युवक की हादसे में मौत के बाद क्रेशर स्टाफ पर परिजनों ने लगाए लापरवाही के आरोप
उदयपुर - शहर के समीप शैलू गांव में सोमवार सुबह क्रेशर प्लांट पर काम कर रहे एक 23 वर्षीय युवक की जेसीबी के बकेट और कन्वेयर के बीच फंसने से मौत हो गई। घटना के बाद गांव के लोगों और मृतक युवक के परिजनों ने घटना को लेकर क्रेशर प्लांट के स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगते हुए एमबी हॉस्पिटल पहुंचकर हंगामा कर दिया और मृतक के आश्रितों के लिए मुआवजे की मांग करने लगे।
मौके पर मौजूद देवेंद्र सिंह झाला ने बताया की वेणी राम गमेती नमक युवक सैलु स्थित के क्रेशर प्लांट पर काम करता था, रोज की तरह सोमवार को भी सुबह करीब 11 बजे वह प्लांट पर काम करने गया था, वहां उसे जेसीबी के केबिन से उनपर चढ़ाकर मोटर बदलने को कहा गया था,जिसपर वो कहे अनुसार मोटर बदलने के लिए चढ़ा लेकिन जेसीबी के ड्राइवर के नशे में होने से उसने बिना सोचे समझे अचानक से गियर पीछे ले लिए जिसके चलते वेणीराम जेसीबी के बकेट और कन्वेयर के बीच में दब गया और उसकी मृत्यु हो गई।
घटना के बाद से ही बड़ी संख्या में गांव वासी एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर इकट्ठा हो गए, उनका कहना है की मृतक वेणीराम कमाने वाला अकेला व्यक्ति था, शादीशुदा था और एक 6 वर्ष का बेटा भी है, इसी को ध्यान में रखते हुए अब मृतक के आश्रितों के लिए 25 लाख रूपए के मुआवजे की मांग की जा रही है। लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन ही दिया गया है।
सिंह ने कहा की अगर उनको मुआवजा नहीं दिया जाता है तो तो वो मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं करवांगे और न हीं मृतक के शव को मोर्चरी से वापस लेंगे।