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उदयपुर-अहमदाबाद ब्राडगेज लाइन का काम अंतिम चरण में 

जयसंमद-डूंगरपुर का काम पूरा

 

उदयपुर का सीधा संपर्क दक्षिण भारत के राज्यों से होगा

उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन का कार्य पूरा होने जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि अप्रैल तक इस कार्य को लगभग पूरा कर दिया जाएगा। उदयपुर-अहमदाबाद ब्राडगेज लाइन के काम को पूरा होने के लिए उदयपुर वासी लंबे समय से इंतज़ार में हैं। अब जल्द ही यह इंतज़ार खत्म होने वाला हैं। 

300 किलोमीटर के ट्रेक पर 53 किलोमीटर के हिस्से (जयसंमद-डूंगरपुर) का काम पूरा हो गया हैं। इस पर सीएसआर जांच से पहले ट्रेन की स्पीड ट्रायल आज होगा। इस दौरान 100-110 किमी प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन चलाई जाएगी। 

मार्च में होंगे दो इंस्पेक्शन
 

रेल्वे अधिकारियों की माने तो मार्च में सीआरएस के दो निरीक्षण होंगे, जिसमें पहला निरीक्षण डुंगरपुर से जयसमंद 52 किलोमीटर तक का होगा। जबकि दूसरा निरीक्षण मार्च के अंत मे जयसमन्द से खारवा-चांदा तक के 37 किलोमीटर तक का होगा। 

बताया जा रहा है कि ओडा ब्रिज से लेकर खारवा-चांदा टनल तक 6 किलोमीटर तक का काम बाकी है। ओडा से आगे की सबसे बड़ी टनल तक अर्थ वर्क भी पूरा हो चुका है। खारवा -चांदा टनल का अर्थ वर्क शतप्रतिशत पूर्ण हो गया है। वहीं, एक अन्य टनल तक स्लीपर लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इस मार्ग पर तीन टनल का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें एक टलन की लंबाई 821 मीटर है, जो प्रदेश की दूसरी सबसे लंबी टनल बताई जा रही है।

ये है पूरा प्रोजेक्ट

उदयपुर- अहमदाबाद आमान परिवर्तन की लम्बाई 208.48 किलोमीटर है। परियोजना की अनुमानित लागत 1650 करोड़ रुपए है। परियोजना पर अब तक 1370 करोड़ रुपए की राशि खर्च हो गई है. करीब 95 किलो मीटर लंबी डूंगरपुर-हिम्मत नगर खण्ड का कार्य पूर्ण. करीब 25 किलो मीटर लंबी उदयपुर- खारवा चान्दा खण्ड का कार्य पूर्ण।
 

53 किलो मीटर लंबी जयसमंद रोड-डूंगरपुर खण्ड के ट्रेक का काम कम्पलीट हो गया है। इस मार्ग पर कुल तीन टनल बनाई गई है जिनकी लंबाई, 821 मीटर, 140 मीटर और 90 मीटर है. मार्ग पर कुल बड 38 बड़े और 655 पुलो का निर्माण  किया गया है। उदयपुर से अहमदाबाद तक 22 स्टेशन बनाए गए हैं।