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कन्हैया लाल हत्याकांड मामला के मुख्य गवाह को हुआ ब्रेन हैमरेज

जयपुर से उदयपुर भेजे डॉक्टर्स,  प्रभारी मंत्री राम लाल जाट पहुंचे मिलने 

 

उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा की तबीयत बीगड़ने के बाद उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया। फिलहाल उनका उपचार एमबी अस्पताल में जारी हैं। चर्चित केस से जुडे़ के होने के चलते राजकुमार शर्मा के लिए जयपुर से डॉक्टर्स की एक टीम ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उदयपुर भेजी गई है।  

घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी शर्मा की तरफ संवेदना जाहिर की है, तो वही अपने उदयपुर प्रवास के दौरान प्रभारी मंत्री राम लाल जाट भी हॉस्पिटल पहुंचे और डॉक्टरों से शर्मा की तबीयत के बारे में जानकारी ली। 

उदयपुर के एम् बी हॉस्पिटल के पूर्व अधीक्षक एवं आर.एन.टी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. लाखन पोसवाल ने से मिली जानकारी के अनुसार राजकुमार शर्मा को ब्रेन हेमरेज होने पर 1 अक्टूबर को एम्.बी हॉस्पिटल के सुपर इस्पेशिलिटी विंग में भर्ती करवाया गया था, तभी से उनका इलाज किया जा रहा है, इस के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी उनसे बात कर शर्मा की सेहत की जानकारी ली थी और उनके बेहरत इलाज मुहय्या करवाने की बात कही थी। 

पोसवाल ने बताया की 1 अक्टूबर से आज 3 अक्टूबर के भीच ब्लड क्लोट की साईज बड़ी है जो की एक गंभीर बात है, इसी को देखते हुए जयपुर के एसएम्एस हॉस्पिटल के अध्यक्ष डॉ. सुधीर और उनकी टीम से वार्ता की गई थी जिसमे अब स्थिति को देखते हुए ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया है, और इस के लिए जयपुर से डॉक्टर्स की टीम उदयपुर के लिए रवाना हो गई है, उनके उदयपुर पहुँचने पर शर्मा का ऑपरेशन किया जायेगा। 

गौरतलब है की 28 जून को दिन दहाड़े शहर के व्यस्ततम इलाके मालदास जी सेहरी की भूतमहल गली में अपनी टेलर की दुकान चलने वाले कन्हैयालाल साहू की बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में किये गए पोस्ट से नाराज हो कर दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी, हत्या के समय दूकान में कन्हैयालाल के साथ उसके दो सहायक ईश्वरलाल और राजकुमार शर्मा भी मौजूद थे। जिन्होंने इस पूरी निर्मम घटना को होते हुए अपनी आँखों से देखा था। यहाँ तक की इनमे से एक इश्वरलाल ने तो कन्हैयालाल की जान बचाने का प्रयास भी किया था जिसमे उन्हें भी गंभीर चोटें आई थी। तो वही राजकुमार जैसे तैसे अपनी जन बचा कर वहां से निकले थे।