कोवैक्सीन के फेज 3 ट्रायल के नतीजों को मिली मंजूरी, 77.8% प्रभावी
कोवैक्सीन के दुनिया भर में आपात इस्तेमाल के लिए सितंबर तक मंजूरी मिलने की संभावना
कोवैक्सीन के फेज 3 का ट्रायल पूरे देश भर में 25,800 प्रतिभागियों पर कराया गया
भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन के फेज 3 ट्रायल में भी कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी पाई गई है। भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन तीसरे चरण में इसे 77.8 फीसदी प्रभावी पाया गया है। आपको बता दे कि दवा नियंत्रक महानिदेशालय की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने अंतरिम डेटा एनालिसिस में पाया गया था कि कोवैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले व्यक्ति में अगर दूसरी बार संक्रमण नहीं होता है तो यह वायरस के खिलाफ 81 फीसदी तक प्रभावी पाई गई है। कोवैक्सीन के फेज 3 का ट्रायल पूरे देश भर में 25,800 प्रतिभागियों पर कराया गया था।
ट्रायल डेटा और नतीजों का अध्ययन किया गया और इसके बाद DCGI’s की एक्सपर्ट कमेटी ने इसे मंजूरी दे दी है। यह डेटा पिछले हफ्ते ड्रग कंटोलर जनरल ऑफ इंडिया को भेजा गया था। वहीं कोवैक्सीन की दोनों खुराक इतनी असरदार है की दोनों खुराक लेने वाले व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 100 फीसदी तक कम हो जाती है। डीसीजीआई से फेज 3 ट्रायल को मंजूरी मिलने से भारत बायोटेक को विश्व स्वास्थय संगठन में इमरजेंसी यूज लिस्टिंग हासिल करने में मदद मिली है।
पीटीआई के मुताबिक, भारत बायोटेक ने कहा है कि उसने डब्ल्यूएचओ को आवश्यकता के 90 फीसदी दस्तावेज पहले ही सौंप दिए है। भारत बायोटेक की तैयारी है कि उसे कोवैक्सीन के दुनिया भर में आपात इस्तेमाल के लिए सितंबर तक मंजूरी मिल जाएगी।