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Bhilwara-9 जुलाई 2024 की प्रमुख खबरे 

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News-मेजा बांध के रखरखाव और टूरिस्ट प्लेस के रूप में विकसित करने को लेकर दिए निर्देश

भीलवाडा। जिला कलक्टर नमित मेहता व पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने सोमवार शाम मांडल स्थित मेजा बांध का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने बांध के रखरखाव व सौंदर्यीकरण के साथ बांध से जुड़ी सड़को की मरम्मत, गेस्ट हाउस, तरणताल, कैंटीन, बच्चों के पार्क तथा पार्किंग स्थल की मरम्मत और देखरेख को लेकर दिशा निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों और उपखंड अधिकारी से निरीक्षण के दौरान बांध की भराव क्षमता, पानी की आवक, पेयजल आपूर्ति के संबंध में जानकारी ली।

जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि बांध के विकास एवं टूरिस्ट प्लेस बनाने के लिए योजना बनाई है। जिसकी स्वीकृति प्राप्त होते ही कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। जिला कलक्टर मेहता ने बीडीओ और संबंधित अभियंता को नरेगा के माध्यम से साफ सफाई और पार्क में समय समय पर झाड़ियों को हटाने और घास की कटाई करने के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर एसडीएम मनोज कुमार, बीडीओ धनपत सिंह, तहसीलदार विपिन शर्मा व जल संसाधन विभाग व पीएचईडी के अधिकारी मौजूद रहें।

News-संपर्क पोर्टल पर लंबित प्रकरणों का करें त्वरित निस्तारण
साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित

भीलवाड़ा, 9 जुलाई। जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देशानुसार एडीएम सिटी वंदना खोरवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। 

प्रशासन वृक्षारोपण अभियान को लेकर अत्यंत गंभीर

सघन वृक्षारोपण अभियान की चर्चा करते अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि प्रशासन वृक्षारोपण अभियान को लेकर अत्यंत गंभीर है। हमारा लक्ष्य है कि जन सहभागिता से अधिकतम पौधरोपण हो व पौधों की समुचित देखभाल हो। उन्होंने अधिकारियों से कहा की वे आमजन को प्रेरित करें। पौधरोपण के लिए पूर्व तैयारियां सुनिश्चित करें व नियमित मॉनीटरिंग करें। इस दौरान सीईओ जिला परिषद शिवपाल जाट, उपखंड अधिकारी आव्हाद नि. सोमनाथ, सीएमएचओ डॉ सीपी गोस्वामी सहित पीएचईडी  डिस्कॉम, कृषि, रोजगार, डेयरी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहें।
 प्रकरणों की समुचित जांच करें, संपर्क पेंडेंसी खत्म करें अधिकारी

एडीएम खोरवाल ने कहा की साप्ताहिक बैठक सभी विभागों के बीच संयुक्त प्रयासों को मजबूत करने का अवसर प्रदान करती है, जिससे हमारे जिले के विकास में सकारात्मक परिणाम हो सके। सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करे। बैठक में विभागवार समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं बचाव के लिए किए जाने वाले उपायों का व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। साथ ही दवाईयों की उपलब्धता की जानकारी भी ली। 

उन्होंने राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निस्तारण निर्धारित समयावधि में गुणवत्तापूर्वक पूर्ण करने के निर्देश दिये।राजस्थान सम्पर्क पोर्टल के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले के इन प्रकरणों के निस्तारण के दौरान परिवादियों की संतुष्टि में वृद्धि हो रही है जिसको और बढाएं। उन्होंने कहा कि जिले में संपर्क पोर्टल पर 30 दिन से अधिक पुराने प्रकरण शेष नहीं रहें अतः सभी प्रकरणों का प्राथमिकता के साथ गुणवत्तापूर्वक त्वरित निस्तारण करें।

News-भीलवाड़ा में लगभग 14 लाख पौधों का वितरण व रोपण

भीलवाड़ा, 9 जुलाई। पृथ्वी के बढ़ते तापमान को हम सब महसूस कर पा रहे हैं। कुछ वर्षों पहले तक जहां समाचार-पत्रों व वैज्ञानिक रिपोर्ट्स में ही पढ़ते थे कि पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है, वही अब स्वाभाविक रूप से महसूस कर पा रहे हैं। इस वर्ष प्रदेश के तकरीबन सभी इलाकों में रिकॉर्डतोड़ गर्मी रही। गर्मी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है हमारी आधुनिक जीवनशैली के चलते पर्यावरण संरक्षण से दूरी बना लेना। प्रदेश के मुखिया एवं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने यह देखा कि प्रदेश को आगे ऐसी भीषण गर्मी नहीं झेलनी पड़े, इसके लिए पौधारोपण ही एकमात्र व सर्वश्रेष्ठ उपाय है। अपनी इसी दूरदर्शी सोच के चलते उन्होंने प्रदेश वासियों से ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाने की अपील की है। दरअसल पेड़ प्रकाश संश्लेषण व वाष्पीकरण के जरिए वातावरण मे नमी बनाए रखने का महत्वपूर्ण कारक है। जब इस सीजन में लगाए हुए पौधे, पेड़ का रूप धारण करेंगे, तो निश्चित रूप से वे प्रदेश में न केवल गर्मी को कम करेंगे, बल्कि छाया, फल, फूल इत्यादि भी प्रदान करेंगे।

भीलवाड़ा की बात करें तो जिला कलक्टर नमित मेहता भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की इस पहल को जिले में मुकाम तक पहुंचाने के लिए मुस्तैदी से मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मानसून की बारिश के बाद उन्होंने सभी विभागों को टारगेट दिए हैं कि राजकीय कार्यालयों में तय संख्या में पौधारोपण कर संबंधित कर्मचारियों व अधिकारियों को पौधों के पेड़ बनने तक सारसंभाल का जिम्मा दिया जाए।

उद्यानिकी के उपनिदेशक राकेश कुमार माला ने बताया कि इस मौसम में पौधारोपण सर्वोत्तम है। मानसून की बरसात के बाद प्राकृतिक रूप से धरती व वातावरण में पौधों की वृद्धि के लायक पोषक तत्व बढ़ जाते हैं, जिससे पौधों के पेड़ बनने की संभावना अधिक हो जाती है।

दरअसल हमारे इंसान शरीर को जन्म देने वाली मां के जैसे ही पृथ्वी भी हमारी माता की तरह ही हमारा पालन पोषण करती है और मानव सभ्यता व जीव जगत को जन्म देने वाली मां ही है। हमारा फर्ज बनता है कि हम स्वयं, पर्यावरण और प्रदेश के भले के लिए मुख्यमंत्री की अपील का समर्थन कर अधिक से अधिक पौधारोपण कर उनकी सारसंभाल करें, ताकि आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित जीवन व विरासत सुपुर्द कर सकें।

सीईओ जिला परिषद शिवपाल जाट ने बताया कि प्रदेश में 7 करोड़ पौधों का वितरण व रोपण किया जा रहा है। भीलवाड़ा में लगभग 14 लाख पौधों का वितरण व रोपण किया जा रहा है। जिसमे शिक्षा विभाग द्वारा 8 लाख पौधे, ग्रामीण विकास व पंचायती राज विभाग द्वारा लगभग 1 लाख, जल ग्रहण एवं भू संरक्षण विभाग लगभग 59 हजार, नगर निकायों द्वारा 1लाख 32 हजार, अन्य विभागों द्वारा 1 लाख 30 हजार पौधे लगाए जा रहे हैं