Banswara-29 नवंबर 2024 की प्रमुख खबरे
ज़िले से संबंधित खबरे पढ़े Udaipur Times पर
News-राजस्व स्तरीय प्रतियोगिता 21 व 22 दिसंबर को
कार्ययोजना तैयार, क्रिकेट, वालीबॉल व बेडमिन्टन प्रतियोगिता होगी आयोजित
बांसवाड़ा 29 नवम्बर। जिला स्तरीय राजस्व किक्रेट, वालाबॉल, एवं बेडमिन्टन प्रतियोगिता का आयोजन 21 व 22 दिसंबर-2024 को जिला खेल स्टेडियम तथा एम.एस.बी. ग्राउण्ड में किया जाना प्रस्तावित है। अतिरिक्त जिला कलक्टर अभिषेक गोयल ने बताया कि खेलकूद प्रतियोगिता की सफल क्रियान्विति को लेकर प्रशासन स्तर से गत 21 नवम्बर को इस संबंध में आयोजित बैठक में लिये गये निर्णय अनुसार कार्ययोजना बना ली गई है।
उन्होंने बताया कि समस्त टीम एवं सदस्यों की प्रतियोगिताएं वर्तमान में प्रचलित राष्ट्रीय स्तर के नियमों के आधार पर आयोजित की जाएंगी। प्रतियोगिता में जिला कलक्टर कार्यालय में कलेक्ट्रेट, कोषाधिकारी और डीओआईटी की 9 टीमें तथा उपखंड स्तर में उपचंड, तहसील तथा उपकोष कार्यालय स्टाफ की 9 टीमें रहेगी।
प्रतियोगिता में अधिकारी, कर्मचारियों की भागीदारी के तहत प्रतियोगिता में भाग लेने की पात्रता के अन्तर्गत राजस्व विभाग में नियमित रूप से नियुक्त सभी संवर्गो के अधिकारी, कर्मचारी पात्र होंगे। बैठक में सर्वसम्मति से लिये गये निर्णय अनुसार राजस्व कार्यालयों में 01 जनवरी-2024 से पूर्व प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत अन्य विभागों के कार्मिक बेडमिन्टन को छोड़कर भाग ले सकेंगे परन्तु एक टीम में अधिकतम 2 कार्मिक ही भाग ले सकेंगे वहीं बेडमिन्टन में केवल राजस्व विभाग के कार्मिक ही भाग ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीमों को तीनों खेलों को मिलाकर प्रवेश शुल्क 5 हजार निर्धारित किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के लिए खेलवार किट (खेल पोषाक) हेतु रंग निर्धारित किया गया है, जिसके अनुसार कलेक्ट्रेट की टीम के लिए पीला, उपखंड-बांसवाड़ा के लिए आसमानी, उपखंड-छोटी सरवन के लिए मेहरून, उपखंड-घाटोल के लिए हरा, उपखंड गढ़ी के लिए स्लेटी, उपखंड-बागीदौरा के लिए हल्का भूरा, उपखंड-आनंदपुरी के लिए गुलाबी, उपखंड कुशलगढ़ के लिए नेवी ब्लू तथा उपखंड-सज्जनगढ़ के लिए लाल रंग निर्धारित की गई है।
अतिरिक्त कलक्टर ने संबंधित टीम प्रभारी को निर्देश दिए है कि प्रतियोगिता के दौरान शराब, गुटका व अन्य नशे की वस्तुओं पर सख्त पाबंदी रखी जाए। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में 29 नवम्बर को प्रेषित टीम सदस्य ही प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे वहीं प्रतियोगिता के दौरान टीम सदस्य बदलने की अनुमति नहीं होगी।
कार्ययोजना के अनुसार इसके अलावा टीम प्रबंधन निर्धारित किया गया है, जिसमें अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं समस्त उपखंड अधिकारी द्वारा टीम को ड्रेस उपलब्ध कराना एवं टीम को समय पर ग्राउण्ड में लाने व वापस ले जाने की व्यवस्था संभालेंगे वहीं जिला खेल अधिकारी-सहायक नोडल अधिकारी खेल मैदान, रैफरी, अम्पायर, स्कोरर एवं कॉमेन्ट्री आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे। इसके अलावा प्रतियोगिता के दौरान भोजन,पानी, खेल सामग्री खेल अधिकारी से स्थापित कर, पेयजल, चाय, नाश्ता एवं भोजन व्यवस्था एवं अन्य स्टाफ हेतु नोडल अधिकारी से समन्वय स्थापित कर समुचित व्यवस्थाएं करने एवं मैच के दौरान खिलाडि़यों हेतु उनर्जी ड्रिंक्स की व्यवस्था उपखंड अधिकारी बांसवाड़ा को सौपी गई है।
इसी प्रकार सामान्य व्यवस्था का दायित्व तहसीलदार बांसवाड़ा को सौपा गया है जो मैदान पर कार्मिक, जलापूर्ति, विद्युत, कुर्सी-टेबल, माईक व स्पीकर एवं मंच व्यवस्था देखेंगे। वहीं पारितोषिक/मेडल व्यवस्था के लिए उपखंड अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है जो प्रमाण-पत्र एवं ट्रॉफी (पारितोषिक/मेडल) व्यवस्था के साथ रैफरी, अम्पायर, स्कोरर हेतु किट एवं पारितोषित की व्यवस्था संभालेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ग्राउण्ड पर आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था मय टीम, उपनिदेशक सूचना एवं प्रोद्योगिकी विभाग व उपनिदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क को प्रतियोगिता की फोटोग्राफी, विडियोग्राफी एवं प्रचार-प्रसार संबंधी सम्पूर्ण व्यवस्था तथा ऑन लाईन स्कोरिंग हेतु निर्देश दिए गये हैं। वहीं उपखंड अधिकारी व तहसीलदार-बांसवाड़ा को प्रतियोगिता का उद्घाटन व समापन हेतु संचालन, प्रतियोगिता संबंधी सभी सूचनाओं का संकलन एवं प्रेषक की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा विकास अधिकारी पंचायत समिति-बांसवाड़ा को ग्राउण्ड व्यवस्था का दायित्व सौपा गया है। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बताया कि प्रतियोगिता के नियम खेलवार खेल अधिकारी द्वारा पृथक से तैयार किये जाएंगे।
News-70 वर्ष से अधिक आयु वाले वरिष्ठ नागरिक ऑनलाइन कर सकते हैं मां योजना में पंजीयन
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत मिलेगा 25 लाख का निशुल्क इलाज
बांसवाड़ा 29 नवम्बर। भारत सरकार की ओर से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में 70 वर्ष या अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को जोड़ने की अनुमति के बाद प्रदेश सरकार ने भी मां योजना में एक नई श्रेणी शामिल कर कैशलेस उपचार की स्वीकृति प्रदान कर दी है। योजना के तहत 25 लाख रूपए तक का इलाज संबंधित चिकित्सालयों में निशुल्क मिलेगा। इसके लिए राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेन्स एजेंसी ने भी गाइड लाइन जारी कर दी है। वरिष्ठ नागरिक इसके लिए पंजीयन पीएमजेएवाई एप पर कर सकते है। ऑनलाइन ही ईकेवाइसी आसानी से एप के माध्यम से हो जाएगी या फिर आवेदन के लिए नजदीकी चिकित्सा केंद्र, एएनएम या सीएचओ से भी संपर्क किया जा सकता है।
योजना के तहत 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई) या मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना के तहत उपचार के लिए आवेदन कर सकते हैं। राज्य सरकार द्वारा अधिकृत अस्पतालों में ही यह सुविधा प्रदान की जाएगी। इस योजना का खर्च राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी द्वारा वहन किया जाएगा। यह आदेश 29 अक्टूबर 2024 से प्रभावी है और केवल वन टाइम क्लेम के आधार पर लागू होगा। राज्य सरकार का यह कदम वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य सुधार और सामाजिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
News-पति का हो परिवार नियोजन में योगदान अच्छा, थीम पर मनाया जा रहा पुरूष नसबंदी पखवाड़ा
गांव-गांव में चिकित्सा विभाग की टीम कर रही प्रचार
बांसवाड़ा 29 नवम्बर। स्वस्थ मां, स्वस्थ बच्चा, जब पति का हो परिवार नियोजन में योगदान अच्छा की थीम पर इन दिनों चिकित्सा विभाग प्रचार प्रसार कर रहा है। विभाग द्वार गांव में पुरूष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है। जिसके तहत पुरूष नसबंदी को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भरतराम मीणा ने बताया कि अभी महिलाएं परिवार नियोजन की प्रमुख जिम्मेदारी निभा रही है। इसेिक तहत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय चाहता है कि परिवार नियोजन में पुरूष की भागीदारी बढ़े। सामाजिक स्तर पर जागरूकता लाने के लिए यह पखवाड़ा मनाया जा रहा है। पखवाड़ा 4 दिसंबर तक चलेगा।
यह गतिविधियां भी शामिल
डॉ मीणा ने बताया कि इस दौरान परिवार नियोजन में सहभागिता, उपलब्ध साधनों की जानकारी, सीमित परिवार के लाभ, विवाह की सही आयु, पहले और दूसरे बच्चे में तीन साल का अंतर, प्रसवोत्तर मिलने वाली चिकित्सा संस्थानों में सुविधाएं, गर्भपात के बाद में मिलने वाली सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी जा रही है। इस दौरान पुरूष नसबंदी के मिथकों को भी दूर किया जाएगा।