नेला तालाब की पाल पर मंदिर निर्माण रोकने पर रोष
यूआईटी के जाब्ते ने मौके पर पहुंचकर मंदिर निर्माण का कार्य तत्काल रुकवा दिया
उदयपुर शहर के नेला तालाब की पाल पर क्षेत्र वासियों के द्वारा हनुमान जी के मंदिर का निर्माण कार्य जैसे ही शुरू किया गया वैसे ही यूआईटी के जाब्ते ने मौके पर पहुंचकर मंदिर निर्माण का कार्य तत्काल रुकवा दिया। उसके बाद यूआईटी में वहीं पर दो होमगार्ड के जवान भी तैनात कर दिए। इससे क्षेत्रवासियों में रोष व्याप्त हो गया।
सहव्रत पार्षद मदन बाबरवाल ने बताया की यूआईटी ने जिस तरह से मंदिर का निर्माण का कार्य रुकवाया है उससे सनातन धर्म को ठेस पहुंची है। बाबरवाल ने कहा कि आज दिन तक सभी पूजा स्थल चाहे वह किसी भी धर्म के हो सार्वजनिक स्थान पर बनने के साथ-साथ सार्वजनिक ही होते हैं। तो यूआईटी ने बालाजी के मंदिर के निर्माण को रुकवा कर सनातन धर्म को ठेस पहुंचाने का कार्य किया है और अगर 2 दिन के अंदर मंदिर निर्माण कार्य शुरू नहीं करने दिया गया तो क्षेत्र वासियों के साथ सभी हिंदू संगठन जिला कलेक्ट्री पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
वहीं क्षेत्रवासी लाल सिंह देवड़ा ने कहा कि प्रशासन जिस तालाब की बात कर रही है वह तालाब तो निजी खातेदारी का है देवड़ा ने कहा कि पूरा नेला तालाब की जमीन वही के स्थानीय राजपूत समाज, गमेती समाज और डांगी समाज की खातेदारी की जमीन है। यह पर अभी राडाजी, भोमिया जी के साथ पूर्वजों के मंदिर भी है।
ऐसे में स्थानीय लोगों की आस्था को देखते हुए नेला तालाब विकास सीमित ने यहां पर एक सार्वजनिक हनुमान जी के मंदिर का निर्माण शुरू किया जिसके लिए तीन दिन पूर्व नींव पूजन कर के हनुमान जिनकी मूर्ति भी लाई गई है।और आज जैसे ही नींव का काम शुरू हुआ वैसे ही यूआईटी ने आकर मंदिर निर्माण का कार्य रुकवा दिया और गार्ड तैनात कर दिए हैं,अगर मंदिर निर्माण को रोका गया तो सर्वधर्म के लोगों के साथ हिंदू संगठन 2 दिन के अंदर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करेंगे। जिसकी सभी जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी।