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पेट्रोल डीजल की सप्लाई में आई कमी, ड्राई आउट की स्थिति

ग्रामीण क्षेत्रो में स्थिति शहरो के मुकाबले बदतर

 

उदयपुर 15 जून 2022 । पेट्रोल और डीजल की बढ़ती हुई कीमतों के मद्देनजर पेट्रोल पंपों पर ड्राई आउट की कंडीशन आ चुकी है और इससे आम जनता की परेशानी मैं इजाफा होता हुआ दिख रहा है। उदयपुर शहर में भी कई पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर या तो रोक लगा दी गई है या फिर उनका समय निर्धारित कर दिया गया है।  इस ड्राई आउट का सबसे बड़ा कारण कहीं ना कहीं पेट्रोल और डीजल की सप्लाई में आई कमी को माना जा रहा है। 

उदयपुर डिस्ट्रिक्ट पेट्रोलियम डिविलियर्स वेलफेयर सोसाइटी के सह सचिव मनोज गोयल ने बताया कि उदयपुर शहरी इलाके को देखा जाए तो इतनी  परेशानी नहीं है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई और बिक्री की परेशानी ज्यादा है क्योंकि पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा प्रायरिटी सिस्टम तय किया गया है जिसमें शहरी इलाकों को पहली प्रायरिटी दी गई है। इसी के चलते शहरी पेट्रोल पंप को पहले माल दिया जाता है और फिर ग्रामीण इलाकों में बने पेट्रोल पंप को माल सप्लाई किया जाता है जिससे कि शहरी पेट्रोल पंप पर अचानक से ड्राई आउट की कम मामले सामने आ पाए। 

दूसरी और देखा जाए तो रिलायंस के पेट्रोल पंप में सबसे ज्यादा डीजल और पेट्रोल की शॉर्टेज है जिसमें अब तक कुल 90% एस्सार और रिलायंस के पेट्रोल पंप ड्राई आउट हो चुके हैं। उसके बाद अगर देखा जाए तो एचपीसी और बीपीसी में भी माल की काफी हद तक कमी चल रही है और दिन में भी राशनिंग सिस्टम कर दिया गया है। पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा ग्रामीण इलाकों में 2 या 3 दिन में एक बार सप्लाई दी जा रही है उसमें भी उनको पूरा लोट एक साथ नहीं दिया जा रहा। 

गोयल ने बताया कि यह कमी दरअसल क्रूड ऑयल और डॉलर की रेट पर आधारित है क्योंकि दूसरे देशों से जो क्रूड इंडिया में मंगाया जा रहा है वह महंगे दामों पर मंगाया जा रहा है और इंडिया में उसे सस्ते दामों पर बेचना पड़ रहा है जिसकी वजह से सभी पेट्रोलियम कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है और इसी के चलते यह निर्णय लिया गया है। 

कंपनियों को डीजल की कीमतों में करीब 15 से 17 ₹ प्रति लीटर का नुकसान हो रहा हैं तो वही पेट्रोल की कीमतों में 9 से 10 ₹ प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है। गोयल ने बताया कि कोरोना काल में जो टैक्स बढ़ोतरी हुई थी अगर सरकार उसे काम कर देती हैं तो स्थिति समान्य हों सकती हैं।