एनिमल प्रोटेक्शन सोसाइटी ने किया घोड़े का रेस्क्यू
140 km दूर डूंगरपुर से लाये घोड़े को उदयपुर
उदयपुर, 5 फरवरी। कहते हैं कि बेजुबानों का सहारा बनना सबसे बड़ा पुण्य का काम होता है और हर शहर में कई संस्थाएं बेजुबान पशुओं का सहारा बन रही हैं। ऐसी ही एक संस्था उदयपुर में है, जहां पर इन बेजुबान पशुओं का इलाज किया जाता है।
एनिमल प्रोटेक्शन सोसाइटी बेजुबानो के लिए हमेशा आगे रहती है | इस बार भी बेजुबान घोड़े 'पवन' के लिए किया अनोखा काम किया है। जहाँ आज की व्यस्त ज़िन्दगी मै इंसान को इंसान के लिए समय नहीं वही इस संस्था ने डूंगरपुर से घोड़े को रेस्क्यू किया।
जिसके गले में घाव हो रहे है । वह आगे के पाँव से चल नहीं पा रहा उसे उदयपुर इलाज के लिए लेकर आये है और एनिमल ऐड में एडमिट करवाया है।घोड़े के मालिक ने उसे बीमार होने पर रोड पर छोड़ दिया था। इस संस्था का मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा पशुओं का इलाज हो सके संस्था आप सब से गुज़ारिश करती है कृपया इन बेजुबानो को ऐसे बेसहारा न छोड़े ।