एलिवेटेड रोड का निर्माण शुरू, ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
एलिवेटेड रोड के पूरे मार्ग में 100 से 102 के बीच 17-17 फीट ऊंचे पिलर लगाए जाएंगे

उदयपुर, 15 मार्च 2025 | शहर में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए पहली एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। लंबे समय से प्रस्तावित यह प्रोजेक्ट विवादों के कारण अटका हुआ था, लेकिन अब कार्य में तेजी लाई गई है। इस एलिवेटेड रोड के बन जाने के बाद सिटी रेलवे स्टेशन से पहले ही वाहन ऊपर चढ़ सकेंगे और सीधे कोर्ट चौराहा से आगे उतरेंगे, जिससे बीच में पड़ने वाले चार चौराहों के ट्रैफिक से बचा जा सकेगा।
सिटी रेलवे स्टेशन से आगे, नटराज रेस्टोरेंट से पहले शिवाजीनगर सामुदायिक केंद्र जाने वाले मोड़ पर पिलर खुदाई का काम शुरू कर दिया गया है। 25-25 मीटर की दूरी पर पिलर बनाए जा रहे हैं और अब तक दो पिलरों की खुदाई पूरी हो चुकी है। अगले चरण में इन पिलरों का निर्माण कार्य किया जाएगा।
जहां पिलर की खुदाई की जा रही है, वहां सड़क संकरी हो गई है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। सुबह-शाम उदियापोल से सिटी रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले लगभग 35-40 हजार वाहनों को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ रहा है। नगर निगम की ओर से निर्माण एजेंसी ने कार्य स्थल को कवर्ड किया है और दोनों ओर बैरिकेड्स लगाए हैं, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
एलिवेटेड रोड के निर्माण से पहले, एजेंसी ने एक महीने तक सॉयल टेस्टिंग करवाई थी। रिपोर्ट के अनुसार, जमीन को पथरीला और मजबूत पाया गया, जो पिलर निर्माण के लिए उपयुक्त है। इस परीक्षण के बाद ही खुदाई और निर्माण कार्य को हरी झंडी दी गई।
सिटी स्टेशन से कोर्ट चौराहा तक बनने वाली इस एलिवेटेड रोड के पूरे मार्ग में 100 से 102 के बीच 17-17 फीट ऊंचे पिलर लगाए जाएंगे। यह सड़क बंशी पान के पास उतरने से पहले कोर्ट चौराहा पर अस्पताल रोड की ओर एक अलग निकासी भी प्रदान करेगी, जिससे अस्पताल, चेतक सर्कल, हाथीपोल और फतहसागर जाने वाले वाहनों को लाभ मिलेगा।
इस एलिवेटेड रोड का मुख्य उद्देश्य शहर में ट्रैफिक की भीड़ को कम करना है। इससे उन वाहनों को सीधा मार्ग मिलेगा, जो शहर के जाम से बचकर तेजी से अपने गंतव्य तक पहुंचना चाहते हैं। परियोजना के पूरा होने के बाद उदयपुर के महत्वपूर्ण मार्गों पर ट्रैफिक दबाव कम होने की उम्मीद है।
नगर निगम और यातायात विभाग का मानना है कि एलिवेटेड रोड बनने के बाद शहरवासियों को जाम से राहत मिलेगी और यात्रा का समय कम होगा। यह उदयपुर के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।