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बड़गांव में सड़क चौड़ी करने के नाम पर मुआवज़े से नाखुश है क्षेत्रवासी 

नाराज़ क्षेत्रवासियों ने संभागीय आयुक्त को दिया ज्ञापन

 

शहर से सटे बडगांव क्षेत्र में जहाँ एक तरफ सड़क चौड़ी करने का काम (Bottle Neck) हटाने का काम शुरू हो गया है तो वहीँ इस काम से क्षेत्र के कुछ लोग प्रभावित भी हो रहे है और उनमे से कुछ लोग अपनी मांगों को लेकर बुधवार को संभागीय आयुक्त पहुंचे जहाँ उन्होंने संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट से मुलाक़ात की और ज्ञापन भी सौंपा। 

क्षेत्रवासियों का कहना है की आयुक्त ने उनकी बात को सुना और अधिकारियों को उचिंत कार्यवाही करने की कही। 

बडगांव के पूर्व सरपंच पन्ना लाल शर्मा का कहना है की आज बुधवार को पुरे क्षेत्र में युआईटी की टीम मौजूद है, पुलिस का जाप्ता लगा हुआ है। सड़क चौड़ी करने के मामले में पहले से वार्तालाप चल रही है। पूर्व में भी कलेक्टर से भी निवेदन किया गया , यु.आई.टी सचिव् से भी निवेदन किया। नियम अनुसार जो मुआवज़ा बनता है वो मुआवजा दिया जाए। सड़क चौड़ी करने के काम के चलते जो जमीन जा रही है वहां पर लोगो के घर के साथ साथ दुकाने भी है जिससे उनकी रोज़ी रोटी चल रही है।  उनके परिवार  उसी से पल रहे है, अगर जमीन जाती है तो परिवार पुरे खत्म हो जाएंगे। 

शर्मा ने कहा की उनके ऐसे मकान को तोडा जा रहा है जिसमे उनकी 4 पीढ़ियां रहती आई है। ऐसे मकान को तोडा जाए तो उसके लिए उचित मुआवजा दिया जाए। यु.आई.टी के सचिव पर उन्होंने दहशत फ़ैलाने का आरोप लगाते हुए कहा की पहले ये निर्णय लिया गया था की अभी स्वेच्छा से तोड़े गए मकान के फोटो विभाग को देंगे जिसके आधार पर मुआवजा दिया जाएगा। 

मुआवजा के बारे में भी बात करते हुए शर्मा ने कहा की मुआवजा ऐसा दिया जा रहा है की जैसे  “आटे में नमक” लोगो के मकान अगर तोड़ दिए जाएंगे तो लोग अपने घर के सामान कहाँ ले जा कर डालेंगे। शर्मा ने कहा की पूर्व सचिव का कमिटमेंट था की की जिसका भी मकान तोडा जाएगा उनको मकान के बदले मकान दिया जाएगा और और जो भी तोड़फोड़ होगी उसका पैसा अलग से दिया जाएगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा है। 

उन्होंने से कहा की उनकी नींद हराम हो गई है। उन्होंने बताया की बडगांव काफी समय पहले दरबारों के समय से बसा हुआ है और यहाँ पर उनको मिला कर काफी ऐसे लगो है जिनके पास दरबार द्वारा दिए गए पट्टे है। उन्होंने कहा की उनको सड़क चौड़ी करने की बात पर कहा की उन्हें सड़क चौड़ी करने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन लोगो को उचित मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने अपनी परेशानी को कलेक्टर के समक्ष भी रखा है और संभागीय आयुक्त के समक्ष भी जिस पर उन्होंने उनकी बात को सुना है। उन्होंने कहा की ज्यादातर लोगो के पास पट्टे ही है और दस्तावेज देने का काम सरकार का होता है। 

कुल 126 लोगो  ऐसे परिवार है जो प्रभावित है जिसमे से 70 परिवार ऐसे है जो इस में अपना सहयोग देने यानि की घर तोड़ने से मना कर रहे है और इसी को लेकर उन्होंने ज्ञापन भी दिया है। क्षेत्र के 90% लोगो द्वारा मुआवजे के चेक ले लेने के लिए सवाल किया गया तो शर्मा ने इस बात को पूरी तरह से झूठा बताया और कुछ लोगो द्वारा भ्रमिक बातें फेलाने की बात कही। उन्होंने सरपंच पर आरोप लगाया की वो और उनके साथ मिलकर नेता गिरी करने वाले कुछ लोगो ने झूठी बात फैलाई है और सब कुछ बर्बाद किया है।  

क्षेत्र के रहने वाले मीठालाल का कहना है की सड़क चौड़ी करने की इस प्रक्रिया में उनका प्यारा मकान ही टूट रहा है, और इसी घर के अंदर दूकान चलाते है, बेटे की मौत हो चुकी है और घर को बहु के नाम पर किया हुआ है, कमाने वाला कोई नहीं है, दूकान के सहारे पर ही घर चलता है। मीठा लाला की भी मांग ये ही है की ऐसे में उनको दूसरी जगह प्लाट देकर मकान बनाकर दिया जाए। 

ज़िला कलेक्टर ताराचंद मीणा से जब इस मुद्दे पर बात की गई तो उन्होंने कहा की 75% लोगो को मुआवजा जारी कर दिया गया है, कुछ लोग विकास नहीं चाहते 75% लोगो को जिन्होंने स्वेच्छा से सहयोग किया है उन्हें मुआवजा जारी हो चूका है और जो बाकी है उन्हें नियम अनुसार जारी किया जाएगा।