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हारमोन संबंधी रोग व मधुमेह की जटिलताओं एवं ईलाज पर हुआ गहन मंथन

हारमोन असन्तुलन के कारण लड़कियों के आने वाले अनचाहें बालों के ईलाज पर हुई चर्चा

 

उदयपुर। द एण्डोक्राइन एंड डायबिटीज रिसर्च ट्रस्ट और डायबिटीज वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में शनिवार से रामपुरा रोड स्थित बेम्बूसा रिसॉर्ट में दसवीं एण्डो-डायकोन 2022 दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें हारमोन व मधुमेह बीमारियों के सन्दर्भ में हो रहे नवीन अनुसंधानों पर गहन मंथन किया गया।

ट्रस्ट के संस्थापक डॉ. डी.सी.शर्मा ने बताया कि दोनों दिन हारमोन व मधुमेह बीमारियों के सन्दर्भ में 45 लेक्चर हुए थे और इन बीमारियों के 6 केस पर चर्चा की गई। डायबिटीज में ध्यान नहीं रखनें पर मरीज आम तौर पर किडनी की बीमारी प्रभावित होता है। मधुमेह बीमारी में आयी दो नयी दवाईयों इमिग्लिमिन, ओरल सेमा ग्लाटाइेड सहित इसका ईलाज पर पड़नें वाले प्रभाव गहन मंथन हुआ।

उन्होंने बताया कि किशोरावस्था पर लड़कियों के ब्रेस्ट बढ़ने के कारणों, किशोरावस्था में लड़कियों के शरीर में हारमोन के असुन्तलन के कारण आने वाले अनचााहे बालों एवं लाइफ स्टाईल में हो रहे बदलावों के कारण आम हो रही पीसीओएस नामक बीमारी के कारणों व ईलाज पर चर्चा की गई।

डॉ. शर्मा ने बताया कि थायराइड बीमारी की जांचों को लेकर चिकित्सक को कभी-कभी समझ नहीं पाते है। इसके कारणों पर चर्चा की गई। कैल्शियम व विटामिन डी, वृद्धावस्था में ओस्टियोपोरोसिस के कारण हड्ड़ियों में आने वाली कमजोरी के कारणों व ईलाज के नवीन शोधों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की गई।  

सेमिनार के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि देश के जाने मानें जयपुर स्थित महात्मा गांधी विवि. के संस्थापक डॉ. एम.एल. स्वर्णकार, विशिष्ठ अतिथि राजस्थान मेडिकल कोन्सिल के रजिस्ट्रार डॉ. मनीष शर्मा, एपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.के.के.पारीख, डॉ.गिरीश माथुर, आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल अतिथि के रूप में मौजूद थे।

सेमिनार में दिल्ली, कलकत्ता, इलाहाबाद, लखनउ, भोपाल, कानपुर सहित देश नामी संस्थानों से आये 200 से अधिक चिकित्सकों ने इसमें भाग लिया। इसके अलावा 30 से अधिक हारमोन व मधुमेह विषय विशेषज्ञों ने इसमें भाग ले कर उन पर चर्चा की। समारोह के प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत एवं कार्यक्रम का संचालन डॉ. डी.सी.शर्मा ने किया।