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भारत मे लगभग 13 करोड़ मानसिक रोगी और एक करोड़ लोगों को गंभीर मानसिक रोग: डॉ जितेंद्र जीनगर

Mental awareness month
 

गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, उदयपुर के मनोचिकित्सा विभाग ने मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोरोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 4 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन किया ।

जिसका समापन 10 अक्टूबर को मुख्य अतिथि, गीतांजली यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर डॉ ऍफ़.एस. मेहता, डीन डॉ डी.सी. कुमावत एवम एडिशनल प्रिंसिपल डॉ मंजिन्दर कौर की उपस्थिति में हुआ।  
 
मनोचिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ जीनगर ने बताया कि भारत मे लगभग 13 करोड़ मानसिक रोगी और एक करोड़ से भी ज्यादा लोगों को गंभीर मानसिक रोग है। भारत मे मनोचिकित्सक डॉक्टरों की भारी कमी है वर्तमान स्थिति के अनुसार भारत मे एक लाख लोगों पर एक मनोचिकित्सक भी नही है। 

प्रोफ़ेसर डॉ मनु शर्मा ने बताया कि 4 अक्टूबर को स्लोगन राइटिंग कम्पटीशन रखा गया था जिसमें पहला स्थान विनि दवे, दूसरा स्थान किमि, तीसरा स्थान निक्की गर्ग और सांत्वना पुरुस्कार खुशी शर्मा को प्राप्त हुआ।

6 अक्टूबर को पोस्टर मेकिंग कम्पटीशन रखा गया जिसमे प्रथम पुरस्कार अंचिता सेठिया, द्वितीय पुरस्कार रिशिता गुप्ता, तृतिय पुरस्कार अनुष्का सुहाग और सांत्वना पुरस्कार मनीषा ने प्राप्त किया ।

विभाग के सहायक आचार्य, डॉ धीरज गोया ने बताया कि 8 तारीख को फतेह सागर की पाल पर मानसिक स्वास्थ्य जागरूक रैली रखी गयी जिसका उद्घाटन गीतांजली यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर डॉ एफ एस मेहता साहब ने किया जिसमे लगभग 250 मेडिकल व नर्सिंग छात्रों ने भाग लिया । 

इंटर कॉलेज क्विज कम्पटीशन का फाइनल राउंड क्विज मास्टर डॉ अनिल कुमावत, सहायक आचार्य मनोचिकित्सा विभाग, ने कराया जिसमे उदयपुर के सभी मेडिकल कॉलेज से चुने हुए मेडिकल स्टूडेंट्स ने भाग लिया । जिसके विजेता, गीतांजली मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स विश्व मेहता और राहुल सोनी 
एवम उपविजेता आर न टी मेडिकल कॉलेज के कुश बंडवाल और अंजेला शर्मा रहे ।

मानसिक रोग के बारे में जानकारी बढ़ाने के लिए फतेह सागर की पाल पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया जिसमे फार्म डी के छात्रों ने सक्रिय भूमिका निभाई। समारोह के अंत में डॉ मनु शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव पास किया ।