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भीलवाड़ा-26 फ़रवरी 2024 की प्रमुख खबरे 

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News-25 किलो दूषित व बदबूदार चॉकलेट बर्फी व मावा बर्फी को किया नष्ट

भीलवाड़ा, 26 फरवरी। राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे ‘‘शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान’’ के अन्तर्गत जिला कलक्टर नमित मेहता व अभिहित अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चेतेन्द्रपुरी गोस्वामी के निर्देशन में खाद्य सुरक्षा के जांच दल गठित कर प्राप्त सूचना के आधार पर अलग-अलग प्रतिष्ठानों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अभियान के तहत सोमवार को भीलवाड़ा में मैसर्स अम्बे कचोरी एण्ड स्वीट्स, शारदा चौराहा से मलाई बर्फी का 1 नमूना लिया व 25 किलो दूषित व बदबूदार चॉकलेट बर्फी व मावा बर्फी को नष्ट कराया। मैसर्स सोडानी फूड इण्डस्ट्रीज पुर रोड एवं बजरंग रोलर फ्लोर मिल से गेहूँ के आटे के 2 नमूने लिऐ गये। खाद्य सुरक्षा दल में खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीश कुमार शर्मा, गोपाल लाल शर्मा, प्रेमदत्त शर्मा उपस्थित रहे ।

उन्होंने बताया कि सभी नमूनो को खाद्य प्रयोगशाला अजमेंर में जाँच हेतु भिजवाया जायेगा तथा रिपोर्ट प्राप्त होने पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। ‘‘शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान’’ के तहत अब तक सम्पूर्ण जिले में कुल 112 नमूने लिये गये है।

शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान के तहत संपूर्ण जिले मे अनवरत रूप से कार्यवाही जारी रहेगी। मिलावटियों एवं तेल, मसाले को खुले में बेचने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी। डॉ चेतनपुरी गोस्वामी ने बताया की खाद्य व्यापारियों को दिये गये निर्देशों की अवहेलना करने पर सम्बधित के खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत कठोर कार्यवाही की जायेगी।

News-नाबार्ड ने शुरू की बकरी के दूध से साबुन बनाने की ट्रेनिंग

भीलवाडा 26 फरवरी। नाबार्ड द्वारा वित्तपोषित एमइडीपी प्रोजेक्ट का उद्घाटन ग्राम ढोलीखेड़ा, सुवाणा में सोमवार को उपखंड अधिकारी ए.एन सोमनाथ की  अध्यक्षता में किया गया। उन्होंने बताया कि इस तरह के ट्रेनिंग प्रोग्राम से ग्रामीण इलाके की महिलाओं को सशक्त बनाया जा सकता है, जिससे वह अपने परिवार की आय को बढ़ा सकती हैं।

इससे पूर्व डीडीएम नाबार्ड वसुंधरा ने बताया कि  कार्यक्रम में  ढोलीखेड़ा ग्राम की 30 महिलाओं को 15 दिन बकरी के दूध एवं औषधीय  पौधों से साबुन, सर्फ,  हैंड वॉश, टॉयलेट क्लीनर आदि प्रोडक्ट बनाने  का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में सभी 30 महिलाएं ग्रामीण परिवेश की है। नाबार्ड ग्रामीण महिलाओं के जीविकोपार्जन को बढ़ाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम ग्रामीण इलाकों में करता है। यह कार्यक्रम महिलाओं को एंटरप्रेन्योर एवं उनके सशक्तिकरण  के लिए किया जा रहा है। इसके साथ ही डीडीएम नाबार्ड ने यह भी बताया की सुवाणा ब्लॉक  में  ग्राम दुकान खोलने पर भी कार्य चल रहा है।

डीडीएम नाबार्ड वसुंधरा ने यह भी  बताया कि भीलवाड़ा में नाबार्ड इस तरह के अलग-अलग प्रोडक्ट पर कई इलाकों में कार्य कर रहा है जिसमें ग्राम पॉन्डरास में महिलाओं को देसी गाय के गोबर से मूर्तियां, दीपक एवं भगवानपुरा ग्राम में 30 महिलाओं को आर्टिफिशियल ज्वेलरी बनाने की ट्रेनिंग करवाई गई। अभी यह महिलाएं प्रोडक्ट बनाकर अपनी इनकम को बढ़ा रही है। नाबार्ड महिलाओं को सशक्त करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है आगे भी इस तरह की ट्रेनिंग प्रोग्राम जिले के अलग-अलग इलाकों में करवाई जाएगी।

स्थानीय सरपंच बद्री लाल जाट ने कहा कि इस ट्रेनिंग प्रोग्राम की वजह से इलाके की महिलाएं सशक्त एवं मजबूत होगी तथा महिलाओं का उत्साहवर्धन होगा।

ग्रीन वर्ल्ड फाउंडेशन इंद्रराज ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रशिक्षण में विभिन्न प्रकार के औषधि साबुन इन महिलाओं को बनाना सिखाएंगे। बाजार में आजकल कई तरह के केमिकल युक्त साबुन आ रहे हैं जिससे कई तरह की स्किन एलर्जी होती है। साबुन, बकरी के दूध, एलोवेरा, गुलाब, नीम आदि तरह के औषधीय पौधों से बनाना सिखाएंगे जो कि मददगार साबित होंगे।

News-अमृता हाट मेले का समापन 27 फरवरी को

भीलवाडा, 26 फरवरी। अमृता हाट मेले में भीलवाड़ा वासियों ने खास रूचि दिखाई, बढ़-चढ कर खरीददारी की, बच्चो ने झूलो का लुत्फ उठाया साथ ही प्रतियोगिताओं व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक ने बताया कि सोमवार को अमृता हाट मेले के चतुर्थ  दिवस पर दोपहर में महिलाओं, बालिकाओं व बच्चो के लिए बणी-ठणी, पेपर डांस व चुड़ियां पहनाओं प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। जिसमें आम जन ने खास रूचि दिखाई व आगे बढकर प्रतियोगिताओं में भाग लिया। बणी-ठणी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान निधी दाधीच व द्वितीय स्थान तिलक सोनी ने, पेपर डांस में प्रथम कौशल्या-संगीता व चुडियां पहनाओं  प्रतियोगिता में प्रथम शीतल कचौलिया रही।

उन्होंने बताया कि सायंकालीन सत्र में संगीत कला केन्द्र द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दोरान राजस्थानी परिवेश को दर्शाने वाली विभिन्न प्रस्तुतियां दी जायेगी।