रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने 2 घंटे का ओपीडी और आईपीडी का कार्य बहिष्कार किया, सीनियर डॉक्टर्स ने संभाली कमान

रेजिडेंट डॉक्टर के 2 घंटे के कार्य बहिष्कार के दौरान मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। एमबी चिकित्सालय में इलाज कराने आए मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ा

 
doctors strike

काफी लंबे समय से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन काली पट्टी बांधकर विरोध कर रहा था। लेकिन शुक्रवार को रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने 2 घंटे का ओपीडी और आईपीडी का कार्य बहिष्कार किया। कार्य बहिष्कार के दौरान सीनियर डॉक्टर्स ने कमान संभाली। 

उदयपुर रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर नवरत्न शर्मा ने बताया कि रेजिडेंट डॉक्टर पर लगाई जाने वाली बॉन्ड नीति  जिसकी प्रक्रिया इस साल परीक्षा के पूर्व ही शुरू हो जानी चाहिए थी वह अब छह महीने के बाद अक्टूबर से शुरू की जा रही है। 

इस समय अवधि में सभी रेजिडेंट्स  को बिना पूर्व सूचना और बंध पत्र की शर्तों के विपरीत दस्तावेज प्रदान करने से सभी रेजिडेंट को लगभग 5 माह आजीविका के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। राज्य सरकार ना सिर्फ रेजिडेंस को 5 माह का वेतन दे बल्कि इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर उचित कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटाया जाए।  

उन्होंने बताया कि जब तक राज्य सरकार उनकी मांगें नहीं मान ली थी तब तक विरोध जारी रहेगा और जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। रेजिडेंट डॉक्टर के 2 घंटे के कार्य बहिष्कार के दौरान मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। एमबी चिकित्सालय में इलाज कराने आए मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ा।