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भीलवाड़ा - 4 जनवरी 2024 की प्रमुख खबरे

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News-शीतलहर के प्रकोप को गंभीरता से लेते हुए विभागीय स्तर पर सभी आवश्यक कार्यवाही करने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश

भीलवाड़ा 4 जनवरी। प्रभारी अधिकारी एवं अति. जिला कलक्टर (सहायता) ने शीतलहर (शीतधात) के प्रकोप को गंभीरता से लेते हुए इससे होने वाली क्षति को कम करते हुए विभागीय स्तर पर सभी आवश्यक कार्यवाही करने के संबंध में विभागों को आवश्यक निर्देश दिये है।

उन्होंने निर्देश दिये है कि आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के दिशा निर्देशों के अनुसार स्थानीय शीतलहर कार्य योजना तैयार की जाये,. प्रत्येक स्तर (जिला, तहसील, ब्लॉक, विभाग आदि) पर शीत लहर प्रबंधन हेतु नोडल अधिकारी नामांकित करें, भारतीय मौसम विज्ञान द्वारा जारी शीत लहर चेतावनी को जिला कमांड और नियंत्रण केंद्र के माध्यम से जन सामान्य तथा संबंधित विभागों तक पहुंचाने हेतु आवश्यक व्यवस्था की जायें, स्थानीय स्तर पर शीतलहर से बचाव से संबंधित जनजागृत्ति कार्यक्रमों का आयोजन करें।

नगरीय विकास विभाग

नगरीय विकास विभाग, चिकित्सा सुविधाओं बिजली, भोजन, जल आपूूर्ति जैसी आवश्यक सेवाओं के साथ रेन बसेरों का संचालन सुनिश्चित करें, बेघर व प्रभावित लोगों को आश्रय गृहों में स्थानातरित करें, बेसहारा एवं बेघर व्यक्तियों के  सड़क/मैदान में पाए जाने पर अलाव की व्यवस्था कर स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से कम्बलों की व्यवस्था कर उन्हें प्रदान किए जायें।

स्कूल शिक्षा विभाग

स्कूल तथा शैक्षणिक संस्थाओं का कार्य समय, भारतीय मौसम विज्ञान द्वारा शीतलहर से संबंधित दी गई चेतावनी अनुसार आवश्यकतानुसार एवं विधिवत स्कूल खुलने के समय में परिवर्तन करने हेतु आवश्यक आदेश जारी किए जायें, शीतलहर से प्रभावित होने पर प्राथनिक उपचार हेतु प्राथमिक उपचार बाॅक्स की पर्याप्त तथा विद्यालय में इसकी उचित स्थान पर उपलब्धता सुनिश्चित की जाये, गंभीर रूप से शीत लहर से प्रभावित होने वाले विद्यार्थियों को अस्पताल पहुंचाने के लिए वाहन तथा विद्यालय के जिम्मेदार शिक्षक का नामांकन/चिन्हांकन करे।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग

शीतलहर ग्रसित रोगियों की चिकित्सा हेतु आवश्यक दवाइयाँ, भंडार आदि की उपलब्धता सभी शासकीय चिकित्सालयों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में डिपो होल्डर, आशा कार्यकर्ता के पास सुनिश्चित करे। विशेषकर शीत लहर से उपचार हेतु दवाइयों का पर्याप्त भंडारण रखें, कमजोर समूह, बच्चों, दिव्यांगों, महिलाओं और वृद्धों की विशेष देखभाल हेतु व्यवस्था करें।

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग

पंचायत भवनों में शीतलहर से बचाव के उपायों का प्रचार प्रसार करे तथा शीतलहर से प्रभावित होने पर प्राथमिक उपचार हेतु प्राथमिक उपचार बॉक्स की पर्याप्त संख्या तथा पंचायत भवन में इसकी उचित स्थान पर उपलब्धता सुनिश्चित करे,

श्रम विभाग

औद्योगिक एवं अन्य क्षेत्रो के कामगारों को शीतलहर से बचाव सम्बन्धी आवश्यक जानकारी उपलब्ध करावे तथा श्रमिकों का कार्य समय आवश्यकतानुसार एवं सुविधानुसार परिवर्तन हेतु आवश्यक निर्देश जारी करें।

सार्वजनिक निर्माण विभाग

सड़क किनारे बेघर/प्रभावित लोगों को आश्रय गृहों में स्थानांतरित करने की व्यवस्था करे।

*सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग

विभाग ऐसे स्थलों को चिन्हित करे जहाँ भिक्षुक अथवा शारीरिक रूप से कमजोर एवं निःशक्तजन अधिक संख्या में रहते हों तथा उन जगहों पर आश्रय/रेन बसेरा की व्यवस्था करे तथा ऐसे लोगों के शीत लहर (शीतघात) से प्रभावित होने की स्थिति में इन्हें तत्काल चिकित्सालय पहुँचाने हेतु आवश्यक व्यवस्था की जाये।

परिवहन विभाग

बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड आदि सार्वजनिक वाहन स्थलों पर आवश्यकतानुसार फर्स्ट एड बॉक्स की व्यवस्था तथा शीत लहर (शीतघात) प्रभावितों के उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करे।

पशु-पालन विभाग

शीत लहरों के दौरान जानवरों और पशुधन को ठंडी हवाओं के सीधे संपर्क से बचने के लिए रात के दौरान सभी पशु आवास को सभी दिशाओं से ढकें, ठंड के दिनों में छोटे पशुओं को ढक कर रखें, पशुधन के आहार एवं खान-पान में वृद्धि करें, उच्च गुणवत्ता वाले चारा या चारागाहों का उपयोग करें, वसा की खुराक प्रदान करें, आहार सेवन तथा उनके चबाने के व्यवहार का ध्यान रखें, जलवायु अनुरूप शेड का निर्माण करें जो सर्दियों के दौरान अधिकतम सूरज की रोशनी और गर्मियों के दौरान कम विकिरण की अनुमति देते हैं, सर्दियों के दौरान जानवरों के बैठने हेतु सूखे भूसे रखें, पालतू जानवरों, पशुधन को शीत लहर से बचाने हेतु भवन के अंदर रखें तथा उन्हें कम्बल से ढकें।

पुलिस विभाग

घने कोहरे की स्थिति के दौरान यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करें व घने कोहरे के दौरान अग्रिम सुरक्षा उपाय लागू किए जावें ।

कृषि विभाग

शीत लहर और ठंड, कोशिकाओं को भौतिक नुकसान पहुंचाती है जिससे कीट का आक्रमण तथा रोग होने से फसल बर्बाद हो सकती है। फसल को अंकुरण तथा प्रजनन के दौरान शीत लहर से काफी भौतिक विघटन होता है इसके बढ़ने से फसलों के अंकुरण वृद्धि, पुष्पण तथा पैदावार पर असर पड़ता है।

यह करे उपाय

शीत लहर के दौरान प्रकाश और लगातार सतह सिंचाई प्रदान करें। पानी की सिंचाई से उत्पन्न विशिष्ट गर्मी पौधों को शीत घात से बचाता है, स्प्रिंकलर सिंचाई से पौधों में शीत घात को कम करने में भी मदद मिलेगी क्योंकि पानी की बूंदों का संघनन, आसपास में गर्मी छोड़ता है, पौधो के मुख्य तने के पास मिट्टी को काली या चमकीली प्लास्टिक शीट के साथ ढकें। यह विकिरण अवशोषित कर मिट्टी को ठंडी में भी गर्म बनाए रखता है। प्लास्टिक उपलब्ध न होने की दशा में घास-फूस, सरकंडे की घास या जैविक वस्तुओं से मिट्टी को ढक कर फसलों को शीतघात से बचाया जा सकता है, बगीचे में धुआँ करके भी फसलों को शीतघात से बचाया जा सकता है, विभागीय जनजागृति एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों में कृषकों को शीतलहर (शीतधात) से बचाव सम्बंधित जानकारी दी जाए।

ऊर्जा विभाग

बिजली संयंत्रों में सभी रखरखाव संबंधी गतिविधियों को समयानुसार पूरा करे ताकि शीतलहर (शीतघात) के दौरान पॉवर कट की स्थिति निर्मित नहीं हो।---

News-जिला स्तरीय न्यायिक खेल प्रतियोगिता का हुआ आयोजन जिला एवं सेशन न्यायाधीश ने किया उद्घाटन

भीलवाड़ा  04 जनवरी। माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय की स्थापना के प्लेटिनम जुबली के अवसर पर भीलवाड़ा न्यायक्षेत्र की जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता का शुभारम्भ जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री अजय शर्मा ने महिला आश्रम काॅलेज में प्रातः 08 बजे किया गया। 08 जनवरी 2024 तक की अवधि के दौरान मेराथन, केरम, बेडमिन्टन, टेबल टेनिस, क्रिकेट, लाॅन टेनिस, साईक्लिगं तथा चैस जैसी प्रतियोगिताओ का आयोजन किया जायेगा।

उद्घाटन के दौरान मैराथन दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में न्यायिक अधिकारीगण, न्यायिक कर्मचारीगण तथा अधिवक्तागण ने भाग लिया। प्रतियोगिता में पुरूष वर्ग में अधिवक्ता नारायण गुर्जर प्रथम रहे, अधिवक्ता विनोद तेली द्वितीय एवं आशुलिपिक सुनील खटीक तृतीय स्थान पर रहे। इसी तरह महिला वर्ग में अधिवक्ता पूजा सोनी प्रथम, अधिवक्ता सरिता स्वर्णकार द्वितीय एवं न्यायाधीश अजा. जजा. प्रकरण रविबाला सिंह तृतीय स्थान पर रहे।

प्रतियोगिता के आयोजन के दौरान न्यायाधीश वाणिज्यिक न्यायालय श्री वरूण तलवार, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजपाल सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नगेन्द्र सिंह, अध्यक्ष बार संघ ऋषि तिवारी, अध्यक्ष न्यायिक कर्मचारी गण दिलबहादूर सिंह के साथ अन्य न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्तागण तथा कर्मचारी गण उपस्थित थे।

News-पाला पड़ने की आशंका, कृषि विभाग के अधिकारी बता रहे किसानों को फसलों को पाले से बचाने के तरीके

भीलवाडा 4 जनवरी 2024 । पिछले दिनो से जिले में पड़ रही अत्यधिक सर्दी व पाले से फसलों में नुकसान होने की आशंका है। कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक इन्द्र सिंह संचेती ने बताया कि मौसम विभाग की ओंर से आगामी दिनों में तापमान में गिरावट की आशंका है। ऐसे में किसानों को समय पर फसलों को बचाने के लिए उपाय करने चाहिए।

श्री संचेती ने बताया कि पाले के कारण कोशिकाओं में जल जमने से पौधे की पत्तिया, फूल व फल क्षतिग्रस्त हो जाते है जिस दिन दोपहर के पहले ठण्डी हवा चल रही हो व हवा का तापमान कम होने लग जाये तथा दोपहर के बाद अचानक हवा चलना बन्द हो जाये तब पाला पडने की सम्भावना बढ जाती है। फसलो को पाले से बचाने के लिए जिन दिनो पाला पडने की सम्भावना हो उन दिनों में फसलों पर गंधक के तेजाब के 0.1 प्रतिशत घोल का अर्थात एक लीटर गंधक के तेजाब को 1000 लीटर पानी में घोल कर एक हेक्टर क्षेत्र में छिड़काव करे। खेत की उतरी-पश्चिमी दिशा से आने वाली ठण्डी हवा की दिशा में खेत के किनारे पर बाई हुई फसल के आस-पास मेडो पर रात्रि में कूड़ा कचरा या अन्य घास-फूस जला कर धुआं करना चाहिए।

पाले के दिनों में फसलों में सिंचाई करने से भी पाले का असर कम होता है पौधशालाओं में पौधों एवं उद्यानों व नकदी सब्जी वाली फसलों में भूमि के ताप को कम न होने देने के लिए फसलो को टाट, पॉलीथीन अथवा भूसे से ढक दे।