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Bhilwara-18 नवंबर 2024 की प्रमुख खबरे

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News-एनडीआरएफ की टीम ने किया टेबल टॉप का आयोजन
18 नवंबर से 2 दिसंबर तक चलेगा अभियान

भीलवाड़ा, 18 नवंबर। गृह मंत्रालय, भारत सरकार एवं आपदा प्रबन्धन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग राजस्थान सरकार के निर्देशों के क्रम में राष्ट्रीय आपदा प्रतिसाद दल (एनडीआरएफ -06 बटालियन, बडोदरा, गुजरात) द्वारा 18 नवम्बर 2024 से 2 दिसम्बर 2024 तक जिले में बाढ विषय पर मौक ड्रिल, जिला परिचय  एवं आम जन में आपदाओं के प्रति जन-जागरूकता फैलाने में लिए विभिन्न गतिविधियां और कार्यक्रम किए जाएंगे। 

इन्हीं कार्यक्रमों की श्रृंखला में सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में एनडीआरएफ के अधिकारी तथा विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारियों के साथ टेबल टॉप मीटिंग का आयोजन किया। राष्ट्रीय आपदा मोचक बल कमांडेंट (सीसीडी) 6 वी वाहिनी विकास कुमार के निर्देशानुसार ई/06 बटालियन एनडीआरएफ की टीम के राजस्थान प्रभारी एनडीआरएफ सहायक कमांडेंट योगेश कुमार मीना (आरआरसी किशनगढ़ राजस्थान), निरीक्षक/जीङी विजय सिंह मीना ने आपदा प्रबंधन और मॉक अभ्यास की रूपरेखा पर प्रेजेंटेशन दी।

इस दौरान- बाढ़ से निपटने के लिए तैयारियों, आपदा प्रबंधन योजना की समीक्षा, स्थानीय अधिकारियों और एजेंसियों के बीच समन्वय, नुकसान को कम करने के लिए आवश्यक कदमों की पहचान व आपदा प्रतिसाद की रणनीतियों के विकास पर चर्चा की गई। एनडीआरएफ ने बाढ़ आधारित आपातकाल जैसे हालात होने पर किये जा सकने वाले बचाव और राहत कार्यों और भविष्य में इस प्रकार की आपदाओं की परिस्थिति में नागरिक और प्रशासन के साथ मिलकर किस प्रकार बाढ़ के संकटकालीन स्थिति से किस प्रकार निपटे इन तैयारियों की जानकारी दी गई। इस दौरान एनडीआरएफ ने बाढ़ से बचाव के लिए घरेलू तरीकों से बनाए गए उपचारों को भी बताया गया। 

बैठक के दौरान जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि 2 दिसंबर तक चलने वाली इन गतिविधियों का फायदा लोगो को मिल सके, इसके लिए विशेष प्रयास किया जाए, ताकि आपदा की परिस्थिति में किसी भी प्रकार की जनहानि, क्षति से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि इन गतिविधियों का उद्देश्य है कि जिले में उपलब्ध सभी संसाधनों, संचार और आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशिक्षण स्तर को सुधारना तथा सभी संबंधित विभागों, एजेंसियों के रेस्पांस टाइम की जांच करना, सभी हितधारकों के बीच समन्वय तथा दक्षता में सुधार किया जा सके। आपदा प्रबंधन को लेकर आमजन में समझ उत्पन्न हो सके तथा उपलब्ध संसाधनों की जांच भी सुनिश्चित हो सके। इसके लिए अपनी तैयारियों का जायजा लेना होगा और आवश्यक कदमों की पहचान करनी होगी तथा जिले में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को मजबूत करना और बाढ़ से निपटने के लिए आवश्यक कदमों की पहचान करना है।

राजस्थान प्रभारी एनडीआरएफ योगेश कुमार ने सभी विभागों से सुझाव भी लिए कि हम बाढ़ से कैसे निपट सकते हैं, सभी विभागों को ऐसी आपदाकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए बताया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश मेहरा ने बताया कि इन गतिविधियों के आयोजन से पूर्व सभी संबंधित तैयारियां पूर्ण कर ली जाए। उन्होंने इन गतिविधियों के प्रस्तावित स्थान पर सफल क्रियान्विति के लिए प्रभारी अधिकारी व सहायक प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है। 

प्रस्तावित कार्यक्रम अनुसार 19 नवंबर को मेजा बांध पर  प्रातः 11 बजे मॉक ड्रिल, 20 नवंबर को नगर निगम में आपदाओं के विषय में जनजागरूकता लाई जाएगी। 21 नवंबर को भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक संघ लि. (भीलवाड़ा डेयरी), 22 नवंबर को रीको कार्यालय में औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों में जागरूकता लाई जाएगी। इसी प्रकार 23 नवंबर को कृषि उपज मंडी, 25 नवंबर को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राजेंद्र मार्ग, 26 नवंबर को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गंगापुर, 27 नवंबर को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आसींद, 28 नवंबर को हिंदुस्तान जिंक रामपुरा अंगुचा में आपदाओं के प्रति आमजन में जागरूकता लाई जाएगी तथा इससे बचाव के उपाए साझा किए जाएंगे। 29 नवंबर को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बिजौलिया, 30 नवंबर को त्रिवेणी संगम घाट, त्रिवेणी बीगोद में तथा 2 दिसंबर को गोवटा बांध मांडलगढ़ में बाढ़ तथा जलभराव क्षेत्र में जन जागरूकता लाई जाएगी। बैठक के दौरान पुलिस, होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, चिकित्सा विभाग, नगर विकास न्यास, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, शिक्षा विभाग समेत अन्य संबंधित विभागों, एजेंसियों के अधिकारी, कर्मचारी आदि मौजूद रहे। 

News-विश्व स्मरण दिवस: भीलवाड़ा में सड़क दुर्घटना पीड़ितों को श्रद्धांजलि

भीलवाड़ा। विश्व स्मरण दिवस पर रविवार को नर्सिंग कॉलेज की छात्र-छात्राओं ने पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना केंद्र तक कैंडल मार्च निकालकर सड़क दुर्घटना में मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर एंबुलेंस संचालकों और घायलों के मददगारों को सम्मानित किया गया और छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा नियमों, मोटरयान संसोधित अधिनियम, घायलों की मददगार (गुड समरिटन) आदि की जानकारी दी गई ।

कार्यक्रम में जिला परिवहन अधिकारी गौरव यादव, पूर्व प्रादेशिक परिवहन अधिकारी अनिल जैन (जयिंट क्लब), सीएमएचओ सी पी गोस्वामी, सीओ ट्रैफिक, स्नेहसमर्पण फाउंडेशन मोनिका गर्ग, यूनुस ख़ान आदि कई विभागों के कार्मिक एवं आमजन उपस्थित थे। कैंडल मार्च कंट्रोल रूम से सूचना केंद्र पर संपन्न हुआ, जिसमें आमजन ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सूचना केंद्र पर एलईडी लगाकर जन जागरुकता और सड़क सुरक्षा से जुड़ी शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई।

सड़क दुर्घटना में शिकार हुए  घायल एवं मृत व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देने हेतु उनकी याद में स्मरण हेतु प्रतिवर्ष नवंबर माह के तृतीय रविवार को वर्ल्ड रिमेंबरेंस डे (विश्व स्मरण दिवस) मनाया जाता है।