भीलवाड़ा में शांति भंग और आपराधिक मामलों में 27 गिरफ्तार
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News-शांति भंग और आपराधिक मामलों में 27 गिरफ्तार
भीलवाड़ा 28 फ़रवरी 2025 । ज़िले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए शांति भंग करने के आरोप में 14 व्यक्तियों और विभिन्न प्रकरणों में वांछित 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है
शांति भंग के आरोप में 14 गिरफ्तार
ज़िले के अलग-अलग पुलिस थानों में शांति भंग करने के आरोप में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें प्रमुख रूप से कोतवाली, प्रतापनगर, भीमगंज, मांडलगढ़, बिगोद, गंगापुर, गुलाबपुरा, मांडल और फुलियाकलां थाना क्षेत्र से आरोपियों को पकड़ा गया।
गिरफ्तार आरोपियों में राहुल ढोली, प्रताप सिंह, संजय मेवाड़ा, विशाल जीनगर, देवकिशन आचार्य, समीर शाह, गणेश, नंदलाल, वैभव आचार्य, अर्पित लौहार, आयुष सोनी, महेंद्र सिंह पुरावत, परमेश्वर और प्रकाश शामिल हैं,
अपराधों में वांछित 13 आरोपी भी गिरफ्तार
इसके अलावा, भीलवाड़ा पुलिस ने विभिन्न आपराधिक मामलों में वांछित 13 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। ये गिरफ्तारियां कोतवाली, बडलियास, बिजौलिया, मांडल, पुर, रायपुर, हनुमाननगर और कोटड़ी थाना क्षेत्र से की गईं
इनमें अब्दुल हक, कन्हैया उर्फ काना, सुरेश, रामेश्वर लाल, नंदकिशोर गुर्जर, मोहम्मद ताहिर, आसिफ मोहम्मद, हरफूल जाट, बद्रीलाल, सोनू रेगर, महेश कुमार, मोतीलाल और नंदलाल शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह अभियान जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने और शांति भंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए चलाया गया था। पुलिस का यह ऑपरेशन आगे भी जारी रहेगा।
News-चुनाव संबंधी गलत एवं भ्रामक सूचनाओं पर निगरानी के लिए जिला स्तरीय समितियां अधिक सक्रिय होंगी
भीलवाड़ा, 28 फरवरी। राजस्थान निर्वाचन विभाग एवं भारत निर्वाचन आयोग की गतिविधियों तथा क्रियाकलापों सहित लोकसभा और राज्य विधानसभा से संबंधित चुनावी प्रक्रिया के बारे में जन संचार माध्यमों में भ्रामक अथवा गलत खबरों, सूचनाओं (फेक न्यूज) के प्रसारण को रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने इसके लिए सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (कलक्टर) को निर्देश जारी किए हैं।
महाजन ने निर्वाचन विभाग में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया में प्रसारित चुनाव संबंधी सूचनाओं की मॉनिटरिंग एवं कार्यवाही के लिए राज्य स्तर पर सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में एक चार-सदस्यीय मीडिया मॉनिटरिंग एवं क्रियान्वयन समिति गठित की है, यह समिति मीडिया में प्रकाशित भ्रामक जानकारी एवं गलत तथ्यों वाले समाचारों के बारे में जिला स्तर पर की जाने वाली कार्यवाही के लिए समन्वय का कार्य करेगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि जिलों में विभिन्न मीडिया माध्यमों यथा समाचार-पत्र पत्रिकाओं, समाचार चैनल और सोशल मीडिया की नियमित रूप से प्रभावी निगरानी की जाए। इसके लिए जिला स्तरीय मीडिया मॉनिटरिंग एवं सर्टिफिकेशन समिति (डीएमसीएमसी) सक्रिय रहकर प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया माध्यमों पर निर्वाचन आयोग और चुनावी प्रक्रिया के सम्बन्ध में प्रकाशित अथवा प्रसारित संवेदनशील खबर और सूचना विशेष पर नजर रखे। किसी भ्रामक, गलत अथवा संदेहास्पद सूचना के प्रकाशन पर त्वरित संज्ञान लेकर सम्बंधित विभाग अथवा शाखा से उसका तथ्यात्मक विवरण प्राप्त कर सही जानकारी एवं तथ्य सार्वजनिक रूप से प्रकाशित किए जाएं।
गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय समिति (डीएमसीएमसी) कार्यरत है, इस समिति में सहायक रिटर्निंग अधिकारी, जिले में कार्यरत केन्द्र सरकार के सूचना सेवा के अधिकारी, स्थानीय स्वतंत्र पत्रकार और सोशल मीडिया विशेषज्ञ सदस्य के रूप में शामिल हैं। जिला सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय का प्रभारी अधिकारी इस समिति का सदस्य सचिव है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस समिति को अधिक सजग और सक्रिय रहकर मीडिया में प्रसारित चुनावी प्रक्रिया से जुड़ी सूचनाओं की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जिला समिति स्थानीय स्तर पर प्रकाशित अथवा प्रसारित हुई फेक न्यूज तथा उसके विषय में की गई कार्यवाही के बारे में विभाग को तत्काल अवगत करवाएगी।
News-राजस्थान मरू जिला स्तरीय पर्यावरण संरक्षण, जल प्रबंधन एवं स्वच्छता व कचरा निस्तारण कार्यशाला का आयोजन
भीलवाडा , 28 फरवरी। महिला सषक्तिकरण बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के अन्तर्गत राजस्थान मरू उड़ान कार्यक्रम, जिला स्तरीय पर्यावरण संरक्षण, जल प्रबंधन एवं स्वच्छता व कचरा निस्तारण कार्यशाला का आयोजन महिला अधिकारिता विभाग व राजीविका के संयुक्त तत्वाधान में नगर निगम के सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया।
कार्यशाला में एफईएस से श्रीमती अल्का ने बताया गया कि पीपीटी के माध्यम से पानी बचाने के लिए कई रणनितियां है, वर्षा जल संचयन, गृहवाटर सिस्टम का उपयोग करना और अपशिष्ट जल का पुनःचक्ररण करना। पर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए जल स्रोतो की सुरक्षा करें, जल प्रदूषण को रोकें व पेड़ लगाये। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए जल संरक्षण बहुत जरूरी है। पेड़ पौधे लगाये ताकि लोगो को स्वच्छ पर्यावरण मिल सकें। जल संरक्षण को महत्वपूर्ण बताते हुये पारिस्तिथिक तंत्र का संतुलन बनाये रखना व जैव विविधता को संरक्षित रखना व जलवायु परिवर्तन पर जानकारी दी।
महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नगेन्द्र तोलम्बिया ने महिलाओं को जल एवं पर्यावरण के बचाव कैसे कर सकते है के आसान तरीके बताते हुये कचरा निस्तारण के बारे में जानकारी दी एवं विभागीय योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की। राजीविका से रामप्रसाद शर्मा ने महिलाओं को समाज की महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुये महिला सशक्तिकरण व पर्यावरण पर महिलाओं की भूमिका पर जानकारी प्रदान की गई। पन्नाधाय सुरक्षा एवं सम्मान केन्द्र केन्द्र प्रबंधक श्रीमती गंगा दाधीच ने सखी वन स्टॉप सेन्टर महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र के बारे में जानकारी दी।
कार्यशाला में विजेता कवर, सुमन खोईवाल, सुनीता शर्मा, मनीषा शर्मा व मुकेश महोलिया ने अपने विचार रखे। वरिष्ठ लिपिक सत्यनारायण भाम्भी ने सभी सहयोगियों का आभार प्रकट कर कार्यशाला का समापन किया। इस कार्यशाला में कुल 150 महिलायें उपस्थित है।