×

ग्रीन मुनिया के प्रजनन व संरक्षण विषय पर हुई कार्यशाला

जैव विविधता से समृद्ध है उदयपुर

 

ग्रीन मुनिया को आबू के साथ यहां भी मिल सकता है ठौर - डॉ. रजत भार्गव

उदयपुर 14 मई 2022 । देश के ख्यात पक्षी विज्ञानी व बीएनएचएस मुम्बई के सहायक निदेशक डॉ. रजत भार्गव ने कहा है कि उदयपुर जैव विविधता की दृष्टि से समृद्ध है और माउंट आबू की तरह उदयपुर में भी ग्रीन मुनिया को ठौर मिल सकता है। इसका प्रमाण है गोगुंदा क्षेत्र में दिखाई दे रही ग्रीन मुनिया और उदयपुर के गुलाबबाग में ग्रीन मुनिया के लिए तैयार किया गया ब्रीडिंग कन्जर्वेशन सेंटर जहां पर तीन वर्ष पहले लाए गए ग्रीन मुनिया के दो जोड़े जिन्हें यहां की आबोहवा रास आ रही है।  

डॉ. भार्गव शनिवार को वन भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में वन विभाग एवं ग्रीन पीपल सोसायटी के तत्वावधान में गुलाबबाग पक्षी उद्यान के विशेष संदर्भ में ग्रीन मुनिया के प्रजनन व संरक्षण विषय पर एक विशेष कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे।  

इस मौके पर उन्होंने रेड मुनिया, सिल्वर बिल, ग्रीन मुनिया और स्केली ब्रेस्टेड मुनिया की देश व राजस्थान में अवस्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए इसके संरक्षण-संवर्धन विषय पर पक्षी प्रेमियों की तरफ से करने योग्य प्रयासों की आवश्यकता जताई और कहा कि सिर्फ फोटो लेने व सोशल मीडिया पर अपलोड करने से इसका संरक्षण नहीं होगा।

उन्होंने ग्रीन मुनिया के अनुकूल हेबिटाट और उसके अनुकूल स्थितियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमें इसके अनुकूल व्यवहार, आहार, आवास, सुरक्षा आदि की स्थितियों को तैयार करने के लिए जागरूकता फैलानी होगी ताकि यह सुंदर चिडि़या हमारे यहां भी पर्याप्त संख्या में चहक सके।

आरंभ में डीएफओ मुकेश सैनी ने अतिथियों का स्वागत किया वहीं ग्रीन पीपल सोसायटी के अध्यक्ष राहुल भटनागर ने कार्यशाला के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।

मुख्य वन संरक्षक आर.के.सिंह और आर.के. खैरवा ने ग्रीन मुनिया के संरक्षण के लिए स्थानीय पक्षी प्रेमियों व शोधार्थियों द्वारा किए जाने वाले हर प्रकार के प्रयासों को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता जताई और कहा कि सभी लोग यदि समन्वित प्रयास करेंगे तो ग्रीन मुनिया उदयपुर में भी चहकेगी।

सेवानिवृत्त सीसीएफ इंद्रपालसिंह मथारू व रिटायर्ड डीएफओ राजेन्द्र सिंह. एस.चौहान ने भी उदयपुर में मुनिया व अन्य पक्षियों पर शोध व संरक्षण-संवर्धन के प्रयासों की आवश्यकता जताई व प्रोत्साहन के लिए डॉ. भार्गव द्वारा किए जा रहे कार्य की सराहना की। 

इस मौके पर डीएफओ मुकेश सैनी, डॉ. अजीत ऊंचोई, डीके तिवारी, रिटायर्ड डीएफओ प्रतापसिंह चुण्डावत व सोहेल मजबूर, डीएफओ इकबाल सिंह, एसीएफ के.एल.शर्मा, पक्षीप्रेमी देवेन्द्र मिस्त्री, देवेन्द्र श्रीमाली, विधान द्विवेदी, कनिष्क कोठारी, भानुप्रतापसिंह, पुष्पा खमेसरा, जय शर्मा सहित बड़ी संख्या में वन विभागीय अधिकारी-कर्मचारी आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन वीएस राणा ने किया जबकि आभार प्रदर्शन की रस्म सोसायटी सदस्य डॉ. ललित जोशी ने अदा की।      

बर्ड पार्क के रचनाकार डॉ. भार्गव का किया अभिनंदन

सोसायटी अध्यक्ष व रिटायर्ड सीसीएफ राहुल भटनागर ने गुलाबबाग में नवस्थापित बर्ड पार्क के निर्माण में डॉ. रजत भार्गव की अहम भूमिका की जानकारी दी और कहा कि इसके वर्तमान आकर्षक स्वरूप की डिज़ाइन का श्रेय भार्गव को दिया जाता है। उन्होंने भार्गव के नेतृत्व में यहां पर ग्रीन मुनिया ब्रीडिंग कन्जर्वेशन सेंटर को शुरू करने के लिए किए गए प्रयासों की भी जानकारी दी। इस दौरान भटनागर और अन्य अतिथियों ने डॉ. भार्गव को मेवाड़ी पगड़ी पहना व पुष्पगुच्छ व स्मृति चिह्न भेंट कर उनके द्वारा बर्ड पार्क निर्माण में दी गई सेवाओं के लिए अभिनंदन किया।