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पर्यटन स्थलों पर प्रकृति के बीच योगा करेगा आदियोगी ग्रुप

पर्यटन स्थलों को प्लास्टिक मुक्त बनाने का संदेश देगा

 

उदयपुर 21 जून 2025 । आदियोगी ग्रुप योग दिवस के अवसर पर एक अनूठा संदेश देने के लिए निकला है। आने वाले एक साल तक यह ग्रुप शहर के पर्यटन स्थलों पर प्रकृति के बीच योगा करेगा और पर्यटन स्थलों को प्लास्टिक मुक्त बनाने का संदेश देगा।

आदियोगी ग्रुप हर वर्ष योगा करने के साथ प्रकृति संरक्षण के अलग-अलग संदेश देने की भी कोशिश करता है। इस योग दिवस के अवसर पर आदियोगी ग्रुप ने पर्यटन स्थलों को प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। उदयपुर पर्यटकों की नगरी है और यहां कई ऐसे प्राकृतिक पर्यटन स्थल है जहां पिकनिक मनाने के लिए मानसून के दौरान बड़ी तादाद में लोग पहुंचते हैं। पिकनिक के बाद वहां गंदगी छोड़ जाने वाले लोगों को जागरूक करने के लिए आदियोगी ग्रुप ऐसे प्राकृतिक स्थलों पर जाकर योग करेगा और वहां प्लास्टिक और गंदगी मुक्त बनाने के लिए आमजन को जागरूक करेगा। 

योग दिवस के मौके पर की जा रही शुरुआत में जंगलों के बीच स्थित प्राकृतिक स्थलों पर एडवांस्ड योगा शुरू किया है। इन पिकनिक स्पॉट पर योगा करने से पहले आदियोगी ग्रुप के सभी सदस्य साफ सफाई करेंगे और मुख्य रूप से प्लास्टिक का उपयोग ना हो इसके लिए लोगों को जागरूक करेंगे। आदियोगी ग्रुप के संस्थापक डॉ जसवंत मेनारिया ने बताया कि पिछले कई वर्षों से अलग-अलग थीम को योग के साथ जोड़कर लोगों को योग के प्रति तो प्रेरित करने का प्रयास किया ही है साथ ही पेड़, पहाड़ और पानी को बचाने के भी संदेश दिए गए हैं।

आदियोगी ग्रुप में कई युवा योगाचार्य जुड़े हैं। युवाओं में भी उदयपुर के खूबसूरत प्राकृतिक पर्यटन स्थलों को साफ रखने की एक ललक जगी है और इसीलिए योग दिवस के इस मौके से इन स्थलों को साफ और प्लास्टिक मुक्त रखने का संकल्प लिया गया है। एडवांस्ड योगा करने में महारत हासिल यह सभी योगाचार्य जंगल में उन स्थानों पर पहुंच रहे हैं जहां मानसून के दौरान बड़ी तादाद में पिकनिक मनाने के लिए शहर वासी और पर्यटक जाते हैं। हालांकि वहां मुख्य रूप से प्लास्टिक का काफी कचरा फैल जाता है इसीलिए यह युवा योगाचार्य अब पहले तो प्लास्टिक के कचरे को साफ करते हैं और फिर प्रकृति के बीच योगा कर अपने शरीर को स्वस्थ रखने का भी प्रयास करते हैं।

पिछले कुछ वर्षों में आदियोगी ग्रुप ने योग के माध्यम से अरावली पर्वत श्रृंखला को संरक्षित करने, खूबसूरत जंगलों को बचाने और प्राकृतिक योग के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है। इसी कड़ी को आगे बढ़ते हुए इस वर्ष से प्राकृतिक पर्यटन स्थलों को सुरक्षित करने का यह अनूठा प्रयास निश्चित तौर पर उदयपुर के प्राकृतिक स्थलों को साफ एवं सुंदर बनाने में मदद करेगा।