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भीलवाड़ा-8 सितंबर 2023 की खास खबरे 

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भीलवाड़ा 8 सितंबर 2023। संभाग के भीलवाड़ा ज़िले से संबंधित प्रशासनिक, राजनैतिक, खेल, मनोरंजन, सामाजिक सरोकार और अपराध से जुडी खबरे 

News-भगवान कृष्ण की झांकिया देखने उमड़ा जनसैलाब, गूंजते रहे जयकारे 

मंदिर पर फूलों से सजावट, हनुमानजी महाराज को चढ़ाया गया डायमंड का चोला 

नगर परिषद चौराहे से लेकर गोलप्याउ चौराहे तक जहां भी नजर पहुंचे दर्शनों के लिए कृष्ण भक्तों की लंबी-लंबी कतारे लगी हुई थी। सबको बस इन्तजार था भगवान के जीवन प्रसंगों से जुड़ी आकर्षक झांकियों के दर्शन हो जाए। हर तरफ भगवान के जयकारे गूंज रहे थे। कोई भी भक्त झांकियों के दर्शन से वंचित नहीं रहे इसके लिए स्वयं मंदिर के महन्त बाबूगिरीजी महाराज घूम-घूमकर पूरी व्यवस्था की लगातार निगरानी कर रहे थे। ये नजारा भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव जन्माष्टमी पर गुरूवार रात भीलवाड़ा शहर में मुख्य डाकघर के पास स्थित संकटमोचन हनुमान मंदिर के बाहर दिखा। 

मंदिर पर झांकियों के दर्शन के लिए जनसैलाब इस कदर उमड़ा की रात 8 बजे बाद आधे किलोमीटर से भी अधिक लंबी कतारे लग गई। समय के साथ कतारे भी लंबी होती गई। भक्तों के लिए भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़ी आकर्षक झांकियां सजाने के साथ मंदिर पर फूलों से एवं रंग-बिरंगी रोशनी से आकर्षक सजावट की गई थी। इस अवसर पर हनुमानजी महाराज को डायमंड का चोला चढ़ाया गया। 

मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी महावीर अग्रवाल ने बताया कि मध्यरात्रि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होते ही जयकारों के बीच महन्त बाबूगिरीजी महाराज ने महाआरती की एवं भगवान लड्डु गोपाल का पंचामृत से अभिषेक कर पंजीरी व माखन-मिश्री का भोग लगाया गया। शाम को सूर्यास्त बाद आरती होते ही झांकियों के दर्शन शुरू हो गए। दर्शन शुरू होने से पूर्व ही भक्तों की लंबी कतारे लगने लगी थी। 

भीलवाड़ा शहर में पहली बार पन्द्रह फीट उंचे राक्षस के मुंह से बाहर निकलते ही भक्तों को संकटमोचन हनुमानजी महाराज के दर्शन हो रहे थे। इस तरह रामसेतु की 60 फीट लंबी झांकी भी आकर्षण का विशेष केन्द्र रही। इनके साथ ही हनुमानजी द्वारा लंका दहन, अभिमन्यु वध, कृष्ण जन्म पर वासुदेव द्वारा गोकुल ले जाना, राम-लक्ष्मण को नागपॉश में बांधने, हनुमानजी सुरज को मुख में लेते हुए, विक्रम वेताल, भीम द्वारा हनुमानजी की पूंछ उठाने का प्रयास करना, श्रीकृष्ण रासलीला, गोवर्धन पर्वत को अंगुली पर उठाना, काकासुर राक्षस का वध, शिवजी एवं भस्मासुर, मोगली सहित 25 से अधिक विद्युतचलित झांकियों ने भक्तों का दिल जीत लिया। 

मंदिर के ट्रस्टी रमेश बंसल ने बताया कि मंदिर परिसर में बाल कृष्ण के नौकायन से जुड़ी झांकियां भी भक्तों को आकर्षित करती रही। अधिकांश झांकिंया हवा में उड़ते हुई दिख रही थी जो भक्तों को आकर्षित कर रही थी। इन झांकियों को दिल्ली, आगरा, मथुरा व सराहनपुर के करीब 20 कारीगरों की टीम ने तैयार किया था। झांकियों के संग सेल्फी लेने के लिए भक्तों में होड़ रही। झांकियां देखने आए भक्तगण परिजनों व मित्रों के साथ झांकियों के समक्ष सेल्फी लेने में जुटे रहे।