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पहले दूर से लाना पड़ता था जल, अब हर घर में लग गये नल
 

उदयपुर के पालड़ी में साकार हुआ जल जीवन मिशन

 

उदयपुर, 27 जुलाई। आमजन की सुविधार्थ सरकार द्वारा ‘हर घर नल, हर घर जल’ की मंशा को साकार करने के लिए संचालित जल जीवन मिशन उदयपुर जिले में साकार होता दिखाई दे रहा है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की तत्परता, लगातार बैठक एवं मिशन की प्रगति की समीक्षा के साथ प्रभावी प्रयासों से जि़ले के कई गांवों में जल जीवन मिशन के तहत अब तक स्वीकृति जारी होकर कार्य संपन्न हुए हैं और इसके बाद ग्रामीणों की शुद्ध पेयजल प्राप्त करने की राह आसान हुई है।
 

मिशन की सफलता का बखान कर रहा है उदयपुर शहर के समीप बड़गांव पंचायत समिति क्षेत्र का पालड़ी गांव। यहां का हर बाशिंदा सरकार के इस मिशन की तारीफ कर रहा हैं। ग्रामीणों के अनुसार मिशन की गतिविधियों के बाद उनको दूर-दूर भटक कर कुओं, तालाबों, बावडि़यों या हैंडपंप से पानी लाने की मशक्कत से राहत मिली है। इन गांवों के निवासियों को अब नलों के माध्यम से सीधे उनके घरों में ही शुद्ध पेयजल मिलने लगा है और लाभार्थी राज्य सरकार का आभार व्यक्त कर रहे हैं।
 

पानी मिलने से शांति ने पाया सुकून:
पालड़ी गांव की शांति ने बताया कि एक ज़माना था जब वे पीने के पानी के लिए तरस जाते थे। उनके परिवार के सदस्य दूर-दूर जाकर कुओं और हैंडपंप से पानी लाते थे जिससे न सिर्फ उन्हें शारीरिक और मानसिक तौर पर परेशान होना पड़ता था, बल्कि काफी वक्त भी जाया हो जाता था। गर्मियों में तो परेशानी और बढ़ जाती थी जब कुएं और तालाब सुख जाते थे लेकिन अब गाँव में स्थिति बदल गई है। घरों में नल से शुद्ध जल मिल पा रहा है, जिसके लिए वे सरकार के आभारी हैं।

 

भविष्य दास बोला-सोचा न था....घर पर आएगी गंगा:
ऐसे ही एक और लाभार्थी हैं पालड़ी निवासी भविष्य दास रंगास्वामी। उन्होंने बताया कि उनका परिवार लगभग पचास वर्षों से इस गाँव में रह रहा है। उन्होंने देखा है कि गाँव के बड़े-बुजुर्ग पहले कंधे पर या साइकिल पर ढो कर काफी दूर जाकर पानी लाते थे, लेकिन अब उनके घर के बाहर नल कनेक्शन हो चुका है और अब आसानी से पानी मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि कभी सोचा भी नहीं था कि शहरों की तर्ज पर गांवों में भी ऐसे नलों से पानी मिलना संभव हो सकेगा, यह तो जैसे घर पर गंगा आने जैसा ही है।

 

मिशन ने बदली गांव की तकदीर-सरपंच शर्मा
स्थानीय सरपंच संजय शर्मा ने बताया कि गाँव के घर-घर तक में पेयजल की उपलब्धता होना इतना आसान नहीं था लेकिन मिशन ने गांव की तकदीर ही बदल दी। गाँव में एक बड़ी टंकी का निर्माण हुआ जिससे यहाँ के निवासियों को नलों के माध्यम से पेयजल की सप्लाई हो रही है। इससे ग्रामीण बेहद खुश हैं। पीएचईडी के सहायक अभियंता दीपेश परिहार के अनुसार शुरुआत में यहां घरों में पेयजल कनेक्शन करने में काफी परेशानी हुई, लेकिन धीरे-धीरे आमजन के सहयोग से कार्य पूर्ण हो रहा है। अब इन ग्रामीण घरों के बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए अब दूर जाकर तालाब, बावड़ियों, कुओं आदि से पानी लाने की झंझट से मुक्ति मिल गई है।  

 

अब तक 993 गांवों के लिए स्वीकृति प्राप्त:
विभाग के अधीक्षण अभियंता विपिन जैन ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत अब तक जिले के 993 गांवों के लिए स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। इसके अलावा 375 गांवों को मेजर प्रोजेक्ट अंतर्गत जाखम बांध से जल लाकर योजना बनाई जा रही है, इसमें मुख्य तौर पर भींडर और मावली क्षेत्र है। 298 गाँव ऐसे हैं जिन्हें सोम कमला अम्बा बांध से जल उपलब्ध कराया जाना है।

 

एसीएस डॉ. अग्रवाल ने की समीक्षा:
मिशन की गतिविधियों की समीक्षा के लिए गत दिनों अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल भी उदयपुर पहुंचे थे जहां उन्होंने पीएचईडी एसई कार्यालय में संभाग के समस्त जिलों प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमंद, उदयपुर के अधीक्षण अभियंताओं सहित अन्य अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने जिलों में उपलब्ध जल की मात्रा, पेयजल सप्लाई की स्थिति, जल जीवन मिशन में आ रही अड़चनों एवं चुनौतियों एवं समाधान जैसे कई बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने जल जीवन मिशन सहित अन्य योजनाओं के लंबित कार्यों को समय पर पूरा करने एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने पर जोर दिया जिससे कि हर घर नल से जल की परिकल्पना साकार हो सके।

 

आमजन के सहयोग से प्रशासन उत्साहित
उदयपुर जिले में आमजन द्वारा अभियान की क्रियान्विति को लेकर मिल रहे सहयोग से प्रशासन उत्साहित है। कलक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार समय पर योजना को पूरी करने के लिए प्रयासरत है। आशा है योजना से आमजन को इसी तरह लाभ मिलता रहेगा और हर घर नल से जल का सपना शीघ्र ही साकार होगा।