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एक महीने पहले आज ही के दिन हुई वीभत्स घटना के बाद अब पटरी पर लौट रही है शहर की आबो हवा

इस फिजा को समान्य करने में उदयपुर के प्रशासन, पुलिस और लोगों सभी का बराबर योगदान हैं

 

उदयपुर के टेलर कन्हैया लाल साहू की बीजेपी की ससपेंडेड प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन का पोस्ट करने के बाद निर्माम हत्या करने की घटना को आज गुरुवार को एक महीना पूरा हों गया, लेकिन खूबसूरती और शान्तिःप्रिय माहौल के लिए जाने जानी वाली लेकिसिटी ने इस एक महीने में काफ़ी चीजे झेली हैं लेकिन इन सभी उतार-चढ़ाव के बाद भी वापस उदयपुर की फिजा फिर से सामान्य होने लगी हैं। इस फिजा को समान्य करने में उदयपुर के प्रशासन, पुलिस और लोगों सभी का बराबर योगदान हैं। कारोबार भी अब समान्य होने लगा हैं।

28 जून 2022 वो तारीख हैं जो ना सिर्फ उदयपुर, राजस्थान बल्कि पूरे देश के लिए एक काली तारीख के रूप में जानी जाएगी जब उदयपुर की पहचान पर एक निर्मम हत्या की पहचान मिली।

गौरतलब हैं की 28 जून यानी की ठीक एक महीने पहले उदयपुर के मालदास की सेहरी की भूत महल गली में अपनी एक छोटी सी टेलर की दुकान चलाने वाले कन्हैया लाल पर हमला हुआ। 28 जून को भी 2.45 बजे दिन तक रोज की तरह समान्य था, लोग अपने कामों में व्यस्त थे, की तभी अचानक से कन्हैया लाल की मौत की खबर ने ओर शहर वासियों को हिला दिया। 

जानकारी में आया की ये हत्या नूपुर शर्मा के सपोर्ट में की गई एक सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ी हैं। इस घटना कक वीडियो भी वायरल हुआ जिसमे इस निर्मम घटना को खुद आरोपियों ने बना कर वायरल कर दिया।

इसके बाद तो जैसे शहर में सब कुछ अस्त व्यस्त हों गया। हालांकि पुलिस ने हत्या के दोनों मुख्य आरोपियों रियाज़ अत्तारी और मोहम्मद गौस को घटना के कुछ ही घंटो में राजसमंद से अजमेर जाते समय रास्ते में भीम से गिरफ्तार कर लिया। लेकिन घटना के बाद खौफ का माहौल काफ़ी दिनों तक बना रहा।घटना के बाद प्रशासन द्वारा नेटबंदी करवाई गई, कर्फ्यू लगाया गया।

दूसरी ओर इस प्रकार की वीभत्स घटना के बाद पुलिस और एनआईए की टीम ने मामले की तफ्तीश शुरू की और मामले में लिप्त आरोपीयों, सांदिग्ध से पूछ ताछ और गिरफ़्तारीयों का दौर शुरू हुआ और अब तक एनआईए की टीम द्वारा 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं, तो वही दूसरी तरफ प्रशासन और पुलिस अधिकारीयों ने लोगों के बीच जा कर उन्हें उनकी रक्षा करने का आश्वासन दिया और उनसे स्थिति सामान्य बनाये रखने की बात कहीं और इसका नतीजा भी देखने को मिला और अब एक महीना गुजरने के बाद भूत महल इलाके की गलियों में जहां पिछले कुछ दिनों से सन्नाटा पसरा था वहीं अब धीरे धीरे स्थिति सामान्य होने लगी हैं।

तो वहीं कन्हैया लाल के दोनों बेटों को सरकार द्वारा सरकारी नौकरी भी मिल गई हैं और उन्हें आने वाले 2 साल तक ट्रेनी के रूप में काम करना होगा। व्यापारियों में भी विश्वास हैं को जल्द उदयपुर इस स्थिति पहले की तरह पूरी सामन्य हों जाएगी हालाँकि इसमें अभी और समय लगेगा। इसका प्रमाण ये है की पहले जगन्नाथ रथ यात्रा का शांतिपूर्ण तरीके से निकलना फिर ईद ले त्यौहार के दिन भी शांति बने रहना।

लेकिन उदयपुर ही नही पूरे देश के लोगों को कन्हैया लाल के हत्यारों को सज़ा मिलने का इंतजार हैं और देश की जनता को न्याय वयवस्था में पूरा विश्वास हैं।