विशाखापटनम में विशाल कृत्रिम अंग शिविर 7 अप्रेल को
39 वर्षों से नारायण सेवा संस्थान मानवता और दिव्यांगता के क्षेत्र में सेवारत है
उदयपुर, 15 मार्च। उदयपुर राजस्थान का प्रतिष्ठित एवं राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त एनजीओ नारायण सेवा संस्थान द्वारा आंध्रप्रदेश में पहली बार दिव्यांगों के कल्याणार्थ विशाल निःशुल्क शिविर का आयोजन 7 अप्रेल को विशाखापटनम के विश्वनाद कंवेशन, पोर्ट स्टेडियम, कलावानी ओडोटोरियम परिसर में आयोजित होगा।
संस्थान के ट्रस्टी एवं निदेशक देवेंद्र चौबिसा ने बताया कि ऐसे लोग जिन्होंने किसी हादसे में या अन्य बीमारी के चलते अपना हाथ-पैर गंवा देने से अंगविहिन हुए है, उन्हें दिव्यांगता की दुःखभरी ज़िन्दगी से निकालने के लिए संस्थान निस्वार्थ भाव से प्रतिबद्ध है। पदमश्री अलंकृत संस्थापक कैलाश मानव की प्रेरणा से संस्थान विगत 39 वर्षों से संस्थान मानवता और दिव्यांगता के क्षेत्र में सेवारत है।
आंध्रप्रदेश के दिव्यांग जनों को मदद पहुंचाने के संकल्प से विशाल निःशुल्क दिव्यांगता निवारण ऑपरेशन चयन एवं नारायण आर्टिफीशियल लिम्ब मैजरमेंट शिविर विशाखापटनम के विश्वनाद कंवेंशन- पोर्ट स्टेडियम में रविवार 7 अप्रेल को प्रातः 8 बजे से सांय 5 बजे तक चलेगा। यह संस्थान की 'कुआं प्यासे के पास' योजना के तहत 1011वां कैम्प आंध्रप्रदेश प्रांत में हो रहा है।
संस्थान के मीडिया एवं जन संपर्क प्रभारी भगवान प्रसाद गौड़ ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि नारायण सेवा संस्थान का यह फ्री कैम्प विशेष है। इसमें दिव्यांग बन्धुओं को संस्थान के अनुभवी एवं विशेषज्ञ ओर्थोटिस्ट एवं प्रॉस्थेटिक डॉक्टर्स टीम द्वारा देखा जाएगा और टीम द्वारा उच्च गुणवत्ता युक्त और वज़न में हल्के व टिकाऊ आर्टिफिशियल लिम्ब के लिए व्यवस्थित कास्टिंग कर लिम्ब का माप लिया जायेगा।
इन दिव्यांगों को संस्थान लगभग एक माह बाद इनके मेजरमेन्ट के अनुसार मॉड्यूलर कृत्रिम अंग वितरण शिविर आयोजित कर निःशुल्क फिटमेंट करेगा। गौड़ ने बताया कि इस शिविर के लिए संस्थान पदाधिकारीयों ने विशाखापटनम के सम्मानित व्यक्तियों और आंध्रप्रदेश शासन के मंत्रियों को आमन्त्रित किया है।
शिविर में स्थानीय संगठन सेवा भारती (RSS), वनवासी कल्याण आश्रम, विप्र फाउंडेशन, गुजराती समाज, मारवाड़ी समाज, अखिल भारतीय मारवाड़ी समाज, खांडल विप्र समाज, राजस्थान सांस्कृतिक मण्डल, कच्छ कडवा पाटीदार समाज, मारवाड़ी युवा मंच,आंध्र प्रदेश ब्राह्मण वेलफेयर सोसायटी, लॉयन्स क्लब, रोटरी क्लब, अग्रवाल महासभा, आंध्र प्रदेश प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन, अखिल भारतीय जैन समाज संगठन, महावीर इंटरनेशनल, उड़ीया (उत्कल) समाज, गायत्री परिवार सहित 20 से ज्यादा समाज और संघ नारायण सेवा संस्थान के इस शिविर में स्वयंसेवक सहयोगी के रूप में जुड़ गए है। इनके माध्यम से शिविर को दिव्यांग जन उपयोगी बनाया जायेगा। कांफ्रेंस में संस्थान के पदाधिकारीयों और जनसंपर्क रथयात्रा प्रभारी हेमंत मेघवाल और जगदीश मेघवाल ने शिविर पोस्टर का विमोचन किया।
संस्थान ट्रस्टी चौबीसा ने दिव्यांगों को लाभ लेने के लिए अपील करते हुए कहा इस शिविर का लाभ लेने के इच्छुक दिव्यांग स्वयं का आधार कार्ड, डिसेबिलिटी प्रमाण पत्र और दिव्यांगता दिखाते हुए 2 फोटो लेकर आए। रोगियों को कैम्प स्थल पर निःशुल्क भोजन वितरित किया जाएगा।
नारायण सेवा संस्थान 1985 से नर सेवा-नारायण सेवा की भावना से काम कर रहा है। संस्थापक कैलाश मानव को राष्ट्रपति महोदय ने मानव सेवा के लिए पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा है । संस्थान के अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल दिव्यांगों के लिए मेडिकल, शिक्षा, कौशल विकास और खेल अकादमी के माध्यम से मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक दृष्टि से मजबूत कर लाखों दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा में ला चुके है।
वर्ष 2023 में अग्रवाल को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। संस्थान अब तक 41200 से अधिक कृत्रिम अंग लगा चुका है। संस्थान अब आंध्रप्रदेश के दिव्यांगों को निःशुल्क कृत्रिम अंग प्रदान कर उनकी रुकी जिन्दगी को फिर से शुरू करने के लिए बड़े स्तर पर काम करेगा।