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News-बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की शुरुआत 
जिला प्रशासन ने बेणेष्वर लोक विकास संस्थान के सहयोग से किया रैलियों व शपथ ग्रहण कार्यक्रमों का आयोजन  
 

भारत सरकार के नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान के उद्घाटन के मौके पर जिला प्रशासन बांसवाडा ने बाल विवाह के खिलाफ काम कर रहे गैर ससरकारी संगठन बेणेष्वर लोक विकास संस्थान के साथ मिलकर जनजाति सभागार में  जागरूकता सम्मेलन कार्यक्रम आयोजन किया और लोगों को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई।

इस मौके पर जिला कलेक्टर डॉ. इन्द्रजीत सिंह यादव ने कहा बच्चे के बाल विवाह से उसके जीवन की बर्बादी होती हैं क्योंकि छोटी उम्र में शादी हो जाने से वह षिक्षा से वंचित हो जाते हैं तथा कम उम्र में मॉ बन जाने से मॉ व बच्चे दोनो पर प्रतिकुल असर पड़ता हैं और वह शैक्षिक, शारिरीक एवं मानसिक रूप से कमजोर हो जाती हैं, जिससे वह स्वयं एवं उसकी आने वाली पिढी को भी विपरित परिस्थितियों को सामना करना पडता हैं। इस मौके पर जनजाति सभागार, बांसवाडा में हुए समारोह में जिला कलेक्टर डॉ. इन्द्रजीत सिंह यादव ने स्कूली बच्चों, महिलाओं और पंचायत प्रतिनिधियों व अन्य को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई।

इस राष्ट्रव्यापी अभियान और जमीन पर इसके असर की चर्चा करते हुए बेणेष्वर लोक विकास संस्थान के निदेशक यतिन उपाध्याय ने कहा, “प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बाल विवाह के खात्मे के लिए महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की ओर से शुरू किया गया अभियान इस बात का सबूत है कि सरकार इस सामाजिक बुराई की गंभीरता से अवगत है। बेणेष्वर लोक विकास संस्थान बच्चों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए देश के 400 से भी ज्यादा जिलों में काम कर रहे 250 से भी ज्यादा गैरसरकारी संगठनों के गठबंधन जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) का सहयोगी सदस्य है।

उप पुलिस अधिाक्षक श्याम सिंह ने बताया कि आज भी देश में 23 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों का बाल विवाह होता है जो न सिर्फ जीवनसाथी चुनने के उनके अधिकार का हनन है बल्कि इससे लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ रोजगार और आर्थिक निर्भरता की उनकी संभावनाओं पर भी बेहद बुरा असर होता है। बाल अधिकारी विभाग के वाजिद खान ने बताया कि एक छत्र के नीचे सभी बच्चों से जुडे विभागोें के समन्वयन से बाल संरक्षण संभव हैं, लेकिन इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है समुदाय का जागरूक होना अतः हम सब मिलकर बाल विवाह से मुक्त बांसवाडा बनाए।  

जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक एवं माध्यमिक फिरोजन अंजुम ने बताया कि शिक्षा के बल पर ही बच्चों का समग्र विकास संभव है और षिक्षा विभाग भी बाल विवाह रोकथाम हेतु सक्रीय प्रयास करेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी नमिता कुलश्रेष्ठ ने बताया कि समाज की जागरूकता से ही इस सामाजिक बुराई से मुक्ति मिल सकती हैं और समाज और सरकार को बाल विवाह के खात्में के लिए समन्वित प्रयास करना जरूरी है। बाल कल्याण समिति के सदस्य पुष्पेन्द्र पण्ड्या ने बताया कि देखरेख एवं संरक्षण की आवष्यकता वाले बच्चों के लिए समिति सक्रीय रूप से कार्य कर रही हैं और बाल विवाह संबंधित कोई भी सूचना प्राप्त होती है तो सूचित करें।

कार्यक्रम में भागवत कुन्दन ने बाल विवाह बन्द करो, बन्द करो भाईयो......एवं ईषा पण्ड्या ने आई मने तु भणवा दे के माध्यम से जनजागरण किया। कार्यक्रम में गोपाल पण्ड्या, पूर्व अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति, राजस्थान भारत स्काउट गाईड के सीओ दिपेष शर्मा, महिला एवं बाल विकास की पूर्व सहायक निदेषक नयना जैन, जिला परियोजना अधिकारी धर्मेष भारद्धाज, 1098 चाइल्ड हेल्प लाईन के जिला समन्वयक कमलेष बुनकर आदी ने विचार व्यक्त किए तथा कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के सदस्य राजेष आमोस, मातेष्वरी विकास संस्थान के कान्तिलाल पटेल, करूणा फाउण्डेषन के गोपाल तलदार, बाल अधिकारीता हेमेन्द्र सिंह चुण्डावत, षिषु ग्रह प्रबंधक चिराग श्रीमाल, बाल संरक्षण अधिकारी मुकेष पटेल, बेणेष्वर लोक विकास संस्थान के पीएन यादव, जिला समन्वयक नितिन जोषी, जयेष सुथान, देवेन्द्र सिंह राव, सुमित भट्ट, भगवती पण्ड्या, रमेष प्रजापत, सभी थानो के बाल कल्याण अधिकारी, मानव तस्करी विरोधी युनिट के एएसआई फरजाना, राजेष मछार, महिला एवं बाल विकास से सुपर वाईजर सविता कोठारी, रैना गुप्ता, नुतन स्कुल से षिक्षिका शबनम, राजस्थान भारत स्काउट गाईड एवं आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गोपाल पण्ड्या, पूर्व अध्यक्ष, जिला बाल कल्याण समिति ने एवं आभार बेणेष्वर लोक विकास संस्थान के पीएन यादव ने माना।