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भीलवाड़ा-1 दिसंबर 2023 की पमुख खबरे

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News-मतगणना 3 दिसंबर को, कार्मिकों को दिया प्रशिक्षण

राजस्थान विधानसभा आम चुनाव 2023 के अंतर्गत मतगणना कार्मिकों को शुक्रवार को जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आशीष मोदी के निर्देशानुसार जिला मुख्यालय पर नगर परिषद टाउनहॉल में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान मतों की गणना के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों, नियम और अधिनियमों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।

इस दौरान सामान्य पर्यवेक्षक डॉ जी वाणी मोहन ने जिले में शांति पूर्ण निर्वाचन के लिए चुनावी तन्त्र से जुडे सभी कार्मिकों को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी ने अच्छी तैयारी के साथ अब तक चुनाव संबंधी कार्यो को सम्पादित किया है, मतगणना कार्य को भी सुनियोजित तरीके से निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार पूर्ण कराएं। मतदान के पश्चात मतगणना बेहद महत्वपूर्ण कार्य है, इसमें गंभीरतापूर्वक कार्यवाही सुनिश्चित हो। मतगणना में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाये। इससे जुड़े सभी अधिकारी व कार्मिक गंभीरतापूर्वक मतगणना कार्य सम्पन्न करवायें। उन्होंने कहा कि मतगणना के दौरान अधिकृत और सही सूचनाएं दी जायें। निर्धारित प्रपत्र में सूचनाएं निश्चित समयावधि में दी जानी आवश्यक हैं। इसके लिये सभी तरह की व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएं । प्रशिक्षण में मतगणना से संबंधित व्यवस्थाओं के अलावा मतगणना संबंधी प्रावधानों व आयोग के दिशा-निर्देशों के संबंध में विस्तार से अवगत कराया गया।

प्रशिक्षण में डाकमत पत्रों की गिनती, ईवीएम से गिनती आदि के बारे में पीपीटी के माध्यम से बिन्दुवार प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने सामान्य प्रेक्षक कक्ष, सीलिंग कक्षों, मीडिया रूम से संबंधित व्यवस्थाओं की जानकारी दी तथा शंकाओं का समाधान भी किया। साथ ही डाक मत पत्रों की मतगणना के संबंध में विस्तार से समझाया गया। प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित कार्मिकों को उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री ब्रह्मलाल जाट ने भी संबोधित किया।

श्री जाट ने कहा कि मतगणना कार्य निर्वाचन प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है। विधानसभा आम चुनाव 2023 के मतगणना कार्य को पूर्ण मुस्तैदी के साथ सम्पन्न करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण चुनाव प्रक्रिया का मतगणना सर्वाधिक महत्वपूर्ण भाग होता है तथा इस पर सबकी निगाहें होती है। इसलिए इससे जुडे सभी अधिकारी पूर्ण सावधानी एवं जिम्मेदारी पूर्वक इसकी सम्पूर्ण प्रक्रियाओं का बारीकी से अध्ययन कर लें। सैद्धांतिक प्रशिक्षण के पश्चात उपस्थित कार्मिकों को ईवीएम और डाक मतपत्र से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया गया।

प्रशिक्षण प्रभारी श्री ताहिर खान के निर्देशन में दक्ष प्रशिक्षकों ने मतगणना प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में मतगणना से संबंधित विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किए। प्रशिक्षण में भाग ले रहे अधिकारियों व कार्मिकों से प्रश्न पूछकर प्रशिक्षण की गुणवत्ता को देखा और आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। सहायक प्रभारी अधिकारी प्रशिक्षण श्री नारायण जागेटिया ने बताया कि सर्वप्रथम प्रातः 8 बजे से पोस्टल बैलेट की गणना प्रारंभ होगी। 8.30 बजे ईवीएम में दर्ज मतों की गणना प्रारंभ होगी।

उन्होंने बताया कि विधानसभा आम चुनाव-2023 की मतगणना के परिणाम भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट https://results.eci.gov.in और वोटर हेल्पलाइन एप पर देखे जा सकेंगे। वोटर हेल्पलाइन एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा। इसके अलावा https://ceorajasthan.nic.in पर भी मतगणना के परिणाम प्रदर्शित किये जाएंगे। प्रशिक्षण के दौरान मतगणना संबंधित विस्तृत जानकारी देकर आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए बताया कि मतगणना के दौरान भारत निर्वाचन आयोग की ओर से निर्धारित हर प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य है। यह प्रशिक्षण इसीलिए रखा गया है कि कोई भी कर्मचारी अपना संशय दूर कर सके। सभी प्रशिक्षणार्थी अपनी जिज्ञासा रख सकते हैं और प्रशिक्षण से लौटते समय कोई भी संशय मन में नहीं रहना चाहिए। प्रशिक्षण में ईवीएम-वीवीपैट का लाइव डेमो भी दिखाया गया और मतगणना से संबंधित बारीकियों पर विशेषज्ञों ने प्रकाश डाला। इस अवसर पर समस्त रिटर्निंग अधिकारी, कार्मिक सहित अन्य मौजूद रहे।

News-एड्स संक्रमण के बचाव के लिए नियमित जांच व दवा का सेवन जरूरी

भीलवाड़ा, 01 दिसम्बर। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर शुक्रवार को एचआईवी संक्रमण सें बचाव संबंधी जागरूकता के लिए महात्मा गांधी राजकीय जिला चिकित्सालय में प्रदर्शनी व संगम प्रोसेस हाऊस में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के माध्यम से एचआईवी एड्स के बचाव व सावधानियों के संबंध में आमजन को जागरूकता का संदेश दिया गया।

कार्यशाला के दौरान चिकित्सा विभाग के विभिन्न अनुभाग अधिकारियों, विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित अन्य चिकित्सा कार्मिक मौजूद रहे। जिला एचआईवी नोडल अधिकारी डा प्रदीप कटारिया ने कार्यशाला के दौरान बताया कि प्रवासी व्यक्तियो में एड्स संक्रमण की संभावना अधिक रहती है साथ ही दैनिक मजदूरी पर जाने वाले लोगों की नियमित जांच करवाना आवश्यक है, समय पर जांच से ही संक्रमण का पता लग पाता है साथ ही टीबी होने की संभावना भी अधिक रहती है इसलिए इसके बचाव के लिए नियमित जांच आवश्यक है। संक्रमण सें बचाव के लिए जीवन साथी के प्रति संयम व सुरक्षित यौन व्यवहार हो, मान्यता प्राप्त ब्लड बैक से ही रक्त लेंवे, हमेशा नई सुई व सिरिंज का उपयोग करे, संक्रमित गर्भवती महिला से होने वाले बच्चे के बचाव के लिए समय पर जांच व दवा दिलावें, जिससे सुरक्षित प्रसव व बच्चे का जन्म हो सके।

डॉ कटारिया ने एड्स रोगियों के संबंध में समाज में फैल रही भ्रांतियों के बारे में बताते हुए कहा कि हाथ मिलाने, साथ खाना खाने, पास बैठने ,मच्छर काटने आदि से HIV का प्रसार नहीं होता है। विश्व एड्स दिवस के दौरान शाहपुरा जिले में भी एड्स रोग के बचाव व जागरूकता संबंधी कार्यशाला का आयोजन किया गया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, शाहपुरा डा. घनश्याम चावला ने कार्यशाला में एड्स संक्रमण के फैलने व इसके बचाव संबंधी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चिकित्सा संस्थान में जांच करवाने पर संक्रमित पाये जाने पर एआरटी सें लिंक करवाकर नियमित दवा का सेवन बेहद आवश्यक है। एचआईवी संक्रमित होने पर डरने की जरूरत नही है नियमित दवा के सहारे जीवन यापन किया जा सकता है। एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति को जीवन में समय-समय पर जांच व नियमित दवा का सेवन आवश्यक है साथ ही खान-पान व व्यायाम करना भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।

जिले में कार्यरत जिला एड्स नियंत्रण इकाई के जिला कार्यक्रम अधिकारी हरलाल मीणा ने बताया कि एच.आई.वी./एड्स रोकथाम में युवा वर्ग का बहुत बडा योगदान है। इसी उम्र की सावधानियों से जीवन को सुरक्षित जिया जा सकता है, साथ ही एच.आई.वी. एड्स रोकथाम एंव नियंत्रण के लिए 1097 टोल फ्री नम्बर पर भी जानकारी ली जा सकती है। जिले में कार्यरत स्वयंसेवी संस्थान ग्रामीण उत्थान एवं मानव संस्थान मथुरा लाल, लिंक वर्कर स्कीम मुस्कान इण्डियन पब्लिक एजुकेशन सोसायटी से अमित, अंतिमा शर्मा, रेखा आदि के द्वारा आईईसी प्रचार सामग्री का वितरण कर जागरूकता संबंधी बाते बताई।

प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, शाहपुरा डा. अशोक कुमार जैन ने कार्यशाला के दौरान बताया कि गर्भवती महिला के संक्रमित पाए जाने पर जच्चा एवं बच्चा सुरक्षित हो, इसके लिए एआरटी से दवा शुरू की जानी चाहिए। प्रसव पश्चात् भी नियमित दवा व जांच आवश्यक है। आईसीटीसी काउंसलर दीपक मीणा ने बताया कि समुदाय में एड्स रोगियों के प्रति किसी भी तरह का कोई भेदभाव नही करना चाहिए। साथ ही संक्रमित आने पर अपने पार्टनर की जांच भी अवश्य करवानी चाहिए।