जगदीश मंदिर के जीर्णाेद्धार के नाम पर लाखों की लूट की जांच की मांग
मामले को लेकर धर्मोत्सव समिति मेवाड़ का प्रतिनिधि मण्डल जिलाधीश से मिला
उदयपुर 30 सितंबर 2024 । विश्व प्रसिद्ध जगदीश मंदिर में मुख्य सभागार व मंदर परिसर में जगह जगह बरसाती पानी गिरने एवं पीपल के पेडों का उग जाने पर धर्मोत्सव समिति द्वारा मंदिर के पुजारियों एवं श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर परिसर में गिर रहे पानी व पीपल के पेडों को हटाने के लिए देवस्थान विभाग व संबंधित व्यक्तियों को ज्ञापन देकर शीघ्र उक्त समस्या का सामधान करने के लिए कहा। समाधान नहीं होने पर समिति द्वारा आन्दोलन करने की चेतावनी दी गई।
धर्मोत्सव समिति ने बताया कि इस पर विभाग ने भी संज्ञान लेकर राज्य सरकार को अतिशीघ्र समस्या के समाधान के लिए कहा इस पर राज्य सरकार द्वारा देवस्थान विभाग के माध्यम से 75 लाख रूपयों की स्वीति उक्त कार्यो के लिए जारी किये गये थे।
उन्होंने बताया कि उक्त स्वीकृति पूर्व जिलाधीश ताराचन्द मीणा के प्रयास पर जारी हुई। स्थानीय लोगों द्वारा इस कार्य के लिए मात्र सात लाख में पूरा करने लेने का आश्वास दिया परन्तु सकरारी स्तर पर इस कार्य के लिए 75 लाख रूपये स्वीकृत हुए कार्य करने वाली एजेन्सी द्वारा भविष्य में मंदिर परिसर में पानी व जगह-जगह पीपल के पेड उगने की समस्या हमेशा के लिए खत्म करने के आश्वासन के साथ ही कार्य शुरू किया गया।
धर्मोत्सव समिति ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि देवस्थान विभाग की मिलीभगत से हुए इस कार्य को 3-4 माह में कार्य को खत्म कर दिया और जगह जगह पर मूर्तियों को तोडा गया इसकी आपत्ति भी समिति ने लिखित में करवाई कार्य करने वाली एजेन्सी द्वारा कार्य को भी पूरा नहीं किया गया इस वर्ष हुई बरसात में पहले से ज्यादा पानी मंदिर के अन्दर गिर रहा है। साथ ही पूरे मंदिर परिसर में जगह जगह पीपल के पेड भी उग आये है। विभाग के अधिकाररियों को बताया गया फिर भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है जिससे श्रद्धालुओं व समिति के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है। जीर्णोद्धार के नाम पर हुई लाखों रूपये की बंटरबांट,लूट की जांच करवाने के लिए मुख्यमंत्री व राज्यपाल को जिलाधीश के मार्फत पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग की गई है। देवस्थान विभाग की ओर से इसकी जानकारी मांगने पर भी जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गई।
इस अवसर पर गोपाल जोशी, हेमेन्द्र पुजारी, दिनेश मकवाना, टिलु पुजारी, रमेश ललवानी आदि अन्य उपस्थित थे।