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सरोज हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर के खिलाफ शिकायत मिलने पर सीएमएचओ की जांच  

मरीज के परिजनों ने रूपये लेकर भी ऑपरेशन और इलाज नहीं करने का आरोप लगाया  

 

शहर के भुवाणा चौराहे पर स्थित सरोज हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर के खिलाफ शिकायत मिलने पर मंगलवार सुबह चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम  अस्पताल पहुंची और शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत को लेकर मामले की जांच शुरू की।

दरअसल बांसवाड़ा के 35 वर्षीय भरत निनामा के भाई ने सीएमएचओ और जिला कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराई थी कि सरोज हॉस्पिटल के प्रशासन द्वारा उसके भाई भारत निनामा के इलाज के नाम पर 10 लाख 15 हजार रुपए ले लिए लेकिन ना ही पीड़ित का इलाज किया गया और ना ही उनके पैसे वापस लौटाए जा रहे हैं।

इस शिकायत को पर संज्ञान लेते हुए सीएमएचओ डॉक्टर शंकर लाल बामनिया ने एक कमेटी का गठन किया जिसे मंगलवार को भुवाणा चौराहे पर स्थित सरोज हॉस्पिटल और ट्रॉमा सेंटर पर पहुंचकर शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर कार्रवाई करना शुरू किया।

पीड़ित भरत निनामा के भाई प्रकाश चंद्र ने बताया कि 17 अगस्त को काम करते समय अचानक से हाई वोल्टेज तार के संपर्क में आने से पीड़ित भरत को करंट का झटका लगा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसके परिजन उसे उदयपुर में इलाज के लिए सरोज हॉस्पिटल और ट्रॉमा सेंटर में लेकर पहुंचे। भर्ती करने के बाद वहां सीनियर डॉक्टर सूर्यभान मीणा घायल के परिजनों को उसका ऑपरेशन करने की बात कही और ऑपरेशन में आने वाले ढाई लाख रुपए के खर्च के लिए कहा, जिस पर घायल भरत के परिजनों ने इधर-उधर से ढाई लाख रुपए का इंतजाम कर दिया।

भरत के भाई प्रकाश चंद्र ने बताया कि जहां पहले डॉक्टर मीणा ने एक ऑपरेशन की बात कहते हुए ढाई लाख रुपए का खर्च बताया था वहीं उन्होंने कुछ कुछ समय बाद अलग-अलग ऑपरेशन करने की बात कही और उसके लिए फिर तीन से चार लाख रुपए अरेंज करने के लिए कहा, इस राशि को जुटाने के लिए भरत निनामा के परिजनों ने अपनी जमीन, अपने गाय -भैंस और बकरियां भी बेचकर इस पैसे का इंतजाम किया।

लेकिन 8 दिन से भी अधिक समय तक अस्पताल में भर्ती रखने के बाद अब डॉक्टर ने भारत निनामा के इलाज करने से मना कर दिया और कहा कि इसे  राजस्थान के किसी भी अस्पताल में अगर ले जाया जाएगा तो उसका इलाज नहीं हो पाएगा और इसे राजस्थान से बाहर ले जाकर इलाज करने की बात कही।

प्रकाश चंद ने कहा कि जब इस बात को लेकर उन्होंने पैसे वापस लौटने की बात कही तो डॉक्टर ने पैसे लौटाने से भी इंकार कर दिया। इसी को लेकर प्रकाश चंद्र पहले ज़िला कलेक्टर अरविंद पोसवाल के सामने पहुंचा और उसके बाद उन्होंने सीएमएचओ डॉक्टर शंकर लाल बामनिया से भी इस मामले की शिकायत की जिस पर अब मंगलवार को डॉक्टर बामनिया द्वारा गठित की गई कमेटी के सदस्य एडिशनल सीएमएचओ डॉ अशोक आदित्य के सुपरविजन में अस्पताल पहुंचे और शिकायत की जांच करना शुरू किया।

डॉ अशोक आदित्य डिप्टी सीएमएचओ ने बताया कि सीएमएचओ डॉक्टर शंकर लाल बामनिया को मिली शिकायत के आधार पर मंगलवार को उनके द्वारा गठित की गई टीम सरोज हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर भुवाणा पहुंची जहां पर अस्पताल के दस्तावेजों की जांच की जा रही है साथ ही शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसे इस अस्पताल द्वारा इलाज के नाम पर मोटी रकम ऐंठ ली गई है, इस मामले की भी गहनता से जांच की जा रही है, फिलहाल घायल मरीज भरत निनामा को अस्पताल से सरकारी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है।

टीम ने वहां जाकर निरीक्षण एवं पूछताछ की और उसके संचालन से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा जिसमें चिकित्सा संचालन संबंधी क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट का रजिस्ट्रेशन, वर्तमान में कार्यरत चिकित्सकों की सूची ,पैरामेडिकल स्टाफ की सूची, बायोमेडिकल वेस्ट संबंधी प्रमाण पत्र ,पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड संबंधी प्रमाण पत्र मांगे गए जिन में से कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए । 

चिकित्सालय के मालिक ललित चोरडिया ने संचालन प्रक्रिया संबंधी कोई कार्यवाही नहीं की थी एवं प्रमाण पत्र नहीं ले रखे थे इससे ज्ञात होता है कि अवैध रूप से हॉस्पिटल का संचालन किया जा रहा था । वहां कार्यरत उपस्थित डॉ नितिन का राजस्थान में प्रेक्टिस करने हेतु आरएमसी नंबर भी नहीं था। वह भी अवैध रूप से प्रैक्टिस कर रहे थे।  

इस प्रकार से अन्य मरीजों के साथ भी धोखा किया जा रहा है और किसी प्रकार का रजिस्ट्रेशन नहीं होने से आम जनता के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है।  इसकी सूचना खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा पुलिस को दी गई है और उचित कार्यवाही के लिए कहा गया है।