×

अप्रैल-मई में आ सकते है कोरोना के सबसे ज्यादा केस

कुछ राज्यों में एहतियातन लॉकडाउन जैसे कदम उठाने का असर अगले महीने से दिखाई देने लगेगा, ICMR के डायरेक्ट का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर समय से पहले आ गई है,

 

ICMR के डायरेक्ट का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर समय से पहले आ गई है, इसलिए हम सबको सचेत रहने की जरूरत

भारत में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते हुए नजर आ रहे है। कोरोना के मामले सबसे ज्यादा मार्च माह में देखने को मिले है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की रिसर्च टीम की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया कि कोरोना की दूसरी लहर लगभग 100 दिनों तक रहेगी। SBI की रिपोर्ट ने बताया कि बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन किया जाना चाहिए।

ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन होने से कोरोना मरीजो का आकड़ा भी कम होगा। वहीं यह भी कहा कि लोकल स्तर पर लॉकडाउन का कोई असर नहीं देखने को मिलेगा। और कहा कि आंशिक तौर पर या पूरी तरह से कुछ राज्यों में एहतियातन लॉकडाउन जैसे कदम उठाने का असर अगले महीने से दिखाई देने लगेगा।  मिनिस्ट्री के मुताबिक, देश के 18 राज्यों में कोरोना का डबल म्यूटेंट वैरिएंट पाया गया है। ICMR के डायरेक्ट का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर समय से पहले आ गई है।

इसलिए हम सबको सचेत रहने की जरूरत है। ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराए जाएं, मास्क लगाना आवश्यक है। साथ ही टीकाकरण जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए।