चांदीपुरा नामक वायरस से खेरवाड़ा में एक बच्चे की मौत
एक अन्य बच्चे का इलाज जारी
उदयपुर 15 जुलाई 2024। चांदीपुरा नामक वायरस की उदयपुर के ग्रामीण क्षेत्रो में एंट्री होने के बाद अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया है। दरअसल खेरवाड़ा में दो बच्चो में इस वायरस के लक्षण सामने आये जिसमे से एक 3 साल के बच्चे की 27 जून को अहमदाबाद में इलाज के दौरान मौत हो गई। तो वहीँ दूसरे बच्चे का इलाज अभी भी जारी है।
वर्ष 1966 में महाराष्ट्र के नागपुर ज़िले में चांदीपुरा गांव में यह वायरस पहली बार सामने आया था, इसके बाद वर्ष 2004 और 2019 में यह वायरस गुजरात और आंध्र प्रदेश के कुछ इलाको में भी पाया गया था।
CMHO उदयपुर डॉ शंकर लाल बामनिया ने कहा कि दोनों मामले सामने आने के बाद पूरा चिकित्सा विभाग हाई अलर्ट पर है। स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न टीमें न सिर्फ खेरवाड़ा बल्कि झाड़ोल और कोटड़ा में घर घर जाकर सर्वे कर रही है, और फोगिंग करवाई जा रही है। सभी तरीके के सावधानियां बरती जा रही है। खासकर बरसात के दौरान सड़को में गड्डो में पानी भर जाने से जो मक्खी या मच्छर या फिर उनके लार्वा पनपते है, उन्हें हटाने की कवायद की जा रही है। क्यूंकि यह बच्चो में पनपने वाला वायरस है। इसीलिए सभी तरह की एहतियात बरती जा रही है।
उन्होंने बताया की यह वायरस सीधा बच्चो के मस्तिष्क पर हमला करता है। जिससे बच्चे के मस्तिष्क पर सूजन आ जाती है और वह कोमा में चला जाता है। शुरुआत में बच्चो को बुखार, उलटी और शरीर में ऐंठन आने की समस्या होती है।
बामनिया ने बताया कि सर्वे लगातार जारी है और अभी तक के सर्वे में फ़िलहाल उदयपुर में इस वायरस को लेकर कोई नया मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा की विशेषकर गुजरात से आने वाले परिवारो पर विशेष नज़र रखी जा रही है और ट्रेवल हिस्ट्री भी जाँची जा रही है लेकिन अभी तक कोई और नया मामला सामने नहीं आया है।