चिकित्सक से अभद्रता करने वाले एसडीएम के विरुद्ध कार्यवाही की मांग
न्यायोचित कार्यवाही न होने पर सेवारत चिकित्सक कर सकते है आंदोलन
उदयपुर 3 फरवरी 2025। अरिस्दा के प्रदेश महासचिव डॉ शंकर एच बामनिया ने बताया कि सैडवा सीएचसी ज़िला बाड़मेर के निरीक्षण के दौरान एक वायरल वीडियो में एक एसडीएम बद्रीनारायण विश्नोई सीएचसी में कार्यरत डॉ रामस्वरूप रावत से जो उस समय ओपीडी देख रहे थे को अमर्यादित एवं असंसदीय भाषा का प्रयोग कर फटकार लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
इसमें एक मरीज भर्ती हैं, उसे देखने के लिए एसडीएम बार-बार डॉक्टर को असभ्य भाषा में फटकार लगा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान चिकित्सक अपनी बखूबी ओपीडी में मरीज़ देख रहे थे को फटकार लगाते हुए कि जल्दी उठ और मरीज को देख। उक्त एसडीएम ने एसी तुच्छ, अमर्यादित एवं असंसदीय भाषा का प्रयोग कर चिकित्सक को धमकाते नज़र आया है जबकि डॉक्टर एसडीएम से कह रहे हैं कि मैंने मरीज की जांच कर ली है और उसे भर्ती कर ड्रीप लगा दी है, फिलहाल मरीज ठीक है। डॉ बामनिया ने सरकार से माँग की गई कि उक्त एसडीएम के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाए जाये।
आरडीए के अध्यक्ष डॉ दीपक निनामा ने बताया कि एक ज़िम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी का एक कर्तव्यनिष्ठ चिकित्सक के साथ इस तरह का कृत्य अशोभनीय है जिससे राजस्थान के पंद्रह हज़ार से ज़्यादा सेवारत चिकित्सकों में भारी आक्रोश एवं रोष व्याप्त है और अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ एवं रेजिडेंट्स डॉक्टर्स एसोसिएशन उदयपुर इस कृत्य को घोर निंदा के साथ निंदा प्रस्ताव पारित किया है।
डॉ राजवीर सिंह ने बताया कि ज अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ माँग करता है कि एसे अभद्र अधिकारी के विरुद्ध अतिशीघ्र आवश्यक अनुशासनात्मक कार्यवाही करावे ताकि आम चिकित्सकों में पनपा आक्रोश कम किया जा सके एवं इस तरह की घटना पुनरावृत्ति न हो सके।
डॉ सुरेश मंडोवारिया ज़िला महासचिव ने बताया कि अगर आगामी तीन दिवस में उक्त अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं की जाती है तो राज्यभर के 15000 से ज़्यादा सेवारत चिकित्सकों को मजबूरन आंदोलन का रह अख़्तियार करना पड़ेगा जिसकी समस्त ज़िम्मेदारी प्रशासन की रहेगी।
ज्ञापन देने में डॉ संजीव टाक, डॉ पृथ्वीराज जिंगर, डॉ नरेंद्र सिंह देवल, डॉ तरुण व्यास, डॉ मनीष पाठक, डॉ अजीत सिंह, डॉ कपिल, डॉ विकास बामनिया, डॉ रामलाल मीणा, डॉ अभिषेक डामोर, डॉ मोनीश घाटिया सहित 50 से ज़्यादा डॉक्टर्स उपस्थित थे।
डॉ बामनिया ने बताया कि पूरे प्रदेश में दो घंटे का कार्यबाहिस्कार किया गया और उदयपुर ज़िले में सभी पीएचसी, सीएचसी उपज़िला चिकित्सालय, सेटेलाइट हॉस्पिटल, ज़िला चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज के ग्रुप द्वितीय के 500 से ज़्यादा चिकित्सकों ने दो घंटे का कार्य बाहिकार किया।