतिहासकार महेश शर्मा उपस्थित थे।