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भींडर नगरपालिका अध्यक्ष निर्मला निलंबित

जांच में पद का दुरुपयोग करने की दोषी

 

भींडर, 27 सितम्बर (उदयपुर) । जिले की बहुचर्चित नगर पालिका भींडर एक बार फिर सुर्खियों में है। भ्रष्टाचार एवं अपने पद का दुरुपयोग करने के एक मामले में राज्य सरकार ने मंगलवार को आदेश जारी कर भींडर नगर पालिका अध्यक्ष निर्मला भोजावत को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है ।

आरोप है कि पालिकाध्यक्ष ने ग्राम पंचायत धारता व चारगदिया क्षेत्र में पट्टों का मामला सेशन न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद 69 ए के अंतर्गत अवैध पट्टे जारी किए। साथ ही भूमि ग्रीन बेल्ट उपयोग के लिए आरक्षित होने के बावजूद भूमि की किस्म परिवर्तन करते हुए आवश्यक पट्टे जारी किए। शिकायत के बाद मामले की जांच की गई। अध्यक्ष को नोटिस भी जारी किया गया। विभाग ने माना कि उनका स्पष्टीकरण संतोषप्रद नहीं था। न्यायिक जांच करवाने का निर्णय लेकर प्रकरण न्यायिक जांच के लिए विधि विभाग को प्रेषित किया जा चुका है। पालिका अध्यक्ष द्वारा प्रकरण की जांच को प्रभावित करने की संभावना को देखते हुए सरकार ने अध्यक्ष व सदस्य पद से निलंबित कर दिया है।

धारता व चारगदिया ग्राम पंचायत क्षेत्र में बीते दिनों नगर पालिका की ओर से नियमों के विरुद्ध जाकर पट्टे जारी करने के मामले में नगर पालिका अध्यक्ष निर्मला भोजावत को दोषी पाया गया। आखिर सरकार ने अध्यक्ष को निलंबित कर दिया। सरकार ने माना कि राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 48 (ग) के तहत अध्यक्ष के कृत्य नगर पालिका के वित्तीय और कार्यपालक प्रशासन पर निगरानी रखना है, परंतु अध्यक्ष नगर पालिका भींडर द्वारा उपरोक्त प्रकरण में कार्यपालक प्रशासन से संबंधित कार्यों में पूर्ण निगरानी नहीं रखी गई है ।

विवादों में थे पट्टे

बता दें कि पालिका की ओर से जारी किए गए पट्टे विवादों में थे। विपक्ष ने नगर पालिका अध्यक्ष सहित प्रशासनिक अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। अध्यक्ष द्वारा अधिकारियों एवं भूमाफियाओं द्वारा सांठगांठ कर बेशकीमती जमीन के पट्टे जारी कर दिए गए थे। इस मामले में उपनिदेशक क्षेत्रीय स्थानीय निकाय विभाग उदयपुर द्वारा जांच कर जांच रिपोर्ट विभाग को प्रेषित की गई थी। विभाग को प्राप्त जांच रिपोर्ट के अनुसार पालिका और पट्टेधारियों के बीच सेशन कोर्ट और उच्च न्यायालय के मध्य वाद विचाराधीन था। इस मामले में संबंधित अधिशासी अधिकारी को भी हटाया गया था, लेकिन न्यायालय से स्टे लाकर पद पर बने हुए थे ।

कई बार तनातनी का माहौल

वर्तमान में नगर पालिका में जनता सेना का बोर्ड है, जिसकी पालिका अध्यक्ष निर्मला भोजावत है । कांग्रेस व जनता सेना के बीच कई बार तनातनी का माहौल देखा गया है । इस बीच निलंबन की कार्रवाई को जनता सेना के पदाधिकारी ने एक राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए कहा है कि विधायक व पालिका अध्यक्ष के बीच तालमेल नहीं होना व सत्ता का दुरुपयोग करते हुए षड्यंत्र पूर्वक कार्रवाई की गई है। उनका कहना था कि यह षड्यंत्र बीते लंबे समय से चल रहा था, जिसकी आशंका पहले से थी । वहीं कांग्रेस पदाधिकारी का कहना था कि जो गलत करेगा उसकी सजा उसे भुगतनी पड़ेगी, इसमें पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। प्रशासन ने मामले में दोषी पाया है, उसके बाद निलंबन का आदेश दिया है ।